वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (वीओएमयू) में अब दिव्यांग छात्रों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षक तैयार किए जाएंगे। राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) ने विश्वविद्यालय परिसर में बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम चलाने को हरी झंडी दे दी है।
इसके साथ ही वीओएमयू प्रशासन दिव्यांग बच्चों के बेहतर पालन-पोषण के लिए उनके माता-पिता को तीन महीने का विशेष प्रशिक्षण भी देगा।
पूरे प्रदेश में सिर्फ 12 शिक्षण संस्थानों में ही बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित होता है। अभी तक रेग्युलर मोड में संचालित हो रहे इस पाठ्यक्रम में सिर्फ दृष्टिबाधित अक्षमता, श्रवण बाधित अक्षमता और बौद्धिक अक्षमता का सामना कर रहे छात्रों के लिए ही प्रशिक्षित शिक्षक तैयार हो रहे हैं। राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद ने एक पाठ्यक्रम में सिर्फ 25 सीटों पर ही प्रवेश की अनुमति दी है। जिसके चलते खासी जरूरत होने के बावजूद राजस्थान को हर साल सिर्फ 350 विशेष प्रशिक्षित शिक्षक ही मिल पाते हैं।
डिस्टेंस मोड में होगी शुरुआत
दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए आरसीआई ने डिस्टेंस मोड में भी बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए अब वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद वीओएमयू प्रदेश में पहली बार अधिगम अक्षमता (लर्निंग डिसएबिलिटीज) का सामना कर रहे बच्चों के लिए भी प्रशिक्षित शिक्षक तैयार कर सकेगा। परिषद ने विवि को 500 सीटों पर प्रवेश लेने की इजाजत दी है।
परिजनों को भी देंगे प्रशिक्षण
शिक्षा विद्यापीठ के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि वीओएमयू बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित करने के साथ ही ऐसे बच्चों के परिजनों के लिए फाउंडेशन कोर्स भी शुरू करने जा रहा है। तीन महीने के इस कोर्स में शारीरिक और मानसिक अक्षमताओं का सामना कर रहे बच्चों का बेहतर तरीके से पालन-पोषण करने का तरीका सिखाया जाएगा। इस प्रशिक्षण में बच्चों की हीन भावना खत्म करने, उनकी अक्षमता बढऩे से रोकने और परवरिश करने के तरीके सिखाए जाएंगे।
राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद ने बीएड स्पेशल एज्युकेशन शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है। वीओएमयू चार पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी में जुटा है। इसके लिए राज्य सरकार से भी एनओसी मांगी गई है। जिसके मिलते ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
- प्रो. अशोक शर्मा, कुलपति, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इसके साथ ही वीओएमयू प्रशासन दिव्यांग बच्चों के बेहतर पालन-पोषण के लिए उनके माता-पिता को तीन महीने का विशेष प्रशिक्षण भी देगा।
पूरे प्रदेश में सिर्फ 12 शिक्षण संस्थानों में ही बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित होता है। अभी तक रेग्युलर मोड में संचालित हो रहे इस पाठ्यक्रम में सिर्फ दृष्टिबाधित अक्षमता, श्रवण बाधित अक्षमता और बौद्धिक अक्षमता का सामना कर रहे छात्रों के लिए ही प्रशिक्षित शिक्षक तैयार हो रहे हैं। राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद ने एक पाठ्यक्रम में सिर्फ 25 सीटों पर ही प्रवेश की अनुमति दी है। जिसके चलते खासी जरूरत होने के बावजूद राजस्थान को हर साल सिर्फ 350 विशेष प्रशिक्षित शिक्षक ही मिल पाते हैं।
डिस्टेंस मोड में होगी शुरुआत
दिव्यांगों के लिए विशेष शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए आरसीआई ने डिस्टेंस मोड में भी बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए अब वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद वीओएमयू प्रदेश में पहली बार अधिगम अक्षमता (लर्निंग डिसएबिलिटीज) का सामना कर रहे बच्चों के लिए भी प्रशिक्षित शिक्षक तैयार कर सकेगा। परिषद ने विवि को 500 सीटों पर प्रवेश लेने की इजाजत दी है।
परिजनों को भी देंगे प्रशिक्षण
शिक्षा विद्यापीठ के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि वीओएमयू बीएड स्पेशल एज्युकेशन पाठ्यक्रम संचालित करने के साथ ही ऐसे बच्चों के परिजनों के लिए फाउंडेशन कोर्स भी शुरू करने जा रहा है। तीन महीने के इस कोर्स में शारीरिक और मानसिक अक्षमताओं का सामना कर रहे बच्चों का बेहतर तरीके से पालन-पोषण करने का तरीका सिखाया जाएगा। इस प्रशिक्षण में बच्चों की हीन भावना खत्म करने, उनकी अक्षमता बढऩे से रोकने और परवरिश करने के तरीके सिखाए जाएंगे।
राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद ने बीएड स्पेशल एज्युकेशन शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है। वीओएमयू चार पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी में जुटा है। इसके लिए राज्य सरकार से भी एनओसी मांगी गई है। जिसके मिलते ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
- प्रो. अशोक शर्मा, कुलपति, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC