झालावाड़. जिले में 2012 की शिक्षक भर्ती के सैंकड़ों शिक्षकों को
अधिकारियों के चक्कर काटते हुए लंबा समय हो गया लेकिन कोई समाधान नहीं हो
रहा है। सोमवार को 2012 में नियुक्त संशोधित परिणाम के प्रभावित शिक्षकों
ने वेतन एरियार व स्थाईकरण की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय
में एडीईओ व मिनी सचिवालय में अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा 30 मार्च 2017 को प्रभावित
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के वेतन नियमितिकरण व स्थायीकरण का आदेश जारी कर
दिया गया था। इसके बाद सितम्बर 2014 से फरवरी 2016 तक के वेतन एरियार का
भुगतान करने का आदेश प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने 9 मार्च 2017 को कर दिया है। इसके बावजूद भी झालावाड़ जिले में प्रभावित शिक्षकों के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
अन्य जिलों में हो चुके है आदेश-
शिक्षकों ने
बताया कि राजस्थान के करीब २५ जिलों में एरियार व नियमितिकरण हो चुका है।
लेकिन झालावाड़ में नहीं हो रहा है। लंबे समय से अधिकारियों के चक्कर काट
रहे हैं। लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है।
न्यालालय भी दे चुका है निर्णय-
ज्ञापन में बताया
कि इस संबंध में उच्च न्यायालय द्वारा भी निर्णय दिया जा चुका है। परन्तु
आज तक जिले में स्थाईकरण नहीं किया गया है। जबकि प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक
ने 19 दिसम्बर2017 को भी 2012 की भर्ती में नियुक्त शिक्षकों के वेतन
स्थिरीकरण, एरियर का भी पूर्ण भुगतान किया जाना सुनिश्चित करने के लिए
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहा है।
इतना बनता है एरियर-
शिक्षकों का अब तक का एरियर
करीब एक शिक्षक का करीब ढ़ाई लाख रुपए बन रहा है। यह शिक्षकों को मिलना है।
इसके लिए शिक्षक जिलास्तरीय अधिकारियों के कई बार चक्कर काट चुके हैं।
लेकिन कहीं से कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिल रहा है। मंगलवार को जब शिक्षक
ज्ञापन देने गए तो अजीब स्थिति सामने आई अधिकारी बोले इन ज्ञापनों से कुछ
नहीं होने वाला सरकार जो करेगी वहीं होगा।
यह मौजूद थे ज्ञापन देने वालों में-
मंगलवार को
अधिकारियों को दिए ज्ञापन में व्याख्याता सीताराम मीणा, सीताराम गौड़,
सुनील चौधरी, हेमराज गुर्जर, लोकेश मीणा, जगदीश चन्द शर्मा,प्रहलाद
रायपुरिया, सुरेश चन्द गुर्जर, सतीश यादव, रत्तीराम भाटी, जलदीपसिंह, ईश्वर
नागर, प्रेमप्रकाश, मनोज कुमार, गिरधारी, रेखा मेरोठा, पुष्पा चौधरी,
निर्मला, रामसिंह सहित कई लोग शिक्षक मौजूद थे।
यह कहना है अधिकारियों का-
2012 की शिक्षक भर्ती के
शिक्षकों का परिणाम संशोधित आया था, सुधार करते हुए तीन बार संशोधित
परिणाम आ चुका है। आज शिक्षक ज्ञापन देने आए थे,इनकी जिला शिक्षा अधिकारी
से बात करवा दी गई है। बजट के लिए सभी बीईईआ व पीईईओ से कहा गया है। सरकार
के निर्देशानुसार अभी सेवा में बनाए रखा है। सरकार भी यही चाहती है। लेकिन
इनका मामला अभी प्रक्रियाधीन है।
हरि शंकर शर्मा, एडीईओ, झालावाड़।
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