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सवाईमाधोपुर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2013 का मामला...,दिनभर कार्यालयों के चक्कर काटते रहे अभ्यर्थी, नहीं मिला कोई संतोषजनक जवाब

सवाईमाधोपुर. तृतीय श्रेणी शिक्षक भत्र्ती 2013 की सूची सोमवार को चस्पा नहीं होने से अभ्यर्थी दिनभर परेशान रहे। सूची के इंतजार में अभ्यर्थी दिनभर जिला परिषद कार्यालय व जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों के चक्कर काटते रहे। इस दौरान उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

सरकारी स्कूलों को मिले नए 118 शिक्षक

श्रीगंगानगर। आखिर चार साल बाद तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती 2013 के संशोधित परिणाम के तहत काउसलिंग की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गई। शिक्षा विभाग प्रारभिंक की ओर से यहां एसडी बिहाणी बीएड कॉलेज कैम्पस में इस काउसलिंग से 118 नए शिक्षकों का पदस्थापन उन सरकारी स्कूलों में किया गया है, जहां लंबे समय से शिक्षको के पद रिक्त पड़े थे।

66 शिक्षकों की हुई काउंसलिंग 8 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे

बारां| प्रारंभिकशिक्षा में शिक्षकों की कमी को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 2013 की तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का मामला सुलझने के बाद जिला परिषद की ओर से उन्हें नियुक्ति देने की प्रक्रिया शुरु कर दी हैं।

सीईओ ने बुलाई स्थापना समिति की बैठक 149 शिक्षकों को जल्द मिलेगी नियुक्ति

आखिरविवाद के बाद जिला परिषद के कार्यवाहक सीईओ ने ही बुधवार को सुबह 11 बजे स्थापना समिति की बैठक बुलाई है। अब इस बैठक में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2013 के संशोधित परिणाम अनुसार चयनित 149 शिक्षकों की सूची का अनुमोदन किया जाएगा।

चित्रकला संगीत अनिवार्य विषय है मगर बताया नहीं

राजस्थान के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को शिक्षा विभाग द्वारा पीएम कार्यालय को भेजी गलत रिपोर्ट दिखाई। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में माध्यमिक स्तर तक चित्रकला संगीत विषय अनिवार्य नहीं है।

शिक्षक भर्ती में वेटिंग वालों को नियुक्ति में मिले प्राथमिकता

जयपुर | पंचायतीराजविभाग की ओर से पिछले दिनों घोषित किए गए तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती-2013 के संशोधित परिणाम में कई जिलों में वेटिंग वालों को प्राथमिकता नहीं दी जा रही।

तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती में 20 प्रतिशत डार्क जोन से पीड़ित शिक्षक हुए शामिल

एजुकेशन रिपोर्टर. जोधपुर| तृतीयश्रेणी अध्यापक सीधी भर्ती 2013 में चयनित लेवल प्रथम के 301 शिक्षकों की काउंसलिंग में मंगलवार को 50 से अधिक शिक्षक ऐसे थे, जो बाड़मेर, जालोर जैसलमेर जिलों जैसे बैन एरिया में कार्यरत थे। इन शिक्षकों ने जोधपुर को महज इसलिए चुना, ताकि वे डार्क जोन से बाहर सकंे।

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