जयपुर, 28 अप्रेल, 2017। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सम्पूर्ण देश में दिनांक 01 जुलाई, 2017 से 31 जुलाई, 2017 के मध्य युवाओं के पंजीकरण हेतु विशेष अभियान चलाया जायेगा, जिससे कि मतदाता सूची में पात्र युवा मतदाताओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अश्विनी भगत ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राजस्थान राज्य में आयोजित किये गये युवा पंजीकरण अभियान की काफी सराहना की है। राज्य में चलाये गये इस अभियान के सम्बंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा आयोग के समक्ष प्रस्तुतीकरण भी दिया गया है, जिसमें राज्य में इस अभियान के दौरान अपनायी गयी प्रक्रिया, प्रभावी मॉनीटरिंग आदि की जानकारी दी गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा मतदाता सूचियों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विगत वर्षो में कई प्रयास किये गये हैं। उन्होनें बताया कि मतदाता सूचियों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक वर्ष विभिन्न पैरामीटरस् यथा जनसंख्या मतदाता अनुपात, लिंगानुपात, विभिन्न आयु-वर्ग में मतदाताओं का पंजीकरण आदि के आधार पर राज्यों में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों का विश्लेषण किया जाता है तथा तद्नुसार निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा सुधारात्मक कार्यवाही की जाती है।
श्री भगत ने बताया कि राज्य में सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों मंस संदर्भ तिथि 01.01.2017 की मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 16 जनवरी, 2017 को किया गया था। मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन के समय उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद यह पाया गया कि मतदाता सूचियों में 18-19 आयुवर्ग में पंजीकरण इस आयु वर्ग की जनसंख्या की तुलना में 0.41 प्रतिशत है, जबकि यह 4.23 प्रतिशत होना चाहिए। श्री भगत ने बताया कि इस अभियान के फलस्वरूप 18-19 आयुवर्ग में मतदाताओं का प्रतिशत 0.41 प्रतिशत से बढ़कर 2.08 प्रतिशत हो गया है तथा इसके साथ-साथ जनसंख्या मतदाता अनुपात एवं लिंगानुपात में भी वृद्धि हुई है।
श्री भगत ने बताया कि मतदाता सूचियों में 18-19 आयुवर्ग के युवा मतदाताओं के कम पंजीकरण को देखते हुए माह जनवरी, 2017 में विभाग स्तर पर निर्णय लिया गया कि 01 फरवरी, 2017 से 28 फरवरी, 2017 के मध्य ‘‘युवा पंजीकरण महोत्सव - 2017‘‘ के नाम से एक अभियान आयोजित किया जाये तथा राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में कैम्प आयोजित कर मतदाता सूची में प्रत्येक युवाओं का पंजींकरण किया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस अभियान को चलाने से पूर्व विभाग स्तर पर आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए माइक्रोलेवल प्लान तैयार कर विधानसभावार, मतदान केन्द्रवार, मतदाता सूची में पंजीकृत युवाओं की संख्या का निर्धारण किया गया तथा मतदान केन्द्रवार यह निर्धारित किया गया कि कितने युवाओं का मतदाता सूची में पंजीकरण होना शेष है। मतदान केन्द्रवार सूचना जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को उपलब्ध करायी गयी ।
श्री भगत ने बताया कि अभियान प्रारम्भ करने से पूर्व जिला निर्वाचन अधिकारियों/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ वीडियोे कॉंफ्रेंस एवं व्यक्तिगत रूप से संवाद किया गया। उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी से बूथ लेवल अधिकारी स्तर तक इस अभियान के दौरान लक्ष्य निर्धारित कर इसकी प्राप्ति के सख्त निर्देश दिये गये।
