जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के
राजनीतिक कार्यक्षेत्र झालावाड़ में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक व ग्राम
सेवक को घर में शौचालय न होने के कारण निलंबित कर दिया गया है। राज्य में
इस तरह का यह पहला मामला है।
निलंबित ग्राम सेवक हेमराज सिंह कीटिया पंचायत में तैनात थे। वहीं शिक्षक प्रेम सिंह बिशनिया गांव के सरकारी स्कूल में पदस्थापित थे। दोनों को गांव को खुले में शौच से मुक्त कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस के तहत सुबह के समय जब जयपुर से पहुंचे एक दल ने जांच की तो पाया कि इन दोनों के खुद के घर में शौचालय नहीं है और इनका परिवार भी खुले में ही शौच के लिए जाता है।
इसे काम में लापरवाही मानते हुए जिला कलक्टर ने दोनों को निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वच्छता और खुले में शौच की रोकथाम को लेकर जिला कलेक्टरों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दे रखे हैं।
निलंबित ग्राम सेवक हेमराज सिंह कीटिया पंचायत में तैनात थे। वहीं शिक्षक प्रेम सिंह बिशनिया गांव के सरकारी स्कूल में पदस्थापित थे। दोनों को गांव को खुले में शौच से मुक्त कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। इस के तहत सुबह के समय जब जयपुर से पहुंचे एक दल ने जांच की तो पाया कि इन दोनों के खुद के घर में शौचालय नहीं है और इनका परिवार भी खुले में ही शौच के लिए जाता है।
इसे काम में लापरवाही मानते हुए जिला कलक्टर ने दोनों को निलंबित कर दिया। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वच्छता और खुले में शौच की रोकथाम को लेकर जिला कलेक्टरों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दे रखे हैं।