अधिक रिजल्ट देने वाले संस्थाप्रधानों पर भी प्लानिंग
माध्यमिक सेटअप में पिछले लंबे समय से लगातार 80 प्रतिशत से अधिक रिजल्ट देने वाले संस्थाप्रधानों के साथ बैठक होगी। जिसमें बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन बच्चों पर फोकस किया जाएगा। जिससे इन बच्चों को बोर्ड मेरिट के लिए तैयार किया जाएगा।
इसके लिए अतिरिक्त कक्षाएं, स्टडी मटेरियल, अभिभावक संपर्क और विशेषज्ञ से मार्गदर्शन दिलाया जाएगा। ऐसे बच्चों की लिस्ट तैयार कर उनके विषयाध्यापकों, लेक्चरर पर विशेष ध्यान रखकर काम किया जाएगा।
भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर
माध्यमिकशिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों को अब 10 रुपए के शपथ पत्र में लिखकर देना होगा कि वे ट्यूशन नहीं लेते है। ये शपथ पत्र जनवरी माह में ही सभी शिक्षकों को अपने प्रधानाचार्य के माध्यम से डीईओ ऑफिस में पहुंचाना होगा।
माध्यमिक शिक्षा सेटअप में 2 मार्च से बोर्ड की परीक्षा शुरू हो रही है। ऐसे में सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक की अध्यक्षता में एक प्लानिंग बैठक का आयोजन हुआ।
डीईओ माध्यमिक लक्ष्मण मालावत, एडीईओ प्रकाश शर्मा, गटूलाल अहारी की उपस्थिति में आगामी 2 मार्च तक की प्लानिंग तैयार की गई है। जिसमें बोर्ड परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने के साथ ही बोर्ड मेरिट में जिले से अधिक संख्या में बच्चों को मेरिट में लाने का प्रयास किया जाएगा।
इस प्लानिंग में प्रधानाचार्य को सम्मिलित किया जाएगा। जिसमें शपथ पत्र भरवाना, औचक निरीक्षण, स्कूलवार समीक्षा और अतिरिक्त शिक्षक लगाने का कार्य किया जाएगा। जिससे बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहतर किया जाएगा। वहीं बोर्ड कक्षाओं वाले बच्चों को स्कूल कार्यक्रम से दूर रखा जाएगा।
शपथपत्र से होगी शुरुआत
शिक्षकोंके ट्यूशन की शिकायते ज्यादा आती है। जिसमें सरकारी नियमों के अनुसार शिक्षकों को 10 रुपए के शपथ पत्र में ट्यूशन नहीं लेने का शपथ पत्र लिखकर देना होगा। इस शपथ पत्र के बाद कभी भी शिक्षक ट्यूशन लेते हुए पाया गया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विशेषकर शहरी क्षेत्र के स्कूलों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मॉनिटरिंगटीम बनेगी
डीईओमाध्यमिक के निर्देशन में 20 शिक्षकों की टीम का गठन किया जाएगा। जो चुनिंदा स्कूल और शिक्षकों पर नजर रखकर अपनी गोपनीय रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इस रिपोर्ट के साथ ही डीईओ की ओर से 40 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों का भी औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण का समय और तारीख डीईओ स्वयं तय करेंगे।
बीएडप्रशिक्षु लगेंगे
बोर्डपरीक्षा परिणाम उन्नयन से पहले रिक्त पदों की जानकारी जुटाई जाएगी। जिसमें विज्ञान, कला और वाणिज्य वर्ग के शिक्षक नहीं होने की दशा में बीएड़ प्रशिक्षु को लगाया जाएगा। वहीं जिन स्कूलों में शिक्षक उपस्थित होने के बावजूद रिजल्ट नहीं दे रहे है। उन्हें पाबंद किया जाएगा।
डीईओलेंगे बैठक
माध्यमिकऔर उच्च माध्यमिक स्कूलों के संस्थाप्रधानों पर विशेष रूप से डीईओ के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक की तारीख तय नहीं की गई। इस बैठक के दूसरे सत्र में 40 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले प्रधानाचार्य की बैठक होगी।
^इस बार बोर्ड का परीक्षा परिणाम अच्छा रखा जाएगा। जिसमें पूरा माध्यमिक सेटअप मिलकर प्लानिंग के अनुसार काम करेंगे। ट्यूशन को रोकने के लिए शपथ पत्र, फिर मॉनिटरिंग और इसके बाद उन्नयन का कार्य किया जाएगा। -लक्ष्मण मालावत, डीईओ माध्यमिक
माध्यमिक सेटअप में पिछले लंबे समय से लगातार 80 प्रतिशत से अधिक रिजल्ट देने वाले संस्थाप्रधानों के साथ बैठक होगी। जिसमें बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन बच्चों पर फोकस किया जाएगा। जिससे इन बच्चों को बोर्ड मेरिट के लिए तैयार किया जाएगा।
इसके लिए अतिरिक्त कक्षाएं, स्टडी मटेरियल, अभिभावक संपर्क और विशेषज्ञ से मार्गदर्शन दिलाया जाएगा। ऐसे बच्चों की लिस्ट तैयार कर उनके विषयाध्यापकों, लेक्चरर पर विशेष ध्यान रखकर काम किया जाएगा।
भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर
माध्यमिकशिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों को अब 10 रुपए के शपथ पत्र में लिखकर देना होगा कि वे ट्यूशन नहीं लेते है। ये शपथ पत्र जनवरी माह में ही सभी शिक्षकों को अपने प्रधानाचार्य के माध्यम से डीईओ ऑफिस में पहुंचाना होगा।
माध्यमिक शिक्षा सेटअप में 2 मार्च से बोर्ड की परीक्षा शुरू हो रही है। ऐसे में सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक की अध्यक्षता में एक प्लानिंग बैठक का आयोजन हुआ।
डीईओ माध्यमिक लक्ष्मण मालावत, एडीईओ प्रकाश शर्मा, गटूलाल अहारी की उपस्थिति में आगामी 2 मार्च तक की प्लानिंग तैयार की गई है। जिसमें बोर्ड परीक्षा परिणाम को बेहतर बनाने के साथ ही बोर्ड मेरिट में जिले से अधिक संख्या में बच्चों को मेरिट में लाने का प्रयास किया जाएगा।
इस प्लानिंग में प्रधानाचार्य को सम्मिलित किया जाएगा। जिसमें शपथ पत्र भरवाना, औचक निरीक्षण, स्कूलवार समीक्षा और अतिरिक्त शिक्षक लगाने का कार्य किया जाएगा। जिससे बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहतर किया जाएगा। वहीं बोर्ड कक्षाओं वाले बच्चों को स्कूल कार्यक्रम से दूर रखा जाएगा।
शपथपत्र से होगी शुरुआत
शिक्षकोंके ट्यूशन की शिकायते ज्यादा आती है। जिसमें सरकारी नियमों के अनुसार शिक्षकों को 10 रुपए के शपथ पत्र में ट्यूशन नहीं लेने का शपथ पत्र लिखकर देना होगा। इस शपथ पत्र के बाद कभी भी शिक्षक ट्यूशन लेते हुए पाया गया तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। विशेषकर शहरी क्षेत्र के स्कूलों पर विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मॉनिटरिंगटीम बनेगी
डीईओमाध्यमिक के निर्देशन में 20 शिक्षकों की टीम का गठन किया जाएगा। जो चुनिंदा स्कूल और शिक्षकों पर नजर रखकर अपनी गोपनीय रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इस रिपोर्ट के साथ ही डीईओ की ओर से 40 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों का भी औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस निरीक्षण का समय और तारीख डीईओ स्वयं तय करेंगे।
बीएडप्रशिक्षु लगेंगे
बोर्डपरीक्षा परिणाम उन्नयन से पहले रिक्त पदों की जानकारी जुटाई जाएगी। जिसमें विज्ञान, कला और वाणिज्य वर्ग के शिक्षक नहीं होने की दशा में बीएड़ प्रशिक्षु को लगाया जाएगा। वहीं जिन स्कूलों में शिक्षक उपस्थित होने के बावजूद रिजल्ट नहीं दे रहे है। उन्हें पाबंद किया जाएगा।
डीईओलेंगे बैठक
माध्यमिकऔर उच्च माध्यमिक स्कूलों के संस्थाप्रधानों पर विशेष रूप से डीईओ के साथ बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक की तारीख तय नहीं की गई। इस बैठक के दूसरे सत्र में 40 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले प्रधानाचार्य की बैठक होगी।
^इस बार बोर्ड का परीक्षा परिणाम अच्छा रखा जाएगा। जिसमें पूरा माध्यमिक सेटअप मिलकर प्लानिंग के अनुसार काम करेंगे। ट्यूशन को रोकने के लिए शपथ पत्र, फिर मॉनिटरिंग और इसके बाद उन्नयन का कार्य किया जाएगा। -लक्ष्मण मालावत, डीईओ माध्यमिक