झुंझुनू। राजस्थान में सरकारी स्कूलों को निजी जन
सहभागिता (पीपीपी) मोड पर देने के निर्णय को वापस लेने सहित कई मांगों को
लेकर आज शिक्षक संघ सियाराम से जुड़े शिक्षकों ने गिरफ्तारियां देकर अपना
विरोध जताया।
मांगों को लेकर शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम जिला प्रशासन को अपना मांग पत्र सौंपा। यह प्रदर्शन कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार मूंड के नेतृत्व में किया गया जिसमें शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस दौरान पचास से अधिक शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी।
प्रदर्शन में संघ के प्रांतीय अतिरिक्त महामंत्री रणवीर सिंह गोदारा, राधेश्याम मान, उम्मेदसिंह डूडी, जिलाध्यक्ष शीशराम बुगालिया, जिला मंत्री विनोद चौधरी, कार्यकारी जिलाध्यक्ष महेश सैनी सहित सैंकड़ों शिक्षक शामिल थे।
इस अवसर पर श्री मूंड ने कहा कि सरकार ने सरकारी स्कूलों में पीपीपी मोड का निर्णय वापस नहीं लिया तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
मांगों को लेकर शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम जिला प्रशासन को अपना मांग पत्र सौंपा। यह प्रदर्शन कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार मूंड के नेतृत्व में किया गया जिसमें शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस दौरान पचास से अधिक शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी।
प्रदर्शन में संघ के प्रांतीय अतिरिक्त महामंत्री रणवीर सिंह गोदारा, राधेश्याम मान, उम्मेदसिंह डूडी, जिलाध्यक्ष शीशराम बुगालिया, जिला मंत्री विनोद चौधरी, कार्यकारी जिलाध्यक्ष महेश सैनी सहित सैंकड़ों शिक्षक शामिल थे।
इस अवसर पर श्री मूंड ने कहा कि सरकार ने सरकारी स्कूलों में पीपीपी मोड का निर्णय वापस नहीं लिया तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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