राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने मंगलवार देर रात आरएस मुख्य परीक्षा
2013 का साक्षात्कार परिणाम जारी कर दिया. 990 पदों के लिए आयोजित इस
परीक्षा में भरतपुर जिले के अनिल कुमार सिंघल ने वरीयता सूची में पहला
स्थान हासिल किया है. वहीं दूसरे स्थान पर यदु भारद्वाज और तीसरे स्थान पर
देवयानी रही हैं. देवयानी ने महिला वर्ग में पहला स्थान हासिल किया है. पहले स्थान पर रहे अनिल कुमार सिंघल ने 522 अंक हासिल किए, वहीं दूसरे स्थान पर रहे यदु भारद्वाज ने 518 और तीसरे स्थान पर रहीं देवयानी ने 505 अंक हासिल किए हैं. अगली स्लाइड़ों में जानें टॉपर्स की सफलता का राज...
आरएएस परीक्षा 2013 का परिणाम आते ही भरतपुर जिले भर मे खुशी की लहर दौड़ गई, जिसमें गुदडी के लाल अनिल कुमार सिंहल ने परीक्षा मे टांप करके न केवल भरतपुर जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि हर परिस्थिति मे युवाओं को आगे बढ़ेने की नजीर भी पेश की है.पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत अनिल कुमार ने सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय बताया है. वहीं इसका श्रेय भगवान बिहारी का आशीर्वाद बताते हुए अपने माता- पिता और पत्नि सहित दोस्तों को दिया है. इस परीक्षा में असफल हुए परीक्षार्थियों को कड़ी मेहनत का संदेश देते हुए कहा कि मेहनत कभी असफल नहीं होती है.टॉप में सेकंड रहे यदु भारद्वाज अपनी सफलता के श्रेय भगवान, माता पिता और अपनी इकलौती बहन को देते हैं, तो वहीं उनके पिता इसे यदु की मेहनत का परिणाम मानते हैं. उधर, 18वीं रैक पर आए संजय गोयल भी अपनी ड्यूटी करने के साथ-साथ अपनी इस सफलता से खुश हैं. अग्रवाल का कहना है कि सफलता के लिए रेगुलर पढ़ना जरूरी है.परीक्षा में तीसरे स्थान देवयानी का रहा. देवयानी ओबीसी कैटेगिरी से हैं और उन्होंने ओबीसी के साथ महिला वर्ग में टॉप किया है. देवयानी गृहिणी हैं और नागौर जिले के डीडवाना में उनका ससुराल है. देवयानी ने कहा है कि लंबे समय के बाद उन्हें सफलता मिली है और वे इसका श्रेय अपने माता-पिता और टीचर्स को देना चाहेंगी, जिनकी वजह से आप सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि अगर कोई लक्ष्य लेकर चलता है तो उसे सफलता जरूर मिलती है.
देवयानी रही हैं. देवयानी ने महिला वर्ग में पहला स्थान हासिल किया है. पहले स्थान पर रहे अनिल कुमार सिंघल ने 522 अंक हासिल किए, वहीं दूसरे स्थान पर रहे यदु भारद्वाज ने 518 और तीसरे स्थान पर रहीं देवयानी ने 505 अंक हासिल किए हैं. अगली स्लाइड़ों में जानें टॉपर्स की सफलता का राज...
आरएएस परीक्षा 2013 का परिणाम आते ही भरतपुर जिले भर मे खुशी की लहर दौड़ गई, जिसमें गुदडी के लाल अनिल कुमार सिंहल ने परीक्षा मे टांप करके न केवल भरतपुर जिले का नाम रोशन किया है, बल्कि हर परिस्थिति मे युवाओं को आगे बढ़ेने की नजीर भी पेश की है.पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत अनिल कुमार ने सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय बताया है. वहीं इसका श्रेय भगवान बिहारी का आशीर्वाद बताते हुए अपने माता- पिता और पत्नि सहित दोस्तों को दिया है. इस परीक्षा में असफल हुए परीक्षार्थियों को कड़ी मेहनत का संदेश देते हुए कहा कि मेहनत कभी असफल नहीं होती है.टॉप में सेकंड रहे यदु भारद्वाज अपनी सफलता के श्रेय भगवान, माता पिता और अपनी इकलौती बहन को देते हैं, तो वहीं उनके पिता इसे यदु की मेहनत का परिणाम मानते हैं. उधर, 18वीं रैक पर आए संजय गोयल भी अपनी ड्यूटी करने के साथ-साथ अपनी इस सफलता से खुश हैं. अग्रवाल का कहना है कि सफलता के लिए रेगुलर पढ़ना जरूरी है.परीक्षा में तीसरे स्थान देवयानी का रहा. देवयानी ओबीसी कैटेगिरी से हैं और उन्होंने ओबीसी के साथ महिला वर्ग में टॉप किया है. देवयानी गृहिणी हैं और नागौर जिले के डीडवाना में उनका ससुराल है. देवयानी ने कहा है कि लंबे समय के बाद उन्हें सफलता मिली है और वे इसका श्रेय अपने माता-पिता और टीचर्स को देना चाहेंगी, जिनकी वजह से आप सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि अगर कोई लक्ष्य लेकर चलता है तो उसे सफलता जरूर मिलती है.