राज्य सरकार की ओर से गत दिनों प्रारंभिक
शिक्षा में जारी स्टाफ पैटर्न के आदेश अभी तक दूर की कोड़ी नजर आ रहे हैं।
इसमें एकीकरण आड़े आ रहा है। माध्यमिक शिक्षा में स्टाफ पैटर्न की
प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही सरकार ने प्रारंभिक में स्टाफ पैटर्न का
बिगुल बजाना शुरू कर दिया है, लेकिन जिला स्तर पर इसकी तैयारी नहीं हो पा
रही है।
इस कारण अधिकारियों के सर पर एकीकरण में
शिक्षकों का विभाग बदलने का बोझ बना हुआ है। इनको स्टाफ पैटर्न से पहले
एकीकरण में पिछले वर्ष मर्ज हुए (प्राथमिक व उच्च प्राथमिक से माध्यमिक व
उच्च माध्यमिक विद्यालय) विद्यालयों में शिक्षकों के विभाग बदलना जरूरी हो
गया है। शिक्षकों का पंचायती राज से माध्यमिक शिक्षा विभाग में स्थानांतरित
होने के बाद ही स्टाफ पैटर्न पर कार्य किया जा सकेगा।
स्थानांतरण के बाद हटेंगे शिक्षक
पंचायती
राज से माध्यमिक शिक्षा में शिक्षकों का स्थानांतरण होने के बाद शिक्षकों
को पदों के अनुसार विद्यालय से हटा दिया जाएगा। इसमें जो उच्च प्राथमिक
विद्यालय से माध्यमिक में मर्ज हुए हैं, उनके साथ अगर 4 पंचायती राज शिक्षक
गए हैं और माध्यमिक विभाग को दो पदों की जरूरत होगी तो पंचायती राज के
शिक्षक को वहां से हटकार दूसरी जगह लगाया जाएगा
अक्टूबर तक इंजतार
प्रारंभिक
शिक्षा में स्टाफ पैटर्न प्रक्रिया के लिए अभी अक्टूबर तक इंतजार करना
पड़ेगा। इसके बाद शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत स्टाफ पैटर्न लागू किया
जाएगा। प्रक्रिया में प्रदेश के 1 लाख 97 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षक व
शारीरिक शिक्षक प्रभावित होंगे। साथ ही जिले में प्रारंभिक शिक्षा में लगभग
11 हजार शिक्षक कार्यरत हैं, इनमें से 2225 को वरिष्ठता के आधार पर
माध्यमिक में स्थानांतरण कर दिया जाएगा। इसके अलावा बचे हुए शिक्षकों को
स्टाफ पैटर्न में लिया जाएगा।
पहले यह निपटा दें
स्टाफ
पैटर्न में अभी दो माह लग सकते हैं। पहले एकीकरण में मर्ज हुए विद्यालयों
के तृतीय श्रेणी शिक्षकों का विभाग परिर्वतन किया जाएगा।
विष्णु पानेरी, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारंभिक शिक्षा प्रथम
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