जैसलमेर. माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन लगाए गए 125 शिक्षकों में से 70 शिक्षक काउन्सलिंग में राहत नहीं मिलने के विरोध में सोमवार को जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक कार्यालय पहुंचे और समस्या समाधान की मांगा का ज्ञापन दिया, लेकिन डीइओ ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया।
बाद इतनी बढ़ गई कि पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद डीईओ कार्यालय में शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। शिक्षकों ने ज्ञापन नहीं लेने पर रोष जताया और इसकी शिकायत उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा जोधपुर को प्रेषित की। प्रतिनिधि मंडल में महिला शिक्षिकाओं ने भी डीईओ की ओर से उनकी मांग का ज्ञापन नहीं लेने पर ज्ञापन में दोहरी कार्यप्रणाली अपनाने का आरोप लगाया और मामले की जांच करवाकर काउन्सलिंग में शेष रहे शिक्षको के प्रकरणों का निस्तारण करने की मांग की। महिला शिक्षिका मधु ओझा, कौशल्या पालीवाल, घनश्यामसिंह, नीतू शर्मा, गीता छंगाणी, जेठूसिंह आदि ने बताया कि जिले के 125 शिखको ने विभिन्न रिट याचिकाओं के माध्यम से न्यायालय की सत्यापित प्रतिलिपियों सहित अभ्यावेदन जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक को प्रस्तुत किए थे, लेकिन इनमें से काउन्सलिंग में 55 शिक्षकों को ही राहत दी गई। शेष 70 शिक्षकों के प्रकरणों पर विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि कार्यवाही नहीं करने के कारणों की जानकारी के लिए वे डीईओ कार्यालय पहुंचे, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
दिया धरना
प्रकरणो का समाधान नहीं होने और संतोषजनक जवाब नहीं देने के विरोध में सोमवार को शिक्षकों व शिक्षिकाओं ने धरना देकर उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा जोधपुर को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में उन्होंने प्रकरण में हस्तक्षेप कर नियमानुसार कार्यवाही कर शिक्षकों के प्रकरण का निस्तारण करवाने की मांग की। दिन भर शिक्षक डीइओ कार्यालय पर धरना लगाकर विरोध प्रदर्शन करते रहे।
सभी को मिले अपना हक
जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक की ओर से कोर्ट में निर्णय के बाद भी शिक्षकों के प्रकरणों का निस्तारण नहीं किया जा रहा और ना ही संतोषजनक जवाब दिया जा रहा है। डीइओ ने ज्ञापन लेने से इंकार कर दिया। कुल १२५ शिक्षको ने रिट याचकाओं में निर्णय के बाद भी 55 शिक्षको की काउन्सलिंग की गई। जिसका शिक्षक विरोध कर रहे है।
-सुखदेवसिंह भाटी, अध्यक्ष कर्मचारी महासंघ जैसलमेर
बाद इतनी बढ़ गई कि पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद डीईओ कार्यालय में शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। शिक्षकों ने ज्ञापन नहीं लेने पर रोष जताया और इसकी शिकायत उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा जोधपुर को प्रेषित की। प्रतिनिधि मंडल में महिला शिक्षिकाओं ने भी डीईओ की ओर से उनकी मांग का ज्ञापन नहीं लेने पर ज्ञापन में दोहरी कार्यप्रणाली अपनाने का आरोप लगाया और मामले की जांच करवाकर काउन्सलिंग में शेष रहे शिक्षको के प्रकरणों का निस्तारण करने की मांग की। महिला शिक्षिका मधु ओझा, कौशल्या पालीवाल, घनश्यामसिंह, नीतू शर्मा, गीता छंगाणी, जेठूसिंह आदि ने बताया कि जिले के 125 शिखको ने विभिन्न रिट याचिकाओं के माध्यम से न्यायालय की सत्यापित प्रतिलिपियों सहित अभ्यावेदन जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक को प्रस्तुत किए थे, लेकिन इनमें से काउन्सलिंग में 55 शिक्षकों को ही राहत दी गई। शेष 70 शिक्षकों के प्रकरणों पर विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि कार्यवाही नहीं करने के कारणों की जानकारी के लिए वे डीईओ कार्यालय पहुंचे, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
दिया धरना
प्रकरणो का समाधान नहीं होने और संतोषजनक जवाब नहीं देने के विरोध में सोमवार को शिक्षकों व शिक्षिकाओं ने धरना देकर उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा जोधपुर को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में उन्होंने प्रकरण में हस्तक्षेप कर नियमानुसार कार्यवाही कर शिक्षकों के प्रकरण का निस्तारण करवाने की मांग की। दिन भर शिक्षक डीइओ कार्यालय पर धरना लगाकर विरोध प्रदर्शन करते रहे।
सभी को मिले अपना हक
जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक की ओर से कोर्ट में निर्णय के बाद भी शिक्षकों के प्रकरणों का निस्तारण नहीं किया जा रहा और ना ही संतोषजनक जवाब दिया जा रहा है। डीइओ ने ज्ञापन लेने से इंकार कर दिया। कुल १२५ शिक्षको ने रिट याचकाओं में निर्णय के बाद भी 55 शिक्षको की काउन्सलिंग की गई। जिसका शिक्षक विरोध कर रहे है।
-सुखदेवसिंह भाटी, अध्यक्ष कर्मचारी महासंघ जैसलमेर
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