हाल ही में एक बेहद चौंका देनेवाला
मामला सामने आया है, जिसे पढने के बाद आप हैरान रह जाएँगे। खबर मिली है
कि श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के अलाय निवासी एक एक विवाहिता का उसके पति से
पिछले एक साल से शारीरिक सम्बन्ध नहीं बना, इसके बावजूद वह गर्भवती हो गई।
जब अपने बीमार पिता को देखने पति नौकरी छोड़ घर आया, तो वह अपनी पत्नी की
दशा देखकर हैरान रह गया। सच्चाई का पता लागने के लिए उसने पत्नी से इसका
कारण पूछा, जिसका जवाब सुनकर उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
असल में अपनी पत्नी से दूर जब पति दुसरे
शहर में नौकरी कर रहा था, तब उसकी अनुपस्थिति में एक द्वितीय श्रेणी
शिक्षक, एक पुलिस कांस्टेबल व एक अन्य व्यक्ति उसकी पत्नी के साथ बारी-बारी
दुष्कर्म करते रहे और अश्लील क्लिपिंग बनाकर उसे ब्लेकमेल करते रहे। पत्नी
के साथ हुए इस अन्याय के बारे में सुनने के बाद पति ने गत 8 अगस्त को
श्रीबालाजी थाने में दुष्कर्मियों के खिलाफ गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कराया।
जिसके बाद एसपी ने जांच नागौर वृताधिकारी रामेश्वर प्रसाद को सौंपी, लेकिन
वृताधिकारी बीमार हो गए, जिससे जांच आगे नहीं बढ़ पाई और न ही आरोपी
गिरफ्तार हो पाए।
इसके बाद २६ अगस्त को बीकानेर के पीबीएम
अस्पताल में पीडि़ता ने बच्चे को जन्म दिया, तो इस दमप्त्ती ने बच्चे की
DNA जांच की मांग की। लेकिन पुलिस ने इसपर ध्यान नहीं दिया। पैदा होने के 5
दिनों के अन्दर ही बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद मामला और बिगड़ गया और
मीडिया भी इस केस में शामिल हो गई। जिसके बाद पुलिस ने कड़े कदम उठाते हुए
बच्चे का DNA सैम्पल लिया और बच्चे की बॉडी को परिवार को सौंप दिया।