प्रदेश में इंजीनियरिंग की 63 फीसदी सीटें खाली, आवंटन सूची जारी
जोधपुर। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटों पर प्रवेश के लिए राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) के तहत पहली आवंटन सूची सोमवार को जारी कर दी गई है। ऑप्शन भरने के आधार पर सीटें आवंटित की गईं। इनमें करीब 63 फीसदी सीटें तो ऑप्शन नहीं भरे जाने की वजह से खाली रह गई हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से 41 हजार 551 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण की की जानी थी, लेकिन ऑप्शन भरने वालों की संख्या 14 हजार 284 ही होने की वजह से 26 हजार 267 सीटों पर प्रवेश ही नहीं हो पाया। आवंटित सीटों पर स्टूडेंट्स को 25 जुलाई तक रिपोर्ट करना है।
जोधपुर। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों की सीटों पर प्रवेश के लिए राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) के तहत पहली आवंटन सूची सोमवार को जारी कर दी गई है। ऑप्शन भरने के आधार पर सीटें आवंटित की गईं। इनमें करीब 63 फीसदी सीटें तो ऑप्शन नहीं भरे जाने की वजह से खाली रह गई हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से 41 हजार 551 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण की की जानी थी, लेकिन ऑप्शन भरने वालों की संख्या 14 हजार 284 ही होने की वजह से 26 हजार 267 सीटों पर प्रवेश ही नहीं हो पाया। आवंटित सीटों पर स्टूडेंट्स को 25 जुलाई तक रिपोर्ट करना है।
रीप के सह समन्वयक एमआर पुरोहित ने बताया कि जेईई के स्कोर व 12वीं के अंकों के आधार पर अलग-अलग मेरिट लिस्ट बनाई गई है। इसके आधार पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण की जानी थी।
स्टूडेंट्स ने ऑप्शन भर दिए थे, वरीयता व श्रेणी के आधार पर सीट आवंटन करने की प्रक्रिया पूर्ण करनी थी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों की कुल 57 हजार 743 सीटों में से 20 हजार 742 सीटों पर जेईई मेन्स और शेष 20 हजार 769 सीटों पर 12वीं के पर्सेंटाइल मार्क्स के आधार पर आवंटन सूची जारी की जानी थी, लेकिन कुल 14 हजार 284 अभ्यर्थियों ने ही ऑप्शन भरे। गौरतलब है कि राजस्थान के बाहर के स्टूडेंट्स के लिए स्ववित्त पोषित योजना के तहत 15 फीसदी यानी 7 हजार 371 सीटों पर पहले ही प्रवेश दिया जा चुका है, जबकि 7 हजार 821 सीटें निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटे पर आधारित हैं।
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