डूंगरपुर. इंसान अगर ठान ले तो क्या नहीं कर सकता। बस उसे जिद को अमल में लाना आना चाहिए और यही साबित किया डूंगरपुर कि बेटियों ने। और जब परिणाम आए तो सभी ने दांतों तले ऊंगलियां दबा ली। जी हां हम बात कर रहे हैं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की आेर से जारी किए गए कला वर्ग के 12वीं कक्षा के परिणाम की।
जिले
में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त तकरीबन 50 स्कूल
संचालित हैं। जो शिक्षा के नाम पर बच्चों से अच्छी खासी फीस वसूलते हैं।
लेकिन परिणाम की बात करें तो इस सत्र में इन स्कूलों के बच्चों ने जिला
स्तर पर भी कोई नाम नहीं कमाया।
बेहतर
परिणाम को लेकर डीईओ माध्यमिक प्रभुलाल मीणा ने बताया कि हमारी ओर से सत्र
की शुरूआत से ही प्रयास शुरू कर दिए गए थे। इसके लिए स्कूलों में दौरा कर
बच्चों से वन-टू-वन बात करना, उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करना, उन्हें
पढ़ाई के महत्व को समझाना। इसके अलावा अद्र्धवार्षिक परीक्षाओं से ही आदर्श
प्रश्न पत्र बनाकर उन्हें बच्चों से हल करवाना। ताकि बच्चे बोर्ड परीक्षा
के लिए बेहतर तैयारी कर सकें।
डीईओ मीणा ने बताया कि प्रयास को सफल बनाने के लिए शिक्षकों और हेडमास्टर को भी प्रेरित किया गया। हमारे प्रयास में शिक्षकों की कमी मुख्य समस्या थी। इसके लिए भी विशेष रणनीति बनाई गई। जिसमें सभी शिक्षकों ने पूर्ण सहयोग किया। इसके अतिरिक्त सभी स्कूलों में मासिक रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया और उसके परिणाम के अनुरूप बच्चों की मॉनिटरिंग की गई। ताकि बच्चों को निखारा जा सके। और प्रयास के हमें बेहतर परिणाम मिले।
मेरिट में सभी लड़कियां
बारहवीं की जिला मेरिट में कुल 13 मेधावियों ने स्थान पाया था। जिसमें सभी छात्राओं के नाम हैं। ये सभी छात्राएं सरकारी स्कूल की हैं। इस लिस्ट में एक भी छात्र का नाम नहीं है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इस
रिजल्ट में लड़कियों ने पूरी तरह बाजी मारी। इस वर्ष की जिला मेरिट में
ऊपर से नीचे तक सिर्फ बेटियों के ही नाम थे। वो भी सरकारी स्कूलों की।
जिले में 50 निजी स्कूल, मेरिट में एक भी नाम नहीं
बेहतर रणनीति ने दिलाई सफलता
शिक्षकों ने यह किए प्रयास
डीईओ मीणा ने बताया कि प्रयास को सफल बनाने के लिए शिक्षकों और हेडमास्टर को भी प्रेरित किया गया। हमारे प्रयास में शिक्षकों की कमी मुख्य समस्या थी। इसके लिए भी विशेष रणनीति बनाई गई। जिसमें सभी शिक्षकों ने पूर्ण सहयोग किया। इसके अतिरिक्त सभी स्कूलों में मासिक रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया और उसके परिणाम के अनुरूप बच्चों की मॉनिटरिंग की गई। ताकि बच्चों को निखारा जा सके। और प्रयास के हमें बेहतर परिणाम मिले।
मेरिट में सभी लड़कियां
बारहवीं की जिला मेरिट में कुल 13 मेधावियों ने स्थान पाया था। जिसमें सभी छात्राओं के नाम हैं। ये सभी छात्राएं सरकारी स्कूल की हैं। इस लिस्ट में एक भी छात्र का नाम नहीं है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC