बाप. बैंक की ब्रांच बदलना तीन स्कूलों के लिए भारी पड़
गया हैं। एक ही बैंक की ब्रांच बदलने से खाता नंबर तो नहीं बदले, लेकिन
आईएफएससी कोड बदल गए, जिससे तीनों स्कूलों का मीड-डे मिल, दुग्ध योजना व
कुक कम हेल्पर भुगतान अटक गया। तीनों योजनाओं का एक साल से भुगतान अटका
हुआ, जिस वजह से शिक्षक भी कर्जदार हो गए हैं।
अल्प मानदेय में काम करने वाले कुक कम हेल्पर भी आर्थिक तंगी में तंगी भुगतने को मजबूर हैं।शिक्षक भी इसको लेकर कई बार स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत करा चुके, लेकिन विभागीय जिम्मेदारों की आंख ही नहीं खुल रही।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चांपासर पीईईओ क्षेत्र में संचालित राप्रावि किरतानाडा, राप्रावि सज्जन नगर तथा राप्रावि जाणियों की ढाणी द्वितीय का एसएमसी का बैंक खाता बाप स्थित यूको बैंक में था। मुख्यालय होने की वजह से अधिकांश स्कूलों के खाते बाप में संचालित बैंकों में ही है। उक्त तीनों स्कूलां की बाप से दूरी 125 किमी से अधिक है।
दूसरा बाप तक आने के लिए परिवहन का काेई सीधा साधन भी नहीं है। ऐसे में बैंक के काम के लिए बाप आने पर शिक्षकों का पूरा दिन निकल जाता था। इसी परेशानी को देखते हुए तीनों स्कूलों के संस्था प्रधानों ने 5 जुलाई 2019 में बैंक खाता बाप यूको बैंक से चाडी यूको बैंक में स्थानांतरित करवा दिया। ऑनलाइन बैकिंग की वजह से खाता नंबर नहीं बदले, लेकिन ब्रांच के आईएफएससी कोड बदल गए। तीनों शिक्षकों ने इसकी सूचना 12 जुलाई 2019 को ही स्थानीय शिक्षा विभाग को दे दी थी।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष तोलाराम पालीवाल व बाप ब्लॉक अध्यक्ष देवीदान चारण ने बताया कि तीनों स्कूलों का मिड डे मिल, कुक कम हैल्पर व दुग्ध योजना का जनवरी 2019 से भुगतान बकाया जुलाई में बैंक की ब्रांच बदलने के बाद समूचा भुगतान ही अटक गया।
तीनों स्कूलों में 17 माह से मिड डे मील सहित बच्चों को दूध दिया जा रहा हैं। योजना को निरंतर स्कूल मे चालू रखने पर तीनों स्कूलों के शिक्षक कर्जदार हो गए हैं। बैंक की ब्रांच बदलने की सूचना स्थानीय शिक्षा विभाग में कई बार दी गई. लेकिन अधिकारियों ने आज तक इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
एक बार जिला स्तर के अधिकारी से मिले तो उन्होंने भी दो टूक जवाब दे दिया कि इसकी सूचना बाप स्थित सीबीईओ कार्यालय में ही दे। वहां से इस संबंध में सूचना आने के बाद भी कार्रवाई आगे बढ़ेगी। तीनों विद्यालयों में करीब दो लाख का भुगतान बकाया पड़ा हैं।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ उप शाखा बाप ने सीबीईओ को इस संबंध में पत्र सौंप कर तीनों विद्यालयों के बकाया भुगतान काे शीघ्र करवाने की मांग की हैं। इस संबंध में सीबीईओ मनफूल सिंह ने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी कुछ दिनों पहले ही मिली हैं। भुगतान का विलंब गलत हुआ हैं। आवश्यक सभी कागजात भिजवाएं हुए हैं, शीघ्र ही बकाया भुगतान करवा दिया जाएगा।
अल्प मानदेय में काम करने वाले कुक कम हेल्पर भी आर्थिक तंगी में तंगी भुगतने को मजबूर हैं।शिक्षक भी इसको लेकर कई बार स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत करा चुके, लेकिन विभागीय जिम्मेदारों की आंख ही नहीं खुल रही।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चांपासर पीईईओ क्षेत्र में संचालित राप्रावि किरतानाडा, राप्रावि सज्जन नगर तथा राप्रावि जाणियों की ढाणी द्वितीय का एसएमसी का बैंक खाता बाप स्थित यूको बैंक में था। मुख्यालय होने की वजह से अधिकांश स्कूलों के खाते बाप में संचालित बैंकों में ही है। उक्त तीनों स्कूलां की बाप से दूरी 125 किमी से अधिक है।
दूसरा बाप तक आने के लिए परिवहन का काेई सीधा साधन भी नहीं है। ऐसे में बैंक के काम के लिए बाप आने पर शिक्षकों का पूरा दिन निकल जाता था। इसी परेशानी को देखते हुए तीनों स्कूलों के संस्था प्रधानों ने 5 जुलाई 2019 में बैंक खाता बाप यूको बैंक से चाडी यूको बैंक में स्थानांतरित करवा दिया। ऑनलाइन बैकिंग की वजह से खाता नंबर नहीं बदले, लेकिन ब्रांच के आईएफएससी कोड बदल गए। तीनों शिक्षकों ने इसकी सूचना 12 जुलाई 2019 को ही स्थानीय शिक्षा विभाग को दे दी थी।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के जिला उपाध्यक्ष तोलाराम पालीवाल व बाप ब्लॉक अध्यक्ष देवीदान चारण ने बताया कि तीनों स्कूलों का मिड डे मिल, कुक कम हैल्पर व दुग्ध योजना का जनवरी 2019 से भुगतान बकाया जुलाई में बैंक की ब्रांच बदलने के बाद समूचा भुगतान ही अटक गया।
तीनों स्कूलों में 17 माह से मिड डे मील सहित बच्चों को दूध दिया जा रहा हैं। योजना को निरंतर स्कूल मे चालू रखने पर तीनों स्कूलों के शिक्षक कर्जदार हो गए हैं। बैंक की ब्रांच बदलने की सूचना स्थानीय शिक्षा विभाग में कई बार दी गई. लेकिन अधिकारियों ने आज तक इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
एक बार जिला स्तर के अधिकारी से मिले तो उन्होंने भी दो टूक जवाब दे दिया कि इसकी सूचना बाप स्थित सीबीईओ कार्यालय में ही दे। वहां से इस संबंध में सूचना आने के बाद भी कार्रवाई आगे बढ़ेगी। तीनों विद्यालयों में करीब दो लाख का भुगतान बकाया पड़ा हैं।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ उप शाखा बाप ने सीबीईओ को इस संबंध में पत्र सौंप कर तीनों विद्यालयों के बकाया भुगतान काे शीघ्र करवाने की मांग की हैं। इस संबंध में सीबीईओ मनफूल सिंह ने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी कुछ दिनