शिक्षा विभाग की कार्य शैलियों में नेताओं-मंत्रियों का कितना दबदबा है,
इसकी पोल विभाग की जारी एक सूची ने खोल दी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक
द्वारा शनिवार रात को जारी प्रधानाध्यापकों की तबादला सूची में कई
मंत्रियों के नाम गए जिससे अधिकारियों के साथ मंत्रियों में भी खलबली मची
हुई है।
सबसे अधिक हैरानी की बात तो ये है कि सूची में शिक्षकों के नाम के आगे उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और राजस्व मंत्री अमराराम का नाम भी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि विभाग द्वारा जारी ऐसी सूचियों में नेताओं-मंत्रियों के भी नाम आए हों। जब दैनिक भास्कर ने शिक्षा निदेशक को इसकी जानकारी दी तो विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में सुधार कर रविवार को सूची अपडेट की। हालांकि विभाग ने इसके बाद भी कई गड़बड़ियां छोड़ दी है। शिक्षा निदेशक ने सफाई देते हुए कहा कि प्रिंटिंग मिस्टेक के कारण ऐसा हुआ है।
^इन शिक्षकों का तो याद नहीं, लेकिन कार्यकर्ता या पीड़ित आते हैं तो सिफारिश करते हैं। सूची में मंत्री का नाम लिख देना विभाग की ब्लंडर मिस्टेक है। -किरणमाहेश्वरी, उच्च शिक्षा मंत्री।
क्या है इसके मायने
सूचीमें शिक्षकों के आगे मंत्री का नाम आने से अनुमान लगाया जा रहा है कि उस शिक्षक के स्थानांतरण के लिए उस मंत्री ने सिफारिश की हो।
सिफारिशकरने का कोई प्रावधान नहीं, हो सकती है कार्रवाई : जबकिआचरण संहिता 1971 के नियम संख्या 24 में अपनी सेवा से संबंधित मामलों में उच्चाधिकारियों पर अन्य राजनेता या व्यक्तियों से अनैतिक प्रभाव डलवाना। ऐसा करने पर कार्मिक आचरण और अनुशासन हीनता की श्रेणी में आता है जिस पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।)
सबसे अधिक हैरानी की बात तो ये है कि सूची में शिक्षकों के नाम के आगे उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और राजस्व मंत्री अमराराम का नाम भी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि विभाग द्वारा जारी ऐसी सूचियों में नेताओं-मंत्रियों के भी नाम आए हों। जब दैनिक भास्कर ने शिक्षा निदेशक को इसकी जानकारी दी तो विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में सुधार कर रविवार को सूची अपडेट की। हालांकि विभाग ने इसके बाद भी कई गड़बड़ियां छोड़ दी है। शिक्षा निदेशक ने सफाई देते हुए कहा कि प्रिंटिंग मिस्टेक के कारण ऐसा हुआ है।
^इन शिक्षकों का तो याद नहीं, लेकिन कार्यकर्ता या पीड़ित आते हैं तो सिफारिश करते हैं। सूची में मंत्री का नाम लिख देना विभाग की ब्लंडर मिस्टेक है। -किरणमाहेश्वरी, उच्च शिक्षा मंत्री।
क्या है इसके मायने
सूचीमें शिक्षकों के आगे मंत्री का नाम आने से अनुमान लगाया जा रहा है कि उस शिक्षक के स्थानांतरण के लिए उस मंत्री ने सिफारिश की हो।
सिफारिशकरने का कोई प्रावधान नहीं, हो सकती है कार्रवाई : जबकिआचरण संहिता 1971 के नियम संख्या 24 में अपनी सेवा से संबंधित मामलों में उच्चाधिकारियों पर अन्य राजनेता या व्यक्तियों से अनैतिक प्रभाव डलवाना। ऐसा करने पर कार्मिक आचरण और अनुशासन हीनता की श्रेणी में आता है जिस पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।)