वाट्सअप पर फर्जी पेपर बेच रहे 38 को पकड़ा - The Rajasthan Teachers Blog - राजस्थान - शिक्षकों का ब्लॉग

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Thursday 11 February 2016

वाट्सअप पर फर्जी पेपर बेच रहे 38 को पकड़ा

जालोरजिले के तहत भीनमाल जेल में बंद नकल गिरोह सरगना जगदीश विश्नोई शनिवार देर रात को जोधपुर में रीट का पेपर अपने गिरोह को जोधपुर में सप्लाई कर इसे आउट करने की फिराक में था। इसके लिए प्रति अभ्यर्थी 2 लाख रुपए लिए जाने थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने देर रात अलग-अलग जगहों से एक सरकारी शिक्षक सहित सात युवकों को पकड़ लिया। पुलिस ने गिरोह के पास से 18 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, आठ मोबाइल सहित दो बोलेरो वाहन बरामद किए। 
डीसीपी (पश्चिम) समीर सिंह के निर्देशन में प्रतापनगर थानाधिकारी मनीष देव, शास्त्रीनगर थानाधिकारी अमित सियाग, एसआई सुखराम, एएसआई मांगीलाल और कांस्टेबल रावत सिंह, महेंद्र, स्वरूप, महेंद्र, शकील, जमशेद नरसिंह की टीम ने शनिवार देर रात रीट में नकल कराने वाले गिरोह की सूचना मिलते ही 12वीं रोड के पास एक होटल में दबिश दी। पुलिस को यहां दो अभ्यर्थियों के कमरों से एक बैग में 18 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले। इस पर पुलिस ने जालोर के चितलवाना निवासी भैराराम (22) पुत्र मगराज विश्नोई, प्रवीण (27) पुत्र हरिराम विश्नोई और दो बोलेरो ड्राइवर आसूराम (40) पुत्र प्रहलादराम विश्नोई कालूराम (22) पुत्र बिड़दाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। शेष| पेज 4 



इनसेपूछताछ के बाद पुलिस ने देर रात भगत की कोठी में किराए के कमरे में रहने वाले चितलवाना निवासी ओमप्रकाश (25) पुत्र भीखाराम विश्नोई, उसके भाई दिनेश विश्नोई (23) और सरकारी शिक्षक उदाराम (29) पुत्र जगराम विश्नोई को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने गिरोह से बरामद पेपर का परीक्षा के मुख्य पेपर से मिलान किया तो वह पेपर फर्जी निकला। पुलिस नकल गिरोह के मुखिया सरकारी शिक्षक उदाराम अभ्यर्थियों से पूछताछ कर उनके साथियों की तलाश में लगी हुई है। 

जेलमें बंद सरगना ने पेपर लेने के लिए जोधपुर भेजा था सरकारी शिक्षक को : 

पूछताछमें सामने आया कि डेडवा में सरकारी स्कूल में शिक्षक उदाराम विश्नोई भीनमाल जेल में बंद नकल गिरोह सरगना जगदीश विश्नोई के संपर्क में था। एक दर्जन परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह का मुखिया जगदीश जेल में मोबाइल से पेपर आउट करवा अपने साथी के साथ जोधपुर भिजवाने वाला था। इसके लिए उदाराम विश्नोई अभ्यर्थियों को लेकर जोधपुर गया था। यहां वे पेपर सप्लाई करने वाले के इंतजार में थे। 

वाट्सएपपर पेपर वायरल होने पर मैन टू मैन पेपर सप्लाई करने वाले थे : 

आरोपियोंने बताया कि अभ्यर्थियों को वाट्सएप पर पेपर देने के बाद वे पेपर अपने मिलने वाले को भेज देते, इसलिए उन्होंने मैन टू मैन पेपर सप्लाई करने का तरीका अपनाया था। जगदीश अपने किसी साथी के साथ पेपर उदाराम को सप्लाई करवाने वाला था। उदाराम पेपर को सॉल्व कर अपने साथियों के साथ अभ्यर्थियों को परीक्षा दिलवाने वाला था। 

