डूंगरपुर | साल 2013 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में कनिष्ठ लिपिकों की सीधी भर्ती निकाली थी। कोर्ट और स्थानीय को वरीयता के विवादों के चलते अब तक प्रक्रिया चार साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी है।
अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि आगामी दौरे पर मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा। साथ ही 2 अप्रैल को भूख हड़ताल के साथ नेशनल हाईवे. 8 को जाम कर आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
जिला परिषद के माध्यम से की जा रही इन भर्तियों को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती का विवाद जैसे-तैसे निपटा ही है और इसी बीच एक बार फिर पिछले कुछ माह से ठंडे बस्ते में पड़ा कनिष्ठ लिपिक भर्ती का विवाद गर्मा गया है। इसके पीछे की बड़ी वजह विधानसभा चुनाव करीब होना है। इसे देखते हुए सीएम का अप्रैल माह में दौरा भी बन रहा है और प्रशासन उसकी तैयारियों में जुटा है। अभ्यर्थियों ने इसे सही मौका मानते हुए आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है। अभ्यर्थियों ने बताया कि वे सभी लगातार चार सालों से नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
इसी मामले को लेकर आरएएस अधिकारी परशुराम धानक ने खुद को एपीओ करवा दिया था। वह सीईओ पद पर कार्यरत थे।
कुल स्वीकृत पद
प्रदेश : 19515
जिला : 455
पद भरे : 185
देरी का कारण बोनस अंक के कारण कोर्ट केस
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