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सरकार ने 26 को सेवा से अलग करने की सिफारिश की, विवि ने 34 को अयोग्य माना

जयनारायणव्यास विश्वविद्यालय में वर्ष 2013 में हुई शिक्षक भर्ती के तहत नियुक्त 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स के खिलाफ कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए उन्हें नोटिस जारी कर दिए गए हैं। उन्हें नोटिस के जरिए कहा गया है कि सरकार से मिले एक पत्र राजस्थान हाईकोर्ट के एक निर्णय के अनुसार उनकी योग्यता नियमानुसार नहीं है।
इस संबंध में विश्वविद्यालय उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है, उन्हें लिखित में 14 फरवरी तक विश्वविद्यालय को जवाब देना है। राज्य सरकार की ओर से जेएनवीयू शिक्षक भर्ती की तथ्यात्मक रिपोर्ट के साथ कुलपति प्रो. आरपी सिंह को जयपुर बुलाया गया था। तथ्यात्मक रिपोर्ट लेकर कुलपति 11 जनवरी को जयपुर गए थे। इस रिपोर्ट में असिस्टेंट प्रोफेसर्स पद पर नियुक्त कुछ शिक्षकों के खिलाफ तथ्य प्रस्तुत किए गए थे। इस मामले का सरकार की ओर से विधि विभाग द्वारा विधिक परीक्षण करवाया गया। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजहंस उपाध्याय ने राज्यपाल सचिवालय को पत्र भेजा है। पत्र में लिखा गया है कि विधि विभाग की राय के अनुसार यूजीसी द्वारा निर्धारित योग्यता धारित नहीं करने वाले 26 अपात्र असिस्टेंट प्रोफेसर्स को भी सेवा से पृथक करने की कार्रवाई किया जाना उचित होगा।

राज्य सरकार की ओर से मिले इस पत्र के आधार पर राजभवन की विशेषाधिकारी (उच्च शिक्षा) कीर्ति शर्मा ने नियमानुसार 16 जनवरी को कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। आदेश आने के बाद 19 जनवरी को कुलपति प्रो. सिंह ने सिंडिकेट सदस्य प्रो. अवतारलाल मीणा के संयोजन में एक कमेटी गठित की। कमेटी ने 21 जनवरी को रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में एसीबी की जांच सरकार की ओर से आए पत्र के तथ्यों को उचित माना गया। कमेटी ने असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर 34 शिक्षकों की नियुक्ति को नियमानुसार गलत माना। कुलपति की ओर से विधिक राय मांगी गई। मंगलवार को विधिक राय लेने के बाद इन असिस्टेंट प्रोफेसर्स को नोटिस भेज दिए गए हैं।

अर्थशास्त्र : डॉ.जयाभंडारी, डॉ. रजनीकांत त्रिवेदी।

अंग्रेजी: डॉ.राखी व्यास, डॉ. ऋचा बोहरा, डॉ. वीनू जॉर्ज, डॉ. विभा भूत, डॉ. हितेन्द्र गोयल, विवेक खटीक मोहित।

भूगोल: डॉ.ललितसिंह झाला।

इतिहास: डॉ.प्रतिभा सांखला, डॉ. महेंद्र पुरोहित।

साइकोलॉजी: हेमलताजोशी।

समाजशास्त्र: राजेंद्रसिंहखींची ऋषभ गहलोत।

लोकप्रशासन : शरदशेखावत।

व्यवसायप्रशासन : डॉ.उम्मेदराज तातेड़, डॉ. आशा राठी, डॉ. आशीष माथुर, डॉ. रमेश चौहान मनीष वडेरा।

वनस्पतिशास्त्र : डॉ.रचना दिनेश, डॉ. कामना शर्मा।

रसायनशास्त्र : डॉ.संगीता परिहार, डॉ. ओमप्रकाश, डॉ. सीमा परवीन, डॉ. अमिता धारीवाल।

भूगर्भशास्त्र : डॉ.वीरेंद्र परिहार।

भौतिकी: डॉ.शिवकुमार बार्बर।

जूलॉजी: डॉ.लेखू गहलोत, डॉ. हेमसिंह गहलोत, डॉ. पूनम पूनिया।

हिन्दी: डॉ.कामिनी ओझा।

राज.विज्ञान| डॉ.नगेंद्रसिंह भाटी

जेएनवीयू के इन असिस्टेंट प्रोफेसर्स को नोटिस जारी करने की कार्रवाई के लिए विश्वविद्याल को दो दिन लग गए। दो दिन तक कुलसचिव बीएस सांदू रात 8 बजे तक कार्यालय में बैठे थे। नोटिस तैयार करने के लिए एडवोकेट भी साथ बैठे रहे। आखिर मंगलवार शाम करीब 7 बजे स्पीड पोस्ट से 34 असिस्टेंट प्रोफेसर्स को नोटिस भेजे गए।

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