सीकर । सीकर जिले में हर्ष रोड स्थित श्री सांईनाथ मनोविकास संस्थान को मूक-बधिर श्रेणी में शिक्षक प्रशिक्षण की मान्यता मिली है। वहीं जयपुर जिले में भी गरिमा व उमंग संस्थान को भी कॉलेज संचालन की अनुमति मिली है। इस तरह प्रदेश में अब डीएड व बीएड के सभी श्रेणियों में 18 महाविद्यालय हो गए हैं।
इनमें से दो संस्थान सीकर जिले में है। चूरू व झुंझुनूं जिले में अब तक कोई महाविद्यालय नहीं है। यहां पिछले कई वर्ष से सामाजिक संस्थान कॉलेज संचालन के लिए प्रयारत है।
अभी भी कमी
प्रदेश में अब तक महज तीन मूक-बधिर विशेष शिक्षा प्रशिक्षण कॉलेज है। जबकि एेसे में प्रवेश के लिए काफी मारामारी है। 75 सीटों के लिए 700 से ज्यादा आवेदन है। प्रवेश प्रक्रिया महाविद्यालय स्तर है। शेखावाटी में विशेष शिक्षकों की कमी को देखते हुए सांसद ने एक वर्ष काफी प्रयास किए। सांसद ने पहले संस्थान में व्यवस्था कराई। इसके बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्रियों से बातचीत कर सीकर में कॉलेज को मान्यता देने का प्रस्ताव दिया। पिछले दिनों आरसीआई की ओर से जारी संशोधित महाविद्यालय सूची में सीकर की संस्था का नाम जोड़ा गया।
2013 की भर्ती ने बढ़ाया क्रेज
वर्ष 2013 से पहले विशेष शिक्षा में सीट खाली रहती थी। लेकिन दिल्ली, राजस्थान व मध्यप्रदेश में हुई तीन हजार से अधिक विशेष शिक्षकों की भर्ती के कारण काफी क्रेज बढ़ा है। राजस्थान में 211 द्वितीय श्रेणी, रीट के जरिए तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती होनी है। इधर, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली व हरियाणा में भी विशेष शिक्षकों की भर्ती की जल्द विज्ञप्ति जारी होने की उम्मीद है।
यह रहेगी प्रवेश प्रक्रिया
भारतीय पुनर्वास परिषद के अनुसार मूक बधिर शिक्षण प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रवेश 25 जून तक होंगे। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी 20 जून तक आवेदन जमा करा सकेंगे। पहली सूची 21 जून को जारी होगी। महाविद्यालयों को चयनित विद्यार्थियों की सूचना 30 जून तक पुनर्वास परिषद को देनी होगी। सभी महाविद्यालयों में कक्षाएं चार जुलाई से लगेगी।
इनका कहना है
संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। दो वर्षीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को मूक-बधिर विद्यार्थियों को पढ़ाने के बारे में बताया जाएगा।
डॉ. पार्वती शर्मा, सचिव, सांईनाथ संस्थान
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इनमें से दो संस्थान सीकर जिले में है। चूरू व झुंझुनूं जिले में अब तक कोई महाविद्यालय नहीं है। यहां पिछले कई वर्ष से सामाजिक संस्थान कॉलेज संचालन के लिए प्रयारत है।
अभी भी कमी
प्रदेश में अब तक महज तीन मूक-बधिर विशेष शिक्षा प्रशिक्षण कॉलेज है। जबकि एेसे में प्रवेश के लिए काफी मारामारी है। 75 सीटों के लिए 700 से ज्यादा आवेदन है। प्रवेश प्रक्रिया महाविद्यालय स्तर है। शेखावाटी में विशेष शिक्षकों की कमी को देखते हुए सांसद ने एक वर्ष काफी प्रयास किए। सांसद ने पहले संस्थान में व्यवस्था कराई। इसके बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्रियों से बातचीत कर सीकर में कॉलेज को मान्यता देने का प्रस्ताव दिया। पिछले दिनों आरसीआई की ओर से जारी संशोधित महाविद्यालय सूची में सीकर की संस्था का नाम जोड़ा गया।
2013 की भर्ती ने बढ़ाया क्रेज
वर्ष 2013 से पहले विशेष शिक्षा में सीट खाली रहती थी। लेकिन दिल्ली, राजस्थान व मध्यप्रदेश में हुई तीन हजार से अधिक विशेष शिक्षकों की भर्ती के कारण काफी क्रेज बढ़ा है। राजस्थान में 211 द्वितीय श्रेणी, रीट के जरिए तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती होनी है। इधर, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली व हरियाणा में भी विशेष शिक्षकों की भर्ती की जल्द विज्ञप्ति जारी होने की उम्मीद है।
यह रहेगी प्रवेश प्रक्रिया
भारतीय पुनर्वास परिषद के अनुसार मूक बधिर शिक्षण प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रवेश 25 जून तक होंगे। इसके लिए इच्छुक अभ्यर्थी 20 जून तक आवेदन जमा करा सकेंगे। पहली सूची 21 जून को जारी होगी। महाविद्यालयों को चयनित विद्यार्थियों की सूचना 30 जून तक पुनर्वास परिषद को देनी होगी। सभी महाविद्यालयों में कक्षाएं चार जुलाई से लगेगी।
इनका कहना है
संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। दो वर्षीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को मूक-बधिर विद्यार्थियों को पढ़ाने के बारे में बताया जाएगा।
डॉ. पार्वती शर्मा, सचिव, सांईनाथ संस्थान
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