सरकारने विधानसभा चुनाव में युवाओं को 15 लाख नई नौकरियां देने का वादा
किया था। हकीकत यह है कि शिक्षा विभाग में ही 62 हजार पदों पर भर्तियां
अटकी हुई है। इसमें प्रदेश के करीब 15 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अधरझूल
में हैं।
सरकार ने भर्तियां तो निकाल दी, लेकिन इन्हें पूरा करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं।
शिक्षा विभाग में विद्यालय सहायक ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्तियां तो ऐसी हैं, जो नियमों की पेचीदगियों के कारण अटकी हुई है। स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के कारण नियुक्तियों का रास्ता नहीं खुल पा रहा। इसी तरह विद्यार्थी मित्रों को समायोजित करने के लिए शुरू की गई विद्यालय सहायक भर्ती भी शिक्षा सहायक भर्ती की तरह अटक रह गई है और विद्यार्थी मित्रों की समस्या का भी समाधान नहीं कर सकी है। जिसका खामियाजा अभ्यर्थियों को उठाना पड़ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार को भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने से पहले कार्यक्रम तय कर लेना चाहिए ताकि भर्ती समय पर पूरी हो सकें। हाईकोर्ट के एडवोकेट संदीप कलवानियां ने बताया कि स्कूल व्याख्याता भर्ती की परीक्षा में पूछे गए सवालों के कारण भर्ती का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
यह बड़ी भर्तियां अटकी
13,500पदों के लिए हुई स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा-2015 में 4.50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा विभाग में विद्यालय सहायक भर्ती-2015 की भर्ती में 10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यह भर्ती 33,500 पदों के लिए थी। इसी तरह ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती-2016 में भी अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। यह भर्ती 15 हजार पदों के लिए थी।
सरकार ने भर्तियां तो निकाल दी, लेकिन इन्हें पूरा करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं।
शिक्षा विभाग में विद्यालय सहायक ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्तियां तो ऐसी हैं, जो नियमों की पेचीदगियों के कारण अटकी हुई है। स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के कारण नियुक्तियों का रास्ता नहीं खुल पा रहा। इसी तरह विद्यार्थी मित्रों को समायोजित करने के लिए शुरू की गई विद्यालय सहायक भर्ती भी शिक्षा सहायक भर्ती की तरह अटक रह गई है और विद्यार्थी मित्रों की समस्या का भी समाधान नहीं कर सकी है। जिसका खामियाजा अभ्यर्थियों को उठाना पड़ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार को भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने से पहले कार्यक्रम तय कर लेना चाहिए ताकि भर्ती समय पर पूरी हो सकें। हाईकोर्ट के एडवोकेट संदीप कलवानियां ने बताया कि स्कूल व्याख्याता भर्ती की परीक्षा में पूछे गए सवालों के कारण भर्ती का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
यह बड़ी भर्तियां अटकी
13,500पदों के लिए हुई स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा-2015 में 4.50 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा विभाग में विद्यालय सहायक भर्ती-2015 की भर्ती में 10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यह भर्ती 33,500 पदों के लिए थी। इसी तरह ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती-2016 में भी अभ्यर्थियों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिल सकी है। यह भर्ती 15 हजार पदों के लिए थी।