पाली पाली . शिक्षा विभाग में
गड़बडि़यों के ये गिने-चुने आंकड़े तो महज पाली जिले के हैं। प्रदेश में तो
हालात और भी ज्यादा खराब है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का
ही आलम है कि मरणोपरांत भी शिक्षकों का स्थानांतरण करने के साथ ही उन्हें
पदोन्नति व पदस्थापन दिया जा रहा है।
विभाग की संस्थापन शाखा के अपडेट नहीं होने से परिजन भी परेशान हो रहे हैं, वहीं अनावश्यक ही एक सीट खराब हो रही है।
नहीं देते सूचना
दरअसल, विभाग के कार्मिक मृत्यु होने वाले कार्मिकों की रिपोर्ट संबंधित शाखा में नहीं भेजते हैं। इसकी वजह से आए दिन यह परेशानी हो रही है। पाली के जिला शिक्षा अधिकारी, उपनिदेशक कार्यालय और निदेशालय स्तर तक ऐसी गड़बड़ हो रही हैं।
केस - 1
हाल ही 30 सितम्बर को उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा की ओर से जारी संस्कृत विषय की विभागीय पदोन्नति सूची में राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय बलुंदा की तृतीय श्रेणी की शिक्षिका पूनमलता परिहार को पदोन्नत कर लौटोती जैतारण में पदस्थापन दे दिया, जबकि इनकी 23 जनवरी 2011 में ही मृत्यु हो चुकी है।
केस - 2
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सिणगारी में कार्यरत प्रधानाध्यापक कमलेशकुमार व्यास की 14 जुलाई 2015 को मृत्यु हो गई थी। उसके बाद भी विभाग ने एक माह बाद अगस्त 2015 में उनका सरदारपुरा की ढाणी, रोहट में पदस्थापन कर दिया।
केस - 3
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रास में व्याख्याता के पद पर कार्यरत व्याख्याता रतनसिंह गहलोत की करीब 3 साल पहले मृत्यु हो गई थी। उसके बाद भी विभाग ने उन्हें जुलाई 2015 में प्रिंसिपल बनाकर डरी में पदस्थापन कर दिया।
रिपोर्ट तो भेजी थी
हमने तो जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को सही रिपोर्ट भेजी थी। उसमें बताया था कि महिला शिक्षक की 2011 में मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने किस आधार पर पदोन्नति की, ये तो वे ही बता सकते हैं।
बस्तीमल भाटी, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, पाली
सूचना पर ही की डीपीसी
हमने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक की सूचना के आधार पर ही डीपीसी की है। ये गलती कैसे हुई। इस बारे में अधिक जानकारी वे ही दे सकते हैं।
दिलीप कर्मचंदानी, सहा. निदेशक, माध्य. शिक्षा, पाली
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
विभाग की संस्थापन शाखा के अपडेट नहीं होने से परिजन भी परेशान हो रहे हैं, वहीं अनावश्यक ही एक सीट खराब हो रही है।
नहीं देते सूचना
दरअसल, विभाग के कार्मिक मृत्यु होने वाले कार्मिकों की रिपोर्ट संबंधित शाखा में नहीं भेजते हैं। इसकी वजह से आए दिन यह परेशानी हो रही है। पाली के जिला शिक्षा अधिकारी, उपनिदेशक कार्यालय और निदेशालय स्तर तक ऐसी गड़बड़ हो रही हैं।
केस - 1
हाल ही 30 सितम्बर को उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा की ओर से जारी संस्कृत विषय की विभागीय पदोन्नति सूची में राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय बलुंदा की तृतीय श्रेणी की शिक्षिका पूनमलता परिहार को पदोन्नत कर लौटोती जैतारण में पदस्थापन दे दिया, जबकि इनकी 23 जनवरी 2011 में ही मृत्यु हो चुकी है।
केस - 2
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सिणगारी में कार्यरत प्रधानाध्यापक कमलेशकुमार व्यास की 14 जुलाई 2015 को मृत्यु हो गई थी। उसके बाद भी विभाग ने एक माह बाद अगस्त 2015 में उनका सरदारपुरा की ढाणी, रोहट में पदस्थापन कर दिया।
केस - 3
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रास में व्याख्याता के पद पर कार्यरत व्याख्याता रतनसिंह गहलोत की करीब 3 साल पहले मृत्यु हो गई थी। उसके बाद भी विभाग ने उन्हें जुलाई 2015 में प्रिंसिपल बनाकर डरी में पदस्थापन कर दिया।
रिपोर्ट तो भेजी थी
हमने तो जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को सही रिपोर्ट भेजी थी। उसमें बताया था कि महिला शिक्षक की 2011 में मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने किस आधार पर पदोन्नति की, ये तो वे ही बता सकते हैं।
बस्तीमल भाटी, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, पाली
सूचना पर ही की डीपीसी
हमने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक की सूचना के आधार पर ही डीपीसी की है। ये गलती कैसे हुई। इस बारे में अधिक जानकारी वे ही दे सकते हैं।
दिलीप कर्मचंदानी, सहा. निदेशक, माध्य. शिक्षा, पाली
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC