जयपुर। शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी
ने कहा है कि शिक्षक समाज में सकारात्मक परिवर्तन के संवाहक बनें। उन्होंने
शिक्षक संगठनों को सामाजिक समरसता और समाजोत्थान के लिए सक्रिय सहभागिता
निभाने का आह्वान किया है।
देवनानी शनिवार को राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) द्वारा आयोजित ‘सामाजिक समरसता’ व्याख्यान में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विद्यालयी पाठ्यक्रम को युगानुकूल बनाते हुए उसमें 26 समाजों के प्रमुखों को स्थान दिया गया है। हमने 200 से अधिक वीर-वीरांगनाओं, समाज सुधारकों और संत-महापुरुषों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया है। पहली बार विद्यालयी पुस्तकों में बाबा साहब डॉ. अंबेडकर को शामिल किया गया है। उद्देश्य यही रहा है कि नई पीढ़ी शिक्षा के साथ-साथ सामजिक समरसता, महापुरुषों के आदर्शों को आत्मसात कर सके।
व्याख्यान के मुख्य वक्ता शिक्षाविद् चिंतक हनुमानसिंह ने सामाजिक समरसता के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने डॉ. बाबा साहब के जीवन संघर्ष की विवेचना करते हुए हिंदू समाज मेें सामाजिक समरसता के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किए जाने की सोच विकसित किए जाने पर जोर दिया। इस मौके पर राजस्थान अधीनस्थ सेवा आयोग के अध्यक्ष नंदसिंह नरूका, उमराव सिंह तथा राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रहलाद शर्मा ने भी सामाजिक समरसता के लिए सभी स्तरों पर कार्य किए जाने की आवश्यकता जताई।
देवनानी शनिवार को राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) द्वारा आयोजित ‘सामाजिक समरसता’ व्याख्यान में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विद्यालयी पाठ्यक्रम को युगानुकूल बनाते हुए उसमें 26 समाजों के प्रमुखों को स्थान दिया गया है। हमने 200 से अधिक वीर-वीरांगनाओं, समाज सुधारकों और संत-महापुरुषों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया है। पहली बार विद्यालयी पुस्तकों में बाबा साहब डॉ. अंबेडकर को शामिल किया गया है। उद्देश्य यही रहा है कि नई पीढ़ी शिक्षा के साथ-साथ सामजिक समरसता, महापुरुषों के आदर्शों को आत्मसात कर सके।
व्याख्यान के मुख्य वक्ता शिक्षाविद् चिंतक हनुमानसिंह ने सामाजिक समरसता के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने डॉ. बाबा साहब के जीवन संघर्ष की विवेचना करते हुए हिंदू समाज मेें सामाजिक समरसता के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किए जाने की सोच विकसित किए जाने पर जोर दिया। इस मौके पर राजस्थान अधीनस्थ सेवा आयोग के अध्यक्ष नंदसिंह नरूका, उमराव सिंह तथा राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रहलाद शर्मा ने भी सामाजिक समरसता के लिए सभी स्तरों पर कार्य किए जाने की आवश्यकता जताई।
No comments:
Post a Comment