अब एक महीने से वहां के सीनियर सैकंडरी स्कूल में नियमित कोचिंग कक्षाएं चल रही हैं। इन कक्षाओं में 230 युवा निशुल्क प्रशिक्षण ले रहे हैं। एसडीएम गुगरवाल सहित अधिकारी, लेक्चरर, इंजीनियर इन्हें पढ़ाते हैं।
बात 5 अप्रैल की है। उपखंड अधिकारी प्रवीणकुमार सुबह अपने आवास पर योग अभ्यास कर रहे थे। मित्र डॉ. डीके रामावत भी वहीं थे। कुछ युवा कोचिंग आते-जाते नजर आए। तब लगा कि कई ऐसे युवा भी होंगे जो परिवार की आर्थिक मजबूरी के कारण प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग नहीं कर पाते। ऐसे में उनके सपने अधूरे ही रह जाते होंगे। यही से सोचकर नि:शुल्क कोचिंग शुरू करने का ख्याल आया।
प्रयास | न्याय आपके द्वार शिविर में प्रचार-प्रसार... इन दिनों राजस्व शिविर न्याय आपके द्वार अलग-अलग दिन पंचायत मुख्यालयों पर हो रहे हैं। एसडीएम ने ‘मंदाकिनी एक प्रयास’ की जानकारी देने के लिए 4 हजार से अधिक पंपलेट छपवाए। इन्हें शिविरों में बंटवाते हुए लोगों से अपील की कि वे छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग में भेजें। वे कहते हैं प्रतियोगी परीक्षा में सफलता ही मकसद नहीं है। हम चाहते हैं, युवाओं में समसामयिक जानकारियों का स्तर सुधरे।
विशेषता | विभिन्न विषयों एवं परीक्षाओं की तैयारी... भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी, राजनीति विज्ञान, सामान्य विज्ञान, गणित, राजस्थान का सामान्य ज्ञान, कला साहित्य और संस्कृति, रिजनिंग, इतिहास, कंप्यूटर का प्रशिक्षण विशेषज्ञ देते हैं। विशेष बात है कई निजी स्कूल संचालकों का सहयोग मिल रहा है। अभी पुलिस उपनिरीक्षक, सेना, रेलवे, बैंकिंग, एलडीसी, शिक्षक भर्ती परीक्षा देने वाले युवा नि:शुल्क तैयारी कर रहे हैं।
समर्पण | निशुल्क पढ़ाने वाली फैकल्टी... नरेंद्र चौधरी (एईएन, पीडब्लूडी), हितेंद्रसिंह राजौरा निजी स्कूल संचालक, नरेशकुमार धाकड़, सुरेशकुमार धाकड़, गजेंद्रसिंह चौहान, शिवदयाल धाकड़, रामप्रसाद धाकड़, सतीश गौड़ एवं योगेश सोनी (निजी स्कूलों में शिक्षक), राजेंद्र धाकड़ (इंजीनियर), अशोक धाकड़ (बीटेक एवं पटवारी), सीनियर स्कूल के प्राचार्य गोपाललाल सुथार, व्याख्याता कन्हैयालाल शर्मा आदि यहां निशुल्क सेवा दे रहे हैं।
सीनियर सैकंडरी स्कूल में रोज शाम 4 से 6 बजे तक कक्षाएं
‘मंदाकिनी एक प्रयास’ संस्था बनाकर कर रहे काम... कस्बे में पहले से एक संस्था ‘असहाय सेवा समिति’ संचालित है जिसे तत्कालीन एसडीएम आलोक जैन ने शुरू किया था। इसके मार्फत जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है। गुगरवाल व डॉ. रामावत ने इस संस्था से जुड़े लोगों के साथ 10 मई को चर्चा की। प्रबुद्धजनों की इस बैठक के दौरान ऊपरमाल सिविल सोसायटी का गठन किया। इस सोसायटी के माध्यम से निशुल्क कोचिंग कक्षाएं ‘मंदाकिनी एक प्रयास’ शुरू करना तय किया। एक माह में उपखंड क्षेत्र के कई अधिकारी, कर्मचारियों, अध्यापकों, इंजीनियरों में से फैकल्टी चुनी। 28 मई 2018 को तेजाजी का चौक स्थित उच्च माध्यमिक स्कूल भवन में सुबह 10 बजे कोचिंग कक्षाएं शुरू हो गई। तब 185 स्टूडेंट्स थे। अब 230 हैं। यहां बिजौलिया सहित सलावटिया, भोपतपुरा, कास्या, आरोली, छोटी बिजौलिया और बूंदी जिले के डाबी व अन्य गांवों के युवा आते हैं। अब स्कूल शुरू हो गए इसलिए कक्षाओं का समय शाम 4 से छह बजे का कर दिया गया।
No comments:
Post a Comment