अजमेर| राजस्थान लेखासेवा एवं कनिष्ठ लेखाकार संघर्ष समिति की आेर से सोमवार
को राजस्थान लोक सेवा आयोग के समक्ष प्रदर्शन किया गया। अभ्यर्थियों ने
जल्द से जल्द नियुक्ति दिलाने का आग्रह किया है।
इन अभ्यर्थियों का कहना है कनिष्ठ लेखाकार टीआरए भर्ती परीक्षा 2013 में चयनित अभ्यर्थियों को काफी समय से चयन प्रक्रिया पर कोर्ट स्थगन के कारण नियुक्ति नहीं मिल पा रही है। चूंकि राजस्थान लेखा सेवा के कुल पदों में से लगभग कनिष्ठ लेखाकार के 4000 पद रिक्त चल रहे हैं तथा यह भर्ती 2013 से लंबित है। राजस्थान सरकार में लेखा सेवा के 10500 पद स्वीकृत हैं तथा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों एवं कार्यालयों में राजकीय राशि के रिसाव को रोकने के साथ ही अंकेक्षक की महती जिम्मेदारी भी है, परंतु लंबे समय से पद रिक्त होने से लेखा सेवा के कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए इस जिम्मेदारी को निभाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कनिष्ठ लेखाकार टीआरए भर्ती परीक्षा पूर्व में अगस्त 2015 में आयोजित की गई थी, परंतु नकल प्रकरण के कारण निरस्त कर दी गई थी। इस साल 4 अक्टूबर को इस परीक्षा का पुन: आयोजन किया गया 7 नवंबर को परिणाम भी जारी किया, लेकिन कुछ असफल अभ्यर्थी माननीय कोर्ट की शरण में चले गए माननीय कोर्ट ने इस भर्ती परीक्षा पर रोक लगा दी। अत: विनम्र निवेदन है कि कनिष्ठ लेखाकार परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के लिए आरपीएससी की ओर से मजबूत पैरवी करवा कर शीघ्र सुनवाई के साथ ही नियुक्ति दिलाई जाए।
इन अभ्यर्थियों का कहना है कनिष्ठ लेखाकार टीआरए भर्ती परीक्षा 2013 में चयनित अभ्यर्थियों को काफी समय से चयन प्रक्रिया पर कोर्ट स्थगन के कारण नियुक्ति नहीं मिल पा रही है। चूंकि राजस्थान लेखा सेवा के कुल पदों में से लगभग कनिष्ठ लेखाकार के 4000 पद रिक्त चल रहे हैं तथा यह भर्ती 2013 से लंबित है। राजस्थान सरकार में लेखा सेवा के 10500 पद स्वीकृत हैं तथा राज्य सरकार के विभिन्न विभागों एवं कार्यालयों में राजकीय राशि के रिसाव को रोकने के साथ ही अंकेक्षक की महती जिम्मेदारी भी है, परंतु लंबे समय से पद रिक्त होने से लेखा सेवा के कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए इस जिम्मेदारी को निभाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कनिष्ठ लेखाकार टीआरए भर्ती परीक्षा पूर्व में अगस्त 2015 में आयोजित की गई थी, परंतु नकल प्रकरण के कारण निरस्त कर दी गई थी। इस साल 4 अक्टूबर को इस परीक्षा का पुन: आयोजन किया गया 7 नवंबर को परिणाम भी जारी किया, लेकिन कुछ असफल अभ्यर्थी माननीय कोर्ट की शरण में चले गए माननीय कोर्ट ने इस भर्ती परीक्षा पर रोक लगा दी। अत: विनम्र निवेदन है कि कनिष्ठ लेखाकार परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के लिए आरपीएससी की ओर से मजबूत पैरवी करवा कर शीघ्र सुनवाई के साथ ही नियुक्ति दिलाई जाए।