अजमेर.राजस्थान लोक सेवा आयोग अपनी स्थापना वर्ष 1950-51 से अब
तक 808 भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कर चुका है, जिनके लिए 1 करोड़ एक लाख 43
हजार 491 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। इन 66 वर्षों के दौरान 1 लाख 81 हजार
873 अभ्यर्थियों को आरएएस समेत विभिन्न राजकीय सेवाओं के चयनित किया गया।
आयोग की छह दशकों के दौरान अर्जित की गई इन वृहद उपलब्धियाें का खुलासा
“कसौटी’ पत्रिका में आधिकारिक रूप से किया गया।
आयोग में स्थापना वर्ष के प्रारंभिक तीन सत्रों के दौरान 1951 से 54 तक एक भी भर्ती परीक्षा नहीं हुई, जबकि इसके बाद विकास और विस्तार का अब आलम ये है कि आयोग एक सत्र में 60 से अधिक परीक्षाओं का आयोजन कर रहा है। इधर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का आंकड़ा भी दशक दर दशक बढ़ रहा है।
इस
पत्रिका में आयोग द्वारा वर्ष 1950-51 से वर्ष 2015-16 तक की परीक्षाओं व
साक्षात्कार का ब्यौरा वर्षवार एकत्रित किया गया है। पहले वर्ष मेंं मात्र 2
परीक्षाओं का आयोजन हुआ। इसमें कुल 1234 अभ्यर्थी ही प्रविष्ट हुए थे। तब
सर डॉ. एस के घोष आयोग के अध्यक्ष थे। कुल 602 अभ्यर्थियों का आयोग ने चयन
किया था। इसके बाद लगातार तीन साल 1951-52, 52-53 और 53-54 ऐसे साल हैं,
जिनमें कोई परीक्षा आयोजित नहीं हुई। इस दौरान आयोग अध्यक्ष के रूप में
एससी त्रिपाठी अौर डीएस तिवारी का कार्यकाल रहा।
स्वर्णिम काल रहा 2011-12 का सत्र :
2011-12 के सत्र में 66 परीक्षाओं का आयोजन हुआ। इसमें 17 लाख 52 हजार 898
अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। कुल 4882 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार दिए और
कुल 9 हजार 92 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। आयोग सूत्रों के अनुसार इस कार्य की
शुरुआत एमएल कुमावत के कार्यकाल से मानी जा सकती है। वे 28 फरवरी 2010 से 1
जुलाई 2011 तक आयोग के अध्यक्ष पद पर रहे। इसके बाद प्रो. बीएम शर्मा का
कार्यकाल 1 जुलाई 2011 से 31 अगस्त 2012 तक रहा। इन दोनों अध्यक्षों के
कार्यकाल में ही ये सबसे अधिक परीक्षाएं आयोजित हुईं।
दूसरे नंबर पर रहे आयोग अध्यक्ष डॉ. पंवार :आयोग
की ओर से गत सत्र 2015-16 में 64 परीक्षाओं का आयोजन किया गया। इन
परीक्षाओं के लिए 7 लाख 89 हजार 437 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। इनमें से 5
हजार 206 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार किए गए। कुल 7758 अभ्यर्थियों का चयन
हुआ। आवेदन के मामलेे में भी वर्ष 11-12 की तुलना में पंवार के कार्यकाल
में करीब 10 लाख आवेदन कम मिले और करीब 2 हजार अभ्यर्थियों का कम चयन हुआ।
सत्र 2004-05 में सबसे अधिक चयन :आयोग
का वर्ष 2004-05 ऐसा कार्यकाल रहा है, जिसमें कुल 34 हजार 882 अभ्यर्थियों
का नौकरी के लिए चयन किया गया। यह कार्यकाल आयोग अध्यक्ष जीएस टांक का
माना जा रहा है। इसके बाद वर्ष 2007-08 ऐसा कार्यकाल रहा जिसमें कुल 29
हजार 706 अभ्यर्थियों का नौकरी के लिए चयन हुआ। यह कार्यकाल आयोग के
तत्कालीन अध्यक्ष एचएन मीणा और सीआर चौधरी का है।
सबसे अधिक आवेदन मिले 2008-09 में :
आयोग को सबसे अधिक परीक्षा आवेदन वर्ष 2008-09 में मिले। इस वर्ष कुल 18
लाख 88 हजार 443 अभ्यर्थियों ने विभिन्न परीक्षाओं के लिए आवेदन किए। यह
कार्यकाल सीआर चौधरी का रहा है। इसके बाद आवेदनों में दूसरे नंबर पर वर्ष
11-12 रहा। इसमें कुल 17 लाख 52 हजार 898 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए।
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