एकतरफ पेपर अाउट करने तो दूसरी तरफ डमी केंडिडेट से नकल कराने वाला था गिरोह : 

नकलगिरोह के मुखिया उदाराम ने पूछताछ में बताया कि पेपर आउट नहीं होने पर उन्होंने नकल कराने के लिए दूसरा तरीका भी प्लान कर रखा था। इसके लिए उन्होंने अभ्यर्थियों की जगह किसी दूसरे को परीक्षा दिलाने की व्यवस्था भी कर रखी थी। इसके लिए उन्होंने अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड की नकल कर फर्जी एडमिट कार्ड बनवाए थे। पुलिस को आरोपियों के पास से 18 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले थे। 

पेपरआने के बाद अभ्यर्थियों को छोड़ने के लिए दो बोलेरो की व्यवस्था की : 

पुलिसने बताया कि पकड़े गए अभ्यर्थी आेमप्रकाश, दिनेश, भैराराम, कालूराम के एग्जाम सेंटर बाड़मेर, उदयपुर, भीलवाड़ा में आए थे। पेपर आने के बाद उनको वहां छोड़ने के लिए गिरोह ने दो बोलेरो की व्यवस्था की थी। 

परीक्षाकेंद्र के बाहर पेपर बेचने की फिराक में घूम रहे दो युवकों को पकड़ा : इधर,उदयमंदिर थानाधिकारी मदन बेनीवाल ने बताया कि रविवार सुबह कमला नेहरु गर्ल्स काॅलेज के बाहर परीक्षा का पेपर बेचने की फिराक में घूम रहे युवकों की सूचना मिली। इस पर पुलिस टीम ने कॉलेज के बाहर घूम रहे एकलखोरी निवासी महेश (23) पुत्र चूनाराम विश्नोई हरलाया निवासी विकास (25) पुत्र किशनाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। युवकों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने लोहावट क्षेत्र में रहने वाले डॉ. अशोक खिलेरी से करीब एक लाख में पेपर खरीदा था। इसके बाद वे कॉलेज के बाहर पेपर बेचने के फिराक में घूम रहे थे। वहीं पुलिस ने युवकों को वॉटसएप पर मिले पेपर का मुख्य पेपर से मिलान किया तो वह फर्जी निकला। पुलिस युवकों से देर रात पूछताछ कर डॉ. अशोक उसके अन्य साथियों की तलाश में लगी रही। 

जोधपुर में गिरफ्तार चितलवाना गैंग के सदस्य। 

डेढ़-डेढ़ लाख में सौदा 

आरोपियोंसे पूछताछ में पता चला कि वे अभ्यर्थियों को फर्जी प्रश्न पत्र एक लाख से डेढ़ लाख रु. तक में बेच रहे थे। जोधपुर से गिरफ्तार आरोपियों में बदमाश पहले भी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। 

पेपरलीक नहीं : बोर्ड 

अभ्यर्थियोंमें वाट्सअप पर पेपर लीक की चर्चा रही। हालांकि माध्यमिक बोर्ड अध्यक्ष बीएल चौधरी ने पेपर लीक को महज अफवाह बताया है। 

जयपुर | वाट्सअपपर रीट का कथित पेपर बेच रहे 38 लोगों को एसओजी ने रविवार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के मोबाइल से रीट का फर्जी प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका मिली है। गिरोह के तार हरियाणा उत्तरप्रदेश से जुड़े हुए हैं। एडीजी एटीएस एसओजी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि जोधपुर में 8, झुंझुनूं भरतपुर में 12-12, नागौर में 5 और दौसा में 1 गिरफ्तारी हुई। उधर, रीट शांतिपूर्व संपन्न हुई। जयपुर में 90% उपस्थिति रही। 1,47796 में से 1,32,558 ने परीक्षा दी। 
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