Advertisement

शिक्षक प्रशिक्षण का दूसरा चरण 18 से

जोधपुर शहरी क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विज्ञान और गणित विषयाध्यापकों का चार दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार से राजकीय माध्यमिक विद्यालय पावटा में शुरू होगा। बीईईओ एसएसए अरविंद कुमार व्यास और शहर ब्लाक संदर्भ व्यक्ति ललित जुगतावत ने बताया की दूसरे चरण में भी शहर के उच्च प्राथमिक विद्यालयो के गणित और विज्ञान विषय अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

अगले महीने जारी होगी रीट परीक्षा की विज्ञप्ति, 30 हजार शिक्षकों की होगी भर्ती

जयपुर। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है,  शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने रीट परीक्षा की विज्ञप्ति अगले माह तक जारी करने की घोषणा की है। माध्यमिक शिक्षा संशेधन विधेयक पर बहस के बाद देवनानी ने अगले महीने तक रीट परीक्षा की विज्ञप्ति निकालने की बात कही। देवनानी ने कहा कि 30 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।

शिक्षकों का वेतन बजट जारी करने की मांग

मुंडारा | राजस्थानशिक्षक संघ एकीकृत उपशाखा बाली ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश मेवाड़ा मुंडारा ने सर्व शिक्षा आयुक्त को ज्ञापन प्रेषित कर एस एस एवं पीडी मद में कार्यरत शिक्षकों के अगस्त माह के वेतन एरियर एवं अन्य भक्तो के भुगतान के लिए एक मुश्त बजट जारी करने की मांग की है।

बीकानेर- समायोजनके नाम पर साढ़े तीन सौ शिक्षकों के तबादले

माध्यमिक शिक्षा में समायोजन के नाम पर करीब साढ़े तीन सौ शिक्षकों के तबादले किए गए हैं। बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में सैकंड ग्रेड शिक्षकों को इधर-उधर करने से खलबली मची हुई है। क्योंकि अधिकांश शिक्षक पहले ट्रांसफर कराकर आए थे और अब उन्हें सरप्लस बता दिया गया है। मंडल उपनिदेशक ओमप्रकाश सारस्वत ने 14 सितंबर को सैकंड ग्रेड शिक्षकों के समायोजन की अलग-अलग सूचियां जारी की हैं।

2400 शिक्षक तो नियमित हुए और वेतन बढ़ा, सरकार द्वारा किया जा रहा स्थायी

पाली। 2012 में नियुक्त तृतीय श्रेणी शिक्षकों का परिवीक्षाकाल पूरा होने के एक साल भी उनको सरकार की ओर से सिर्फ 13 हजार 200 रुपए ही वेतन मिल रहा है। इतना ही नहीं, सरकार द्वारा इनको तो स्थायी किया जा रहा है और ही पूरे वेतन का लाभ दिया जा रहा है। इसके चलते जिले के करीब 2400 शिक्षकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खास बात यह है कि 2012 में सरकार ने इन्हें नियुक्ति तो दे दी तथा 2014 में परिवीक्षाकाल भी पूरा हो गया, फिर भी इनको तो नियमित किया जा रहा है और ही इनकाे वेतन वृद्धि दी जा रही है।

शिक्षकों के खट्टे-मीठे, आतंकी अनुभव!

लगभग एक दशक बाद जब मैं अपने शहर कानपुर की सड़कों से गुजर रहा था तो वहां के सबसे बड़े मॉल की चर्चा सुनने को मिली। पता चला कि वह क्राइस्ट चर्च कालेज के ठीक सामने बना था जहां कभी हम पढ़ते थे।

शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव, 783 शिक्षकों का समायोजन

जिलाशिक्षा अधिकारी (मा) ने प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत 783 शिक्षकों का माध्यमिक शिक्षा में समायोजन कर दिया है। इसमें लेवल फर्स्ट सेकंड के शिक्षक शामिल हैं। समायोजित किए गए शिक्षकों का अगले माह का वेतन माध्यमिक शिक्षा के बजट से होगा। 

75 दिन में 55 स्कूलों में प्रदर्शन, शिक्षकों के 6705 पद खाली, कोर्स 75% बाकी

उदयपुर. एक के बाद एक सरकारी स्कूलों में तालाबंदी और प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन स्थिति वही। न तो शिक्षक बढ़े। और न शिक्षा से जुड़े अफसरों पर ज्यादा असर पड़ा। बच्चों की पढ़ाई भी वैसी ही है। यानी नहीं के बराबर। स्वीकृत पदों 10750 में से 6705 पद खाली हैं। यानी 62.37 प्रतिशत पद खाली। लेक्चरर के पद भी 630 खाली। अफसर भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं। ऐसे में बच्चों के सामने शिक्षक लगवाने की एक ही उम्मीद नजर आती है। तालाबंदी और प्रदर्शन में। नए सत्र शुरू होने के सिर्फ ढाई माह में 55 स्कूलों में तालाबंदी-प्रदर्शन हुए। यानी हर एक सप्ताह में छह स्कूलों में प्रदर्शन।

विद्यार्थियों ने किया रास्ता जाम, फूंके टायर

शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। ग्रामीणों ने दस दिन में समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। विद्यालय में 22 में से सिर्फ दो शिक्षक राउमावि भीण्डा के छात्र-छात्राएं मंगलवार सुबह साढे नौ बजे अभिभावकों के साथ हाथों में तख्तियां लेकर डूंगरपुर-सीमलवाडा मुख्य मार्ग पर झौथरी पहुंचे। 'शिक्षक दो या हमे टीसी दोÓ की नारेबाजी करते हुए मार्ग अवरुद्ध कर दिया। विद्यार्थियों ने बताया कि विद्यालय में 22 पद सृजित हैं।

शिक्षकों की कमी को लेकर पांचवें दिन धरना रहा जारी

सांचौर। राजकीय उगा माध्यमिक विद्यालय हेमागुड़ा में अंग्रेजी, गणित व संस्कृत की मांग को लेकर जिला कलेक्टर के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा,  स्कूल के आगे विद्यार्थी धरने बैठ गये। ज्ञापन में बताया कि राजकीय उगा माध्यमिक विद्यालय हेमागुड़ा में लम्बे समय से गणित, अंग्रेजी व संस्कृत विषय के अध्यापक की कमी है, कि अंग्रेजी विषय की जुलाई से पढाई शुरू ही नहीं हो पायी है, जबकि गणित व संस्कृत विषय की पढाई गैर-विशेषज्ञ शिक्षक पढा रहे है, जिससे पढाई का स्तर गिर रहा है। 

UPTET news

Recent Posts Widget

Photography

Popular Posts