Advertisement

यहां कोई नहीं पढ़ाता, विद्यार्थी स्वयं पढ़ते हैं

एेसे में एक ही विषय अध्यापक को दो-दो विद्यालयों में चार-चार कालांश पढ़ाने के लिए लगाया गया है। कई विद्यालयों में विद्यार्थियों को अपने स्तर पर ही विषयों का अध्ययन करना पड़ रहा है। जबकि प्रथम परख आने में अब चंद दिन शेष रह गए हैं।

तृतीय श्रेणी के अध्यापकों के खाली पद - विद्यालयों में तृतीय श्रेणी लेवल दो के 1257 स्वीकृत शिक्षकों में से 371 पद रिक्त है। इनमें अंग्रेजी के 223, हिन्दी के 66, गणित के 21, विज्ञान के 22 व एसएसटी के 39 पद खाली है। जबकि अंग्रेजी के 372, हिन्दी के 397, गणित के 36, विज्ञान के 82 व एसएसटी के 370 पद स्वीकृत है।
व्याख्याता ही नहीं
विद्यालयों में विज्ञान जैसा महत्वपूर्ण विषय पढ़ाने वाले व्याख्याता नहीं है। जिले में बायलोजी के 37, केमेस्ट्री के 41, भौतिक विज्ञान के 48, गणित के 2, कॉमर्स के 14, संस्कृत के 5, अर्थशास्त्र के 26, उर्दू के 3, अंग्रेजी के 30, हिन्दी के 162, इतिहास के 162, राजनीति के 181 व भूगोल के 120 शिक्षक नहीं है। इसी तरह वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी के 42, हिन्दी के 24, गणित के 92, विज्ञान के 28, उर्दू के 16, संस्कृत के 308 व एसएसटी के 8 अध्यापकों के पद रिक्त है।
व्यवस्था कर रहे हैं
&जिन विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त है। वहां अन्य विद्यालय से शिक्षकों को लगाकर पढ़ाने की व्यवस्था कर रहे हैं। विषय पढ़ाने के लिए एक ही अध्यापक को नजदीक के अन्य विद्यालय में भी कालांश लेने को कहा है। वह चार-चार या एक-दो कलांश अन्य विद्यालयों में पढ़ा रहे हैं ताकि बच्चों का अध्ययन प्रभावित नहीं हो।
नवलसिंह राठौड़, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक, पाली
यह है स्थिति
पद स्वीकृत कार्यरत रिक्त
प्रधानाचार्य 342 320 22
प्रधानाध्यापक
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

UPTET news

Recent Posts Widget
'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Photography

Popular Posts