प्रतापगढ़: कहते हैं स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है। देश के भविष्य का निर्माण इसी शिक्षा के मंदिर से होता है। लेकिन जब यही शिक्षा का मंदिर जुए का अड्डा बन जाए तो इससे ज्यादा शर्मनाक बात भला और क्या हो सकती है। यही नही जिले के शिक्षा विभाग के आलाधिकारी भी खुद को जनता का नहीं सरकार का नौकर बताते हैं और इसजुए पर अंकुश लगाने की बात न करते हुए इससे अपना पलड़ा झाड़ते दिख रहे हैं।
जी हाँ ये मामला प्रतापगढ़ शहर के बीचोबीच स्थित प्राथमिक विद्यालय शंकर दयाल रोड का है। जिस स्कूल में बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए उस स्कूल में जुआड़ियों की महफ़िल सजती है। लेकिन इस पूरे मामले में जो सबसे बड़ा आश्चर्य है वह है की यह स्कूल पुलिस चौकी मकन्द्रू गंज से महज 200 मीटर और कोतवाली नगर सेभी बेहद करीब है। इसके बाद भी पुलिस इस पर अंकुश नही लगा पा रही है यह बेहद सोचनीय विषय है।यही नही सरकार भले ही नौनिहालों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह भा रही हो लेकिन इस विभाग के जिले के आलधिकारी इससे पूरी तरह बेपरवाह बने हैं। जिले के डिप्टी बीएसए ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव से प्राथमिक विद्यालय में सजी जुए की महफ़िल पर सवाल किया गया तो वह भड़क गए उनका कहना था की वह जनता के नौकर नहीं है बल्कि वह एक सरकारी अधिकारी हैं। ऐसे में वह इस बारे कुछ नही कहेंगे जिसको जो करना हो कर ले।शिक्षा के मंदिर में सजी जुए की महफ़िल निश्चित ही उत्तर प्रदेश के गिरते शिक्षा के स्तर को दिखाने के लिए पर्याप्त है। लेकिन यह तो मात्र बानगी भर है। इसके आलावा प्राथमिक विद्यालयों में हेडमास्टर द्वारा शराब पीकर हंगामा करना,अध्यापको का खुद स्कूलन जाकर अपने स्थान पर गैर प्रशिक्षित लोगों को स्कूल भेज कर बच्चों को पढ़वाने का मामला अब देखना यह है की पुलिस इन जुआड़ियों के खिलाफ क्या कर्यवाही करती है या फिर शिक्षा विभाग के आलाधिकारी अपने इस बेलगाम डिप्टी बीएसए के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है यह भविष्य की गर्त में है ।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जी हाँ ये मामला प्रतापगढ़ शहर के बीचोबीच स्थित प्राथमिक विद्यालय शंकर दयाल रोड का है। जिस स्कूल में बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए उस स्कूल में जुआड़ियों की महफ़िल सजती है। लेकिन इस पूरे मामले में जो सबसे बड़ा आश्चर्य है वह है की यह स्कूल पुलिस चौकी मकन्द्रू गंज से महज 200 मीटर और कोतवाली नगर सेभी बेहद करीब है। इसके बाद भी पुलिस इस पर अंकुश नही लगा पा रही है यह बेहद सोचनीय विषय है।यही नही सरकार भले ही नौनिहालों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए करोड़ों रुपये पानी की तरह भा रही हो लेकिन इस विभाग के जिले के आलधिकारी इससे पूरी तरह बेपरवाह बने हैं। जिले के डिप्टी बीएसए ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव से प्राथमिक विद्यालय में सजी जुए की महफ़िल पर सवाल किया गया तो वह भड़क गए उनका कहना था की वह जनता के नौकर नहीं है बल्कि वह एक सरकारी अधिकारी हैं। ऐसे में वह इस बारे कुछ नही कहेंगे जिसको जो करना हो कर ले।शिक्षा के मंदिर में सजी जुए की महफ़िल निश्चित ही उत्तर प्रदेश के गिरते शिक्षा के स्तर को दिखाने के लिए पर्याप्त है। लेकिन यह तो मात्र बानगी भर है। इसके आलावा प्राथमिक विद्यालयों में हेडमास्टर द्वारा शराब पीकर हंगामा करना,अध्यापको का खुद स्कूलन जाकर अपने स्थान पर गैर प्रशिक्षित लोगों को स्कूल भेज कर बच्चों को पढ़वाने का मामला अब देखना यह है की पुलिस इन जुआड़ियों के खिलाफ क्या कर्यवाही करती है या फिर शिक्षा विभाग के आलाधिकारी अपने इस बेलगाम डिप्टी बीएसए के खिलाफ क्या कार्यवाही करता है यह भविष्य की गर्त में है ।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC