गुणवत्ता सुधार के लिए प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों के बाल केंद्रित शिक्षा के लिए कंप्रहेंसिव एडवांस फाउंडेशन कोर्स आधारित शिक्षक प्रशिक्षण का शनिवार को बीकानेर से आए जिला शिक्षा अधिकारी श्यामसुंदर शर्मा ने तालेड़ा कापरेन केंद्रों पर जाकर गुणवत्ता एवं उपस्थिति की जांच की।
तालेड़ा सीनियर सैकंडरी स्कूल में एक शिक्षक राजकुमार के फर्जी हस्ताक्षर शिविर की उपस्थिति पंजिका में पाए जाने पर तत्काल उसे नैनवां केंद्र पर आगामी दिवसों में होने वाले प्रशिक्षण में उपस्थित होने के लिए आदेशित किया। निरीक्षण में बीकानेर से आए डीईओ के साथ एडीपीसी सतीश जोशी, प्रशिक्षण प्रभारी राजेंद्र भारद्वाज थे। कापरेन में समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा की कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों को नामांकन में वृद्धि करने के साथ गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है। यदि शिक्षक चाहें तो राज्य के सरकारी स्कूलों में काफी बदलाव ला सकते हैं। पाठ्यक्रम बदल गया है। गतिविधि आधारित शिक्षण अभ्यास पत्रक के माध्यम से करवाएं। यदि शिक्षक निरीक्षण के समय अपने शिक्षण में गतिविधि आधारित शिक्षण करते नहीं पाए गए तो सरकार द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में समय रहते शिक्षक स्वयं में बदलाव लाएं। प्रशिक्षण का दूसरा चरण दिनांक 30 मई से 4 जून तक पूर्व मेंं चल रहे केंद्रों पर होगा। इस चरण में 864 अध्यापकों को आमंत्रित किया गया है।
अंतिमदिवस यह रही अनुपस्थिति: नैनवांमें 22, बूंदी में 10, तालेड़ा में 24, हिंडौली में 17, केशवरायपाटन में 23 शिक्षक अनुपस्थित रहे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
तालेड़ा सीनियर सैकंडरी स्कूल में एक शिक्षक राजकुमार के फर्जी हस्ताक्षर शिविर की उपस्थिति पंजिका में पाए जाने पर तत्काल उसे नैनवां केंद्र पर आगामी दिवसों में होने वाले प्रशिक्षण में उपस्थित होने के लिए आदेशित किया। निरीक्षण में बीकानेर से आए डीईओ के साथ एडीपीसी सतीश जोशी, प्रशिक्षण प्रभारी राजेंद्र भारद्वाज थे। कापरेन में समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग के प्राथमिक शिक्षा की कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों को नामांकन में वृद्धि करने के साथ गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है। यदि शिक्षक चाहें तो राज्य के सरकारी स्कूलों में काफी बदलाव ला सकते हैं। पाठ्यक्रम बदल गया है। गतिविधि आधारित शिक्षण अभ्यास पत्रक के माध्यम से करवाएं। यदि शिक्षक निरीक्षण के समय अपने शिक्षण में गतिविधि आधारित शिक्षण करते नहीं पाए गए तो सरकार द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में समय रहते शिक्षक स्वयं में बदलाव लाएं। प्रशिक्षण का दूसरा चरण दिनांक 30 मई से 4 जून तक पूर्व मेंं चल रहे केंद्रों पर होगा। इस चरण में 864 अध्यापकों को आमंत्रित किया गया है।
अंतिमदिवस यह रही अनुपस्थिति: नैनवांमें 22, बूंदी में 10, तालेड़ा में 24, हिंडौली में 17, केशवरायपाटन में 23 शिक्षक अनुपस्थित रहे।
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