श्री भगत ने बताया कि अभियान प्रारम्भ करने से पूर्व सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों से उन सभी स्कूल, कॉलेजों की सूची मांगी गयी, जहां तिथिवार कैम्प आयोजित किये जायेंगे। इस अभियान के दौरान कुल 3355 निजी शिक्षण संस्थान, 10104 राजकीय शैक्षणिक संस्थानों में कुल 13459 शिक्षण संस्थानों में शिविर आयोजित किये गये।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान विभाग स्तर से विभागीय अधिकारियों के साथ दिन-प्रतिदिन जिलों में कार्य की समीक्षा की गयी। विभाग के अधिकारियों को संभागवार जिले आवंटित कर इसकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग की गयी तथा समय-समय पर वीडियो कॉंफ्रेंस आयोजित कर उन जिलों को प्रेरित किया गया जहां कि अभियान के दौरान प्रगति काफी कम थी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिनांक 28 फरवरी, 2017 तक जिलों में किये गये कार्य का मूल्यांकन करने पर महसूस किया गया कि जिले को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कई जिलोे में कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। इसे दृष्टिगत रखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के प्रस्ताव के अनुसार इस अभियान को 15 मार्च, 2017 तथा इसके पश्चात् 31 मार्च, 2017 तक बढाया गया। 01 मार्च, 2017 से बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर ऎसे प्रत्येक छात्र-छात्राओं को चिन्हित कर उनसे आवेदन पत्र भरवाए गए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान राज्य में 21,06,937 फार्म नाम जुड़वाने हेतु प्राप्त हुए, इनमें 13,20,500 फार्म 18-19 आयुवर्ग के नवयुवाओं के थे।
श्री भगत ने बताया कि इस अभियान के दौरान जो अधिक संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए है, उसके मुख्य कारण यह है कि विभाग स्तर पर इसकी प्रभावी मॉनीटरिंग की गयी है, साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार माह दिसम्बर, 2016 में समस्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में पदस्थापित अधिकारियों एवं जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा स्कूलों का भ्रमण कर छात्र-छात्राओं से समन्वय स्थापित किया गया था। उन्होंने बताया कि इसके पश्चात् सप्तम राष्ट्रीय मतदाता दिवस जो 25 जनवरी, 2017 को मनाया गया था से पूर्व विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। इसके साथ-साथ सम्पूर्ण राज्य में माह जनवरी, 2017 में एक ही दिन स्कूल के छात्र-छात्राओं की चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, इसके फलस्वरूप सम्पूर्ण राज्य के युवाओं में एक महौल सा बन गया था, जिसकी परिणिति युवा महोत्सव अभियान की सफलतापूर्वक लक्ष्य प्राप्त करने के रूप में हुयी तथा इसके उत्साहजनक परिणाम रहे है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अश्विनी भगत ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राजस्थान राज्य में आयोजित किये गये युवा पंजीकरण अभियान की काफी सराहना की है। राज्य में चलाये गये इस अभियान के सम्बंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा आयोग के समक्ष प्रस्तुतीकरण भी दिया गया है, जिसमें राज्य में इस अभियान के दौरान अपनायी गयी प्रक्रिया, प्रभावी मॉनीटरिंग आदि की जानकारी दी गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा मतदाता सूचियों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विगत वर्षो में कई प्रयास किये गये हैं। उन्होनें बताया कि मतदाता सूचियों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक वर्ष विभिन्न पैरामीटरस् यथा जनसंख्या मतदाता अनुपात, लिंगानुपात, विभिन्न आयु-वर्ग में मतदाताओं का पंजीकरण आदि के आधार पर राज्यों में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों का विश्लेषण किया जाता है तथा तद्नुसार निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा सुधारात्मक कार्यवाही की जाती है।
श्री भगत ने बताया कि राज्य में सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों मंस संदर्भ तिथि 01.01.2017 की मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 16 जनवरी, 2017 को किया गया था। मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन के समय उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद यह पाया गया कि मतदाता सूचियों में 18-19 आयुवर्ग में पंजीकरण इस आयु वर्ग की जनसंख्या की तुलना में 0.41 प्रतिशत है, जबकि यह 4.23 प्रतिशत होना चाहिए। श्री भगत ने बताया कि इस अभियान के फलस्वरूप 18-19 आयुवर्ग में मतदाताओं का प्रतिशत 0.41 प्रतिशत से बढ़कर 2.08 प्रतिशत हो गया है तथा इसके साथ-साथ जनसंख्या मतदाता अनुपात एवं लिंगानुपात में भी वृद्धि हुई है।
श्री भगत ने बताया कि मतदाता सूचियों में 18-19 आयुवर्ग के युवा मतदाताओं के कम पंजीकरण को देखते हुए माह जनवरी, 2017 में विभाग स्तर पर निर्णय लिया गया कि 01 फरवरी, 2017 से 28 फरवरी, 2017 के मध्य ‘‘युवा पंजीकरण महोत्सव - 2017‘‘ के नाम से एक अभियान आयोजित किया जाये तथा राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में कैम्प आयोजित कर मतदाता सूची में प्रत्येक युवाओं का पंजींकरण किया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस अभियान को चलाने से पूर्व विभाग स्तर पर आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए माइक्रोलेवल प्लान तैयार कर विधानसभावार, मतदान केन्द्रवार, मतदाता सूची में पंजीकृत युवाओं की संख्या का निर्धारण किया गया तथा मतदान केन्द्रवार यह निर्धारित किया गया कि कितने युवाओं का मतदाता सूची में पंजीकरण होना शेष है। मतदान केन्द्रवार सूचना जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को उपलब्ध करायी गयी ।
श्री भगत ने बताया कि अभियान प्रारम्भ करने से पूर्व जिला निर्वाचन अधिकारियों/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ वीडियोे कॉंफ्रेंस एवं व्यक्तिगत रूप से संवाद किया गया। उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी से बूथ लेवल अधिकारी स्तर तक इस अभियान के दौरान लक्ष्य निर्धारित कर इसकी प्राप्ति के सख्त निर्देश दिये गये।
श्री भगत ने बताया कि अभियान प्रारम्भ करने से पूर्व सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों से उन सभी स्कूल, कॉलेजों की सूची मांगी गयी, जहां तिथिवार कैम्प आयोजित किये जायेंगे। इस अभियान के दौरान कुल 3355 निजी शिक्षण संस्थान, 10104 राजकीय शैक्षणिक संस्थानों में कुल 13459 शिक्षण संस्थानों में शिविर आयोजित किये गये।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान विभाग स्तर से विभागीय अधिकारियों के साथ दिन-प्रतिदिन जिलों में कार्य की समीक्षा की गयी। विभाग के अधिकारियों को संभागवार जिले आवंटित कर इसकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग की गयी तथा समय-समय पर वीडियो कॉंफ्रेंस आयोजित कर उन जिलों को प्रेरित किया गया जहां कि अभियान के दौरान प्रगति काफी कम थी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि दिनांक 28 फरवरी, 2017 तक जिलों में किये गये कार्य का मूल्यांकन करने पर महसूस किया गया कि जिले को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कई जिलोे में कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। इसे दृष्टिगत रखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के प्रस्ताव के अनुसार इस अभियान को 15 मार्च, 2017 तथा इसके पश्चात् 31 मार्च, 2017 तक बढाया गया। 01 मार्च, 2017 से बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा घर-घर जाकर ऎसे प्रत्येक छात्र-छात्राओं को चिन्हित कर उनसे आवेदन पत्र भरवाए गए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान राज्य में 21,06,937 फार्म नाम जुड़वाने हेतु प्राप्त हुए, इनमें 13,20,500 फार्म 18-19 आयुवर्ग के नवयुवाओं के थे।
श्री भगत ने बताया कि इस अभियान के दौरान जो अधिक संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए है, उसके मुख्य कारण यह है कि विभाग स्तर पर इसकी प्रभावी मॉनीटरिंग की गयी है, साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार माह दिसम्बर, 2016 में समस्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में पदस्थापित अधिकारियों एवं जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा स्कूलों का भ्रमण कर छात्र-छात्राओं से समन्वय स्थापित किया गया था। उन्होंने बताया कि इसके पश्चात् सप्तम राष्ट्रीय मतदाता दिवस जो 25 जनवरी, 2017 को मनाया गया था से पूर्व विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई। इसके साथ-साथ सम्पूर्ण राज्य में माह जनवरी, 2017 में एक ही दिन स्कूल के छात्र-छात्राओं की चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई, इसके फलस्वरूप सम्पूर्ण राज्य के युवाओं में एक महौल सा बन गया था, जिसकी परिणिति युवा महोत्सव अभियान की सफलतापूर्वक लक्ष्य प्राप्त करने के रूप में हुयी तथा इसके उत्साहजनक परिणाम रहे है।
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