सरकार की ओर शिक्षा में नवाचार लाने के उदेश्य से शिक्षकों को दिए जा रहे
वीसी प्रशिक्षण में व्यवस्थाओं के अभाव में प्रशिक्षु शिक्षकों का
हाल-बेहाल हो रहा है। शिक्षक नेताओं ने प्रशिक्षण का स्थान बदलने की मांग
उठाई है।
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हर माह में दो दिन सुबह 10
से शाम चार बजे तक होने वाले इस प्रशिक्षण के लिए कस्बे में बनाए गए
केंद्र राजकीय प्रवेशिका संस्कृत स्कूल में प्रथम महीने के दोनों दिन
सेटेलाइट सिस्टम चला ही नहीं और स्कूल परिसर में स्थान की कमी होने से
दिनभर प्रशिक्षु शिक्षकों को तेज धूप गर्मी में परेशान होना पड़ा।
बरामदेमें ले रहे हैं प्रशिक्षण
स्कूलपरिसर में बने हुए कमरे छोटे होने शिक्षकों की संख्या अधिक होने से उन्हें बरामदे में बैठकर प्रशिक्षण लेना पड़ रहा है। बरामदे की चौड़ाई भी कम है जिससे धूप भी सीधी आती है और पंखे आदि भी नहीं लगे होने से गर्मी में सभी प्रशिक्षु शिक्षक पसीने में तर हो गए। सिस्टम भी नहीं चला। स्क्रीन एक जगह ही ठहरी रही,जिससे शिक्षकों को वीसी का प्रशिक्षण भी नहीं मिल सका। शिक्षक नेता महेश सैनी,सुभाष डैला,कमलेश,संतोष,रामदेव,मनोज आदि प्रशिक्षण स्थल को बदलकर पंचायत समिति या अन्य किसी स्कूल जहां प्रयाप्त व्यवस्था हो वहां बनाने की मांग की है।
^स्कूल में बने कमरे छोटे हैं। एक कमरे में मात्र 10 शिक्षक ही बैठ सकते हैं जबकि प्रशिक्षण के दूसरे दिन गुरुवार को 34 शिक्षक गए। उन्हें बरामदे में ही बैठाना पड़ा और दोनों दिन सेटेलाइट सिस्टम नहीं चलने से वीसी का प्रशिक्षण भी नहीं हो सका। समस्याओं के संबंध में उच्चाधिकारियों को फोन पर सूचना दे दी है।-आशासैनी,प्रअ राजकीय प्रवेशिका संस्कृत स्कूल सूरजगढ़
बरामदेमें ले रहे हैं प्रशिक्षण
स्कूलपरिसर में बने हुए कमरे छोटे होने शिक्षकों की संख्या अधिक होने से उन्हें बरामदे में बैठकर प्रशिक्षण लेना पड़ रहा है। बरामदे की चौड़ाई भी कम है जिससे धूप भी सीधी आती है और पंखे आदि भी नहीं लगे होने से गर्मी में सभी प्रशिक्षु शिक्षक पसीने में तर हो गए। सिस्टम भी नहीं चला। स्क्रीन एक जगह ही ठहरी रही,जिससे शिक्षकों को वीसी का प्रशिक्षण भी नहीं मिल सका। शिक्षक नेता महेश सैनी,सुभाष डैला,कमलेश,संतोष,रामदेव,मनोज आदि प्रशिक्षण स्थल को बदलकर पंचायत समिति या अन्य किसी स्कूल जहां प्रयाप्त व्यवस्था हो वहां बनाने की मांग की है।
^स्कूल में बने कमरे छोटे हैं। एक कमरे में मात्र 10 शिक्षक ही बैठ सकते हैं जबकि प्रशिक्षण के दूसरे दिन गुरुवार को 34 शिक्षक गए। उन्हें बरामदे में ही बैठाना पड़ा और दोनों दिन सेटेलाइट सिस्टम नहीं चलने से वीसी का प्रशिक्षण भी नहीं हो सका। समस्याओं के संबंध में उच्चाधिकारियों को फोन पर सूचना दे दी है।-आशासैनी,प्रअ राजकीय प्रवेशिका संस्कृत स्कूल सूरजगढ़
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