कोटा विश्वविद्दालय का चौथा दीक्षांत समारोह आज कोटा शहर के यूआईटी
ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ. समारोह की अध्यक्षता करते हुये राज्यपाल
कल्याणसिंह ने 44 दीक्षार्थियों को पीएचडी की उपाधियां बांटी वहीं 54 अव्वल
विद्दार्थियों को स्वर्णपदकों से सम्मानित किया गया.
कोटा विश्वविद्दालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल कल्याणसिंह ने कहा हैं कि शिक्षक अपने आपको केवल वेतनभोगी कार्मिक नहीं समझे बल्कि शिक्षण से देश निर्माण के बड़े अभियान में भागीदार बने. उन्होंने कहा कि शिक्षक को कभी हड़ताल नहीं करनी चाहिए.
राज्यपाल ने इस दौरान जीएसटी को देश की आर्थिक क्रांति करार देते हुए शिक्षकों से समाज और व्यापार जगत को जीएसटी शिक्षण के लिये भी आगे आने को कहा. वहीं विद्दार्थियों से मुखातिब होते हुए कभी नकल नहीं करने, बेटियों को बचाने और खासकर समाज के प्रति अपने दायित्वों को हमेशा याद रखने की नसीहत दी.समारोह में अतिथि के रूप में मौजूद उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने वाई-फाई केम्पस और सोलर प्लांट के लिये कोटा विवि प्रबंधन को भी जमकर सराहा. वहीं राज्यपाल अपने भाषण में दीक्षार्थियों और शिक्षकों को राष्ट्रभक्ति और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों की याद दिलाना भी नहीं भूले. राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक पर शिक्षा के माध्यम से देश और समाज-निर्माण के प्रमुख भूमिका निभाने की जिम्मेदारी है वहीं नवदीक्षार्थी भी समाज के प्रति अपने सरोकारों न भूलने की सलाह दी.
कोटा विश्वविद्दालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल कल्याणसिंह ने कहा हैं कि शिक्षक अपने आपको केवल वेतनभोगी कार्मिक नहीं समझे बल्कि शिक्षण से देश निर्माण के बड़े अभियान में भागीदार बने. उन्होंने कहा कि शिक्षक को कभी हड़ताल नहीं करनी चाहिए.
राज्यपाल ने इस दौरान जीएसटी को देश की आर्थिक क्रांति करार देते हुए शिक्षकों से समाज और व्यापार जगत को जीएसटी शिक्षण के लिये भी आगे आने को कहा. वहीं विद्दार्थियों से मुखातिब होते हुए कभी नकल नहीं करने, बेटियों को बचाने और खासकर समाज के प्रति अपने दायित्वों को हमेशा याद रखने की नसीहत दी.समारोह में अतिथि के रूप में मौजूद उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने वाई-फाई केम्पस और सोलर प्लांट के लिये कोटा विवि प्रबंधन को भी जमकर सराहा. वहीं राज्यपाल अपने भाषण में दीक्षार्थियों और शिक्षकों को राष्ट्रभक्ति और राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों की याद दिलाना भी नहीं भूले. राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक पर शिक्षा के माध्यम से देश और समाज-निर्माण के प्रमुख भूमिका निभाने की जिम्मेदारी है वहीं नवदीक्षार्थी भी समाज के प्रति अपने सरोकारों न भूलने की सलाह दी.
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