Advertisement

व्यथा शिक्षक 2012.और ज्ञापन कविता : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

जब जब शिक्षक जागा है तब तूँफा आया है..
फिर आज 12..के शिक्षक को सरकार ने सताया है
बारह में भर्ती हुए और वेतन 12 पाते है
खुद खाते है तो मात पिता भूखें ही सो जाते है.

एक शिक्षक संघ जिसने उठाई नव नियुक्त शिक्षको की असली समस्या : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

एक शिक्षक संघ जिसने उठाई नव नियुक्त शिक्षको की असली समस्या बाकी तो अपनी राजनीती चमकाने के चक्कर में हैं। 2005 के बाद नियुक्त शिक्षको की बस दो ही समस्या हैं एक 2012 वालो का वेतन स्थाईकरण और दूसरा NPS की किश्तों की अनियमितता में सुधार करना। बाकि हम प्रतियोगी परीक्षा से नियुक्त शिक्षको की कोई समस्या नही है। दोस्तों इन राजनीती चमकाने वाले संघठनो के बहकावे से नव नियुक्त सावधान रहो।

फिर शिक्षकों के लिए सड़क पर उतरे : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

गांव के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के खाली पदों को लेकर शनिवार को छात्र-छात्रा ने सड़क पर दो घंटे जाम लगाकर प्रदर्शन किया भंडेड़ा। गांव के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के खाली पदों को लेकर शनिवार को छात्र-छात्राओं ने सड़क पर दो घंटे जाम लगाकर प्रदर्शन किया। सुबह प्रार्थना के बाद 8 बजे विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं गेट पर ताला लगाकर बांसी-सादेड़ा मार्ग पर कांटे लगाकर प्रदर्शन पर उतर गए।

शिक्षकों के डेपुटेशन में कलेक्टर की मंजूरी अनिवार्य : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

सरकारीस्कूलों में शिक्षकों की कमी से प्रभावित होने वाली पढ़ाई को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के डेपुटेशन करने की छूट तो दे दी है लेकिन इसमें कलेक्टर की अनुमति अनिवार्य कर दी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के शासन सचिव कुंजीलाल मीणा ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। डेपुटेशन करने की छूट के आदेश जारी करने के साथ ही उन्होंने डीईओ समेत अन्य शिक्षा अधिकारियों की मनमर्जी पर अंकुश लगाने के लिए इसके लिए कलेक्टर की अनुमति अनिवार्य कर दी है।

बाहुबली और कटप्पा की तरह लड़े शिक्षक, डर गए बच्चे : राजस्थान शिक्षकों का ब्लॉग

सीकर नीमकाथाना के आगवाड़ी की बहादुर सिंह की ढाणी के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शनिवार सुबह दो शिक्षकों के बीच झगड़ा हो गया। वे न केवल एक दूसरे को लात-घंूसों से मारने लगे बल्कि लाठी लेकर भी दौड़ पड़े। यह सब देख बच्चे सहम गए। कुछ बच्चे तुरंत गांव में गए और ग्रामीणों को शिक्षकों की लड़ाई के बारे में बताया। ग्रामीण स्कूल आए।

UPTET news

Recent Posts Widget

Photography

Popular Posts