डूंगरपुर. । भारी भरकम फीस वसूलने के बावजूद मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय परीक्षार्थियों को सुविधाएं देने में कंजूसी बरत रहा है। हालात यह है कि चैत्र माह में ही जेठ की गर्मी के अहसास के बावजूद तपती दोपहर में विश्वविद्यालय महीन टेंट में परीक्षार्थियों को बिठाकर साढ़े तीन घंटे की असल परीक्षा ले रहा है।
इससे परीक्षार्थी उल्टी-बैचेनी और जी-मचलाना आदि से भी ग्रस्त हो रहे हैं।
जिला मुख्यालय पर स्थित एसबीपी राजकीय महाविद्यालय में कक्षा-कक्षों की कमी के चलते परीक्षार्थियो को टेंट के नीचे बिठाकर परीक्षा ले रहे हैं। यहां न तो पंखों की व्यवस्था की गई है और नहीं कूलर की। ऐसे में रोज हो रही परीक्षा से विद्यार्थियों की असल परीक्षा हो रही है। तेज गर्मी में टेंट के नीचे तीन से साढ़े तीन घंटे बैठने से परीक्षार्थी प्रश्न पत्र भी अच्छे से हल नहीं कर पा रहे ेहैं।
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तबीयत बिगड़ी
शुक्रवार सुबह महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की परीक्षा चल रही थी। इस दौरान पीजीडीसीए की परीक्षा देने पहुंचे प्रहलाद नाम के छात्र को उल्टी एवं बैचेनी की शिकायत हो गई। वह परीक्षा खत्म होते ही तुरंत हॉस्पीटल गया। ज्ञातव्य रहे परीक्षा में सुरक्षा कारणों को लेकर विश्वविद्यालय ने इस बार परीक्षार्थियों के केन्द्र बदल दिए हैं।
इससे परीक्षार्थी उल्टी-बैचेनी और जी-मचलाना आदि से भी ग्रस्त हो रहे हैं।
जिला मुख्यालय पर स्थित एसबीपी राजकीय महाविद्यालय में कक्षा-कक्षों की कमी के चलते परीक्षार्थियो को टेंट के नीचे बिठाकर परीक्षा ले रहे हैं। यहां न तो पंखों की व्यवस्था की गई है और नहीं कूलर की। ऐसे में रोज हो रही परीक्षा से विद्यार्थियों की असल परीक्षा हो रही है। तेज गर्मी में टेंट के नीचे तीन से साढ़े तीन घंटे बैठने से परीक्षार्थी प्रश्न पत्र भी अच्छे से हल नहीं कर पा रहे ेहैं।
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तबीयत बिगड़ी
शुक्रवार सुबह महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की परीक्षा चल रही थी। इस दौरान पीजीडीसीए की परीक्षा देने पहुंचे प्रहलाद नाम के छात्र को उल्टी एवं बैचेनी की शिकायत हो गई। वह परीक्षा खत्म होते ही तुरंत हॉस्पीटल गया। ज्ञातव्य रहे परीक्षा में सुरक्षा कारणों को लेकर विश्वविद्यालय ने इस बार परीक्षार्थियों के केन्द्र बदल दिए हैं।
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