जयपुर|भवन विहीन या जर्जर भवनों में चल रहे प्रदेश के 58 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए राहत देने वाली खबर है। शिक्षा विभाग 114.48 करोड रुपए की लागत से इन स्कूलों के लिए नए भवनों का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही 1,003 स्कूलों में 1,334 कक्षा-कक्षों का निर्माण किया जाएगा।
इसी प्रकार 6632 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की मरम्मत और रख रखाव के लिए 49.01 करोड़ रुपए अलग से खर्च किए जाएंगे।
प्रदेश के सभी 13,527 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर,मल्टी फंक्शन प्रिंटर तथा इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षा पर चर्चा के बाद विधानसभा में घोषणा की कि अब तक इससे वंचित विद्यालयों के लिए 29 करोड़ 69 लाख रू राशि व्यय कर उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी से लैस किया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र से विद्यालयों में ‘पं.दीनदयाल उपाध्याय प्रेरक उद्बोधन’ श्रृंखला शुरू की जाएगी,इसके तहत विद्यालयों में क्षेत्र विशेष में सफलता के शीर्ष पर पहुंचे विशिष्ट व्यक्तियों के व्याख्यान करवाए जाएंगे।
शिक्षामंत्री ने कहा कि स्कूलों की गतिविधियों से महिलाओं को जोडने के लिए अगले सत्र से मदर्स टीचर्स मीटिंग आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में माह के अंतिम शनिवार को शिक्षक विद्यार्थियों द्वारा एक कालांश के स्वैच्छिक श्रमदान के लिए रखने,माह के द्वितीय शनिवार को रचनात्मक एवं सृजनात्मक क्षमता को प्रोत्साहन करने के लिए संस्कार सभाएं आयोजित करने की योजना शुरू होगी।
नए सत्र के लिए यह घोषणा की
{कला एवं वाणिज्य के छात्रों के लिए भी होगी प्रतिभा खोज परीक्षा।
{कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को भी ट्रांसपोर्ट वाउचर का लाभ।
{प्रारंभ होगी ‘पं.दीनदयाल उपाध्याय प्रेरक उद्बोधन’ श्रृंखला।
{वनवासी बाहुल्य क्षेत्रों के विद्यार्थियों को सर्वोच्च अंक पर छात्रवृत्ति।
{29 करोड़ 69 लाख रू राशि व्यय कर विद्यालयों को किया जाएगा सूचना प्रौद्योगिकी से लैस।
{माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एफीलिएशन प्रक्रिया होगी ऑनलाइन।
{माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परिसर के सभी जिलों में स्वामी विवेकानंद विद्यार्थी सेवा केन्द्र खुलेंगे।
{सार्वजनिक पुस्तकालयों को आदर्श सार्वजनिक पुस्तकालय के रूप में किया जाएगा विकसित।
{पत्रकारिता,तकनीकी,विज्ञान,विधि क्षेत्र में हिंदी में लेखन हेतु 50-50 हजार के पुरस्कारों की घोषणा।
{हिंदी में 10 या 10 से अधिक विद्यार्थियों के शत प्रतिशत अंक आने पर शिक्षकों का होगा सम्मान।
इसी प्रकार 6632 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों की मरम्मत और रख रखाव के लिए 49.01 करोड़ रुपए अलग से खर्च किए जाएंगे।
प्रदेश के सभी 13,527 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर,मल्टी फंक्शन प्रिंटर तथा इन्टरनेट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षा पर चर्चा के बाद विधानसभा में घोषणा की कि अब तक इससे वंचित विद्यालयों के लिए 29 करोड़ 69 लाख रू राशि व्यय कर उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी से लैस किया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र से विद्यालयों में ‘पं.दीनदयाल उपाध्याय प्रेरक उद्बोधन’ श्रृंखला शुरू की जाएगी,इसके तहत विद्यालयों में क्षेत्र विशेष में सफलता के शीर्ष पर पहुंचे विशिष्ट व्यक्तियों के व्याख्यान करवाए जाएंगे।
शिक्षामंत्री ने कहा कि स्कूलों की गतिविधियों से महिलाओं को जोडने के लिए अगले सत्र से मदर्स टीचर्स मीटिंग आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों में माह के अंतिम शनिवार को शिक्षक विद्यार्थियों द्वारा एक कालांश के स्वैच्छिक श्रमदान के लिए रखने,माह के द्वितीय शनिवार को रचनात्मक एवं सृजनात्मक क्षमता को प्रोत्साहन करने के लिए संस्कार सभाएं आयोजित करने की योजना शुरू होगी।
नए सत्र के लिए यह घोषणा की
{कला एवं वाणिज्य के छात्रों के लिए भी होगी प्रतिभा खोज परीक्षा।
{कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को भी ट्रांसपोर्ट वाउचर का लाभ।
{प्रारंभ होगी ‘पं.दीनदयाल उपाध्याय प्रेरक उद्बोधन’ श्रृंखला।
{वनवासी बाहुल्य क्षेत्रों के विद्यार्थियों को सर्वोच्च अंक पर छात्रवृत्ति।
{29 करोड़ 69 लाख रू राशि व्यय कर विद्यालयों को किया जाएगा सूचना प्रौद्योगिकी से लैस।
{माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एफीलिएशन प्रक्रिया होगी ऑनलाइन।
{माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परिसर के सभी जिलों में स्वामी विवेकानंद विद्यार्थी सेवा केन्द्र खुलेंगे।
{सार्वजनिक पुस्तकालयों को आदर्श सार्वजनिक पुस्तकालय के रूप में किया जाएगा विकसित।
{पत्रकारिता,तकनीकी,विज्ञान,विधि क्षेत्र में हिंदी में लेखन हेतु 50-50 हजार के पुरस्कारों की घोषणा।
{हिंदी में 10 या 10 से अधिक विद्यार्थियों के शत प्रतिशत अंक आने पर शिक्षकों का होगा सम्मान।
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