सीकर.सैकंड
ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथि को लेकर आरपीएससी खुद ही उलझा हुआ है।
पिछले साल भर्ती की घोषणा हुई थी। आवेदन के तीन महीने में परीक्षा कराने
की घोषणा कर दी गई। हैरानी ये है कि अब तक आरपीएससी परीक्षा की तीन बार
तिथि बदल चुका, लेकिन परीक्षा को लेकर अभी भी कोई गारंटी नहीं है।
छह हजार से ज्यादा पदों के लिए होने वाली परीक्षा के लिए प्रदेश से 8.50 लाख से ज्यादा आवेदन मिले हैं। आरपीएससी ने हाल ही में फिर परीक्षा तिथि बदलते हुए अप्रैल व मई में परीक्षा की बात कही है। बार-बार तिथि बदलने से अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि 2013 के बाद आयोग ने लंबे अंतराल से भर्ती निकाली, लेकिन बार-बार परीक्षा का कार्यक्रम बदल रहा है। पिछले साल अगस्त में करीब साढ़े आठ लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं।
तारीख पर तारीख
05 सितंबर 2016 को परीक्षा की तारीख 20.11.2016 से 5.11.2016 तक जारी हुई।
23 अक्टूबर 2016 काे आयोग ने परीक्षा तिथि काे स्थगित कर दिया गया।
11 जनवरी 2017 को नई तिथि घोषित की। 13 से 18 मई के बीच परीक्षा कराना तय किया।
20 जनवरी को परीक्षा तिथि में फिर बदलाव कर दिया। अब आरपीएससी ने 26 से 28 अप्रैल और तीन से पांच मई तक परीक्षा आयोजित कराने का फैसला किया है।
23 अक्टूबर 2016 काे आयोग ने परीक्षा तिथि काे स्थगित कर दिया गया।
11 जनवरी 2017 को नई तिथि घोषित की। 13 से 18 मई के बीच परीक्षा कराना तय किया।
20 जनवरी को परीक्षा तिथि में फिर बदलाव कर दिया। अब आरपीएससी ने 26 से 28 अप्रैल और तीन से पांच मई तक परीक्षा आयोजित कराने का फैसला किया है।
अभ्यर्थियों को दो स्तर पर परेशानी
दो लाख से ज्यादा अभ्यर्थी आवेदन नहीं कर पाए
आरपीएससी ने आवेदन के बाद परीक्षा के लिए कम ही समय दिया था। इसलिए कम ही अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। अगर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा तिथि में बदलाव की जानकारी होती तो आवेदनों की संख्या 10 लाख तक पहुंच सकती थी। अभ्यर्थियों का कहना है कि आरपीएससी को फिर से आवेदन भी मांगने चाहिए।
आरपीएससी ने आवेदन के बाद परीक्षा के लिए कम ही समय दिया था। इसलिए कम ही अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। अगर अभ्यर्थियों को बार-बार परीक्षा तिथि में बदलाव की जानकारी होती तो आवेदनों की संख्या 10 लाख तक पहुंच सकती थी। अभ्यर्थियों का कहना है कि आरपीएससी को फिर से आवेदन भी मांगने चाहिए।
अभ्यर्थियों का 3 गुना खर्च करना पड़ा तैयारी पर
बार-बार परीक्षा तिथि में बदलाव होने के कारण अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी भी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा के लिए पहले कोचिंग की थी, लेकिन अब उसका समय समाप्त हो चुका है। अब तैयारी के बाद पता चलता है कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी गई है। इससे तैयारी सही तरीके से नहीं हो पाती।
बार-बार परीक्षा तिथि में बदलाव होने के कारण अभ्यर्थी परीक्षा की तैयारी भी सही तरीके से नहीं कर पा रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा के लिए पहले कोचिंग की थी, लेकिन अब उसका समय समाप्त हो चुका है। अब तैयारी के बाद पता चलता है कि परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी गई है। इससे तैयारी सही तरीके से नहीं हो पाती।
बार-बार परीक्षा की तिथियां बदल रहा है आयोग
आयोग
ने सबसे पहले 5 सितंबर 2016 को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर परीक्षा 20 नवंबर
से 25 नवंबर तक करवाया जाना तय किया था। डेढ़ महीने बाद 23 अक्टूबर को आयोग
ने परीक्षा का कार्यक्रम स्थगित कर दिया और दो महीने बाद 11 जनवरी को फिर
से परीक्षा की नई तिथियां घोषित की। परीक्षा 13 मई से 18 मई के बीच कराना
तय किया, लेकिन आयोग को परीक्षा तिथि रास नहीं आई और करीब दस दिन बाद ही
परीक्षा की तिथियों में बदलाव कर दिया। आयोग ने इस बार परीक्षा 26 अप्रैल
से 28 अप्रैल और एक मई से तीन मई के बीच करवाया जाना तय किया है। हाईकोर्ट
के एडवोकेट संदीप कलवानियां का कहना है कि आरपीएससी को भर्तियों को एक
समयावधि में पूरा करने के लिए भर्ती विज्ञापन के साथ परीक्षा तिथियां घोषित
करनी चाहिए।
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