भास्कर संवाददाता| हनुमानगढ़ राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर डीईओ
कार्यालय के समक्ष पांच दिनों से चल रहा धरना शुक्रवार को समझौता वार्ता के
बाद समाप्त कर दिया गया।
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामलुभाया तिन्ना ने बताया कि कार्यवाहक जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिहाग के साथ हुई समझौता वार्ता में मांगों पर सहमति बन गई। संगठनों सदस्यों के साथ हुई वार्ता में 2012 में नियुक्त शिक्षकों के एरियर का भुगतान नवंबर माह के अंत तक करने, 2012 के शिक्षकों के शेष रहे स्थाईकरण प्रकरणों का निस्तारण एक माह के भीतर करवाने और पूर्व में संगठन सदस्यों के साथ हुए समझौते की जांच करवाने एवं बीएड इंटर्नशिप परिवेदनाओं का निस्तारण ऑफलाइन करवाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखने पर सहमति बनी। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से ग्रस्त शिक्षक कर्मचारियों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण कराने के लिए संबंधित बीईईओ को लिखने और बीएड इंटर्नशिप मामलों के निस्तारण की सूची संगठन को मौका पर ही उपलब्ध करा दी गई। वहीं शेष प्रकरणों का जल्द निस्तारण करने के प्रति आश्वस्त किया गया। समझौता वार्ता में प्रदेश कोषाध्यक्ष बेगराज खोथ, रामलुभाया तिन्ना, भूराराम सहारण, रामनिवास शर्मा, महेश ढिल, महावीर सहारण, कुलवंत सिंह, कुलदीप सिंह, रमेश स्वामी, डीईओ कार्यालय के लेखाकार कपूरचंद आदि मौजूद थे।
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामलुभाया तिन्ना ने बताया कि कार्यवाहक जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिहाग के साथ हुई समझौता वार्ता में मांगों पर सहमति बन गई। संगठनों सदस्यों के साथ हुई वार्ता में 2012 में नियुक्त शिक्षकों के एरियर का भुगतान नवंबर माह के अंत तक करने, 2012 के शिक्षकों के शेष रहे स्थाईकरण प्रकरणों का निस्तारण एक माह के भीतर करवाने और पूर्व में संगठन सदस्यों के साथ हुए समझौते की जांच करवाने एवं बीएड इंटर्नशिप परिवेदनाओं का निस्तारण ऑफलाइन करवाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखने पर सहमति बनी। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से ग्रस्त शिक्षक कर्मचारियों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण कराने के लिए संबंधित बीईईओ को लिखने और बीएड इंटर्नशिप मामलों के निस्तारण की सूची संगठन को मौका पर ही उपलब्ध करा दी गई। वहीं शेष प्रकरणों का जल्द निस्तारण करने के प्रति आश्वस्त किया गया। समझौता वार्ता में प्रदेश कोषाध्यक्ष बेगराज खोथ, रामलुभाया तिन्ना, भूराराम सहारण, रामनिवास शर्मा, महेश ढिल, महावीर सहारण, कुलवंत सिंह, कुलदीप सिंह, रमेश स्वामी, डीईओ कार्यालय के लेखाकार कपूरचंद आदि मौजूद थे।