एजुकेशन रिपोर्टर| बीकानेर/जयपुर काउंसलिंगऔर ट्रांसफरों में उलझा शिक्षा निदेशालय एपीओ शिक्षाधिकारियों
को पोस्टिंग देना ही भूल गया। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में 75 व्याख्याता
और प्रिंसिपल करीब दो माह से एपीओ चल रहे हैं। जबकि स्कूलों में पद खाली
पड़े हैं।
शिक्षा विभाग में पिछले काफी समय से विभिन्न पदों पर पदोन्नतियों का काम चल रहा है। पदोन्नत होने वाले शिक्षकों को पोस्टिंग काउंसलिंग के आधार पर दी जा रही है। व्याख्याता और प्रिंसिपलों की काउंसलिंग माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में हुई थी। उस दौरान पदों की गफलत के कारण कुछ को पोस्टिंग से वंचित भी रहना पड़ा। इसी बीच ट्रांसफरों पर से प्रतिबंध हटा तो बड़ी संख्या में शिक्षक इधर-उधर हुए। इससे कई प्रिंसिपल और व्याख्याताओं की डबल पोस्टिंग हो गई या कुछ ने इच्छित स्थान नहीं मिलने पर जोइन नहीं किया। इसके अलावा विभाग में विभिन्न पदों पर प्रतिनियुक्ति पर चले रहे कई शिक्षाधिकारियों का कार्यकाल खत्म हो गया। ऐसे सभी व्याख्याता और प्रिंसिपलों को एपीओ कर दिया गया। इनमें सात एबीईईओ भी शामिल हैं। इनका मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा निदेशालय किया गया था। अब वर्किंग डे में उन्हें यहां नियमित उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। ऐसे 75 शिक्षाधिकारी हैं, जो पोस्टिंग के लिए परेशान हो रहे हैं। इनमें कुछ महिलाएं भी हैं, जो दूर दराज क्षेत्र से अपना घर परिवार छोड़ कर यहां बैठी हैं।
25 शिक्षाधिकारी चल रहे सस्पेंड : शिक्षा विभाग में 13 व्याख्याता और 12 प्रिंसिपल पिछले कई महीनों से विभिन्न कारणों से सस्पेंड चल रहे हैं। इन सभी का मुख्यालय भी माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ही है।
क्या है नियम : किसी भी कारण से लोक सेवक को एपीओ करने पर दस दिन में उसकी पोस्टिंग के अधिकार नियुक्ति अधिकारी को होता है। उसके बाद प्रशासनिक विभाग को कारण सहित लिखना पड़ता है।
^काफी शिक्षाधिकारी एपीओ बैठे हैं। उनकी पोस्टिंग करना हमारी जिम्मेवारी है। मैं अभी बाहर हूं। मुख्यालय पहुंचने के बाद पोस्टिंग देने की कार्रवाई की जाएगी। कुछ व्याख्याता, प्रिंसिपल इच्छित स्थान चाहते हैं, जो संभव नहीं है। उनके बारे में सरकार को लिखा गया है। -बी.एल.स्वर्णकार,माध्यमिक शिक्षा निदेशक
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिक्षा विभाग में पिछले काफी समय से विभिन्न पदों पर पदोन्नतियों का काम चल रहा है। पदोन्नत होने वाले शिक्षकों को पोस्टिंग काउंसलिंग के आधार पर दी जा रही है। व्याख्याता और प्रिंसिपलों की काउंसलिंग माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में हुई थी। उस दौरान पदों की गफलत के कारण कुछ को पोस्टिंग से वंचित भी रहना पड़ा। इसी बीच ट्रांसफरों पर से प्रतिबंध हटा तो बड़ी संख्या में शिक्षक इधर-उधर हुए। इससे कई प्रिंसिपल और व्याख्याताओं की डबल पोस्टिंग हो गई या कुछ ने इच्छित स्थान नहीं मिलने पर जोइन नहीं किया। इसके अलावा विभाग में विभिन्न पदों पर प्रतिनियुक्ति पर चले रहे कई शिक्षाधिकारियों का कार्यकाल खत्म हो गया। ऐसे सभी व्याख्याता और प्रिंसिपलों को एपीओ कर दिया गया। इनमें सात एबीईईओ भी शामिल हैं। इनका मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा निदेशालय किया गया था। अब वर्किंग डे में उन्हें यहां नियमित उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है। ऐसे 75 शिक्षाधिकारी हैं, जो पोस्टिंग के लिए परेशान हो रहे हैं। इनमें कुछ महिलाएं भी हैं, जो दूर दराज क्षेत्र से अपना घर परिवार छोड़ कर यहां बैठी हैं।
25 शिक्षाधिकारी चल रहे सस्पेंड : शिक्षा विभाग में 13 व्याख्याता और 12 प्रिंसिपल पिछले कई महीनों से विभिन्न कारणों से सस्पेंड चल रहे हैं। इन सभी का मुख्यालय भी माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ही है।
क्या है नियम : किसी भी कारण से लोक सेवक को एपीओ करने पर दस दिन में उसकी पोस्टिंग के अधिकार नियुक्ति अधिकारी को होता है। उसके बाद प्रशासनिक विभाग को कारण सहित लिखना पड़ता है।
^काफी शिक्षाधिकारी एपीओ बैठे हैं। उनकी पोस्टिंग करना हमारी जिम्मेवारी है। मैं अभी बाहर हूं। मुख्यालय पहुंचने के बाद पोस्टिंग देने की कार्रवाई की जाएगी। कुछ व्याख्याता, प्रिंसिपल इच्छित स्थान चाहते हैं, जो संभव नहीं है। उनके बारे में सरकार को लिखा गया है। -बी.एल.स्वर्णकार,माध्यमिक शिक्षा निदेशक
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