Advertisement

एक शिक्षिका के जिम्मे 117 बच्चे, व्यवस्थाएं प्रभावित

सिटी रिपोर्टर| कोटा  प्रारंभिक शिक्षा विभाग में स्टाफिंग पैटर्न के बाद बदली व्यवस्था से शहरी स्कूलों की स्थिति बिगड़ चुकी है। हालत ये है कि नदी पार क्षेत्र के 6 स्कूलों में एक-एक शिक्षक ही रह गए हैं। इसके बावजूद शिक्षा विभाग ने किसी भी तरह की शैक्षणिक व्यवस्था के लिए टीचर की व्यवस्था नहीं की है।
नांता करणी नगर राउप्रावि में एक शिक्षिका के भरोसे 117 बच्चे हैं। काउंसलिंग के बाद यहां बच्चों की पढ़ाई से लेकर स्कूल का मैनेजमेंट बिगड़ गया है। विभाग ने अभी तक शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की है। यहां लगी शिक्षिका भी डेपुटेशन पर है। इनके अलावा शहर के थर्मल गेट, बालिका बड़गांव, मड़िया बस्ती, गणेशपुरा और शंभूपुरा नांता स्कूल में भी एक-एक शिक्षक ही बचे हैं। जबकि बच्चों की संख्या काफी है। शिक्षकों का कहना है कि काउंसलिंग में शहरी स्कूलों से शिक्षकों को तो हटा दिया है, लेकिन यहां खाली पदों पर किसी को भी नहीं लगाया गया है। ऐसे में शहरी स्कूलों में शिक्षकों के काफी संख्या में पद खाली है।

^शहरमें खाली पदों को लेकर अभी तक निदेशालय से हमें निर्देश नहीं मिले हैं। शहरी स्कूलों में तबादलों की प्रक्रिया शुरू करने की उम्मीद है। अभी इन स्कूलों के लिए उच्चाधिकारियों से गाइडलाइन लेकर व्यवस्था की जाएगी। -किशनलालदेवतवाल, डीईओ प्रारंभिक
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

UPTET news

Recent Posts Widget
'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Photography

Popular Posts