जालोर जिले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं और दसवीं परीक्षा के नतीजे तय करेंगे कि किस शिक्षक ने बेहतर पढ़ाई करवाई और किस शिक्षक ने अपने कत्र्तव्य में लापरवाही बरती। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय हाल ही में एक आदेश जारी कर बेहतर परिणाम वालों को बधाई देने और कम परिणाम वाले शिक्षकों और संस्था प्रधानों को 17 सीसीए नोटिस देने के निर्देश जारी कर इसके लिए मापदंड निर्धारित किए है।
गत कुछ साल से सरकारी विद्यालयों में परीक्षा परिणाम गिरने व मेरीट में निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से यह निर्णय किया गया है।
माना जा रहा है कि इस निर्देश से शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाई करवाएंगे व अपने विषय का परीक्षा परिणाम बेहतर देने की कोशिश करेंगे। यह निर्णय सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के साथ ही विद्यार्थियों का ठहराव सुनिश्चित करवाने में काफी मददगार साबित होगा।
स्कूलों में ठहराव के लिए संस्था प्रधानों और शिक्षकों के लिए श्रेष्ठ और न्यूनतम परिणाम के साथ-साथ नामांकन बढ़ाने के लिए कक्षा के अनुसार बच्चों की संख्या तय की गई है। अगर कोई संस्था प्रधान और शिक्षक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से तय किए गए मानदंड से नीचे रहते है तो, उन्हें नोटिस दिया जाएगा।
कम परिणाम पर होगी कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से तय किए नए मानदंडों के अनुसार संस्था प्रधान को अपनी संस्था में 12 वीं का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत तक रखना होगा। वहीं दसवीं, आठवीं, पांचवीं कक्षा में 50 प्रतिशत परिणाम जरूरी होगा।
इससे परीक्षा परिणाम कम रहता है, तो उसे 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी किया जाएगा। दसवीं और 12 वीं में 90 प्रतिशत या इससे अधिक परिणाम देने वाले संस्था प्रधान को बधाई-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
कक्षा के अनुसार नामांकन निर्धारित
शिक्षा विभाग ने आदर्श स्कूलों में कक्षा के अनुसार नामांकन तय किया है। इसके तहत कक्षा एक से पांचवीं तक के लिए डेढ़ सौ, छह से आठ तक के लिए 105, नवीं से दसवीं तक के लिए एक सौ, 11 वीं व 12 वीं के लिए संकाय के अनुसार एक सौ विद्यार्थियों का नामांकन होना जरूरी किया गया है।
इसके अलावा अन्य स्कूलों के लिए कक्षा एक से पांच तक के लिए डेढ़ सौ, छह से आठवीं तक के 105, नवीं से दसवीं तक के 80, 11 वीं व 12 वीं के लिए संकाय अनुसार 60 विद्यार्थियों का नामांकन जरूरी होगा।
विषयाध्यापक के लिए 70 प्रतिशत परिणाम जरूरी
शिक्षक की ओर से कक्षा बारहवीं में अध्यापन करवाए गए विषय का परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत व इससे कम रहने पर उसे 17 सीसीए के तहत नोटिस दिया जाएगा। इसी तरह कक्षा दसवीं में पढ़ाए गए विषय का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत व इससे कम रहने पर नोटिस दिया जाएगा।
इसी तरह कक्षा आठ एवं पांच में कक्षा के चालीस प्रतिशत या अधिक विद्यार्थियों की ओर से डी ग्रेड प्राप्त करने पर संबंधित विषयाध्यापक को नोटिस दिया जाएगा।
मापदंड तय
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से कक्षा के अनुसार परीक्षा परिणाम के मापदंड तय किए गए है। इसके तहतत बेहतर परिणाम देने वाले संस्था प्रधान व शिक्षक को बधाई पत्र दिया जाएगा, वहीं न्यून परिणाम देने वालों को 17 सीसीए के तहत नोटिस दिया जाएगा।
-जयनारायण द्विवेदी
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) जालोर
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
गत कुछ साल से सरकारी विद्यालयों में परीक्षा परिणाम गिरने व मेरीट में निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से यह निर्णय किया गया है।
माना जा रहा है कि इस निर्देश से शिक्षक मन लगाकर बच्चों को पढ़ाई करवाएंगे व अपने विषय का परीक्षा परिणाम बेहतर देने की कोशिश करेंगे। यह निर्णय सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के साथ ही विद्यार्थियों का ठहराव सुनिश्चित करवाने में काफी मददगार साबित होगा।
स्कूलों में ठहराव के लिए संस्था प्रधानों और शिक्षकों के लिए श्रेष्ठ और न्यूनतम परिणाम के साथ-साथ नामांकन बढ़ाने के लिए कक्षा के अनुसार बच्चों की संख्या तय की गई है। अगर कोई संस्था प्रधान और शिक्षक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से तय किए गए मानदंड से नीचे रहते है तो, उन्हें नोटिस दिया जाएगा।
कम परिणाम पर होगी कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से तय किए नए मानदंडों के अनुसार संस्था प्रधान को अपनी संस्था में 12 वीं का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत तक रखना होगा। वहीं दसवीं, आठवीं, पांचवीं कक्षा में 50 प्रतिशत परिणाम जरूरी होगा।
इससे परीक्षा परिणाम कम रहता है, तो उसे 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी किया जाएगा। दसवीं और 12 वीं में 90 प्रतिशत या इससे अधिक परिणाम देने वाले संस्था प्रधान को बधाई-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
कक्षा के अनुसार नामांकन निर्धारित
शिक्षा विभाग ने आदर्श स्कूलों में कक्षा के अनुसार नामांकन तय किया है। इसके तहत कक्षा एक से पांचवीं तक के लिए डेढ़ सौ, छह से आठ तक के लिए 105, नवीं से दसवीं तक के लिए एक सौ, 11 वीं व 12 वीं के लिए संकाय के अनुसार एक सौ विद्यार्थियों का नामांकन होना जरूरी किया गया है।
इसके अलावा अन्य स्कूलों के लिए कक्षा एक से पांच तक के लिए डेढ़ सौ, छह से आठवीं तक के 105, नवीं से दसवीं तक के 80, 11 वीं व 12 वीं के लिए संकाय अनुसार 60 विद्यार्थियों का नामांकन जरूरी होगा।
विषयाध्यापक के लिए 70 प्रतिशत परिणाम जरूरी
शिक्षक की ओर से कक्षा बारहवीं में अध्यापन करवाए गए विषय का परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत व इससे कम रहने पर उसे 17 सीसीए के तहत नोटिस दिया जाएगा। इसी तरह कक्षा दसवीं में पढ़ाए गए विषय का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत व इससे कम रहने पर नोटिस दिया जाएगा।
इसी तरह कक्षा आठ एवं पांच में कक्षा के चालीस प्रतिशत या अधिक विद्यार्थियों की ओर से डी ग्रेड प्राप्त करने पर संबंधित विषयाध्यापक को नोटिस दिया जाएगा।
मापदंड तय
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से कक्षा के अनुसार परीक्षा परिणाम के मापदंड तय किए गए है। इसके तहतत बेहतर परिणाम देने वाले संस्था प्रधान व शिक्षक को बधाई पत्र दिया जाएगा, वहीं न्यून परिणाम देने वालों को 17 सीसीए के तहत नोटिस दिया जाएगा।
-जयनारायण द्विवेदी
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) जालोर
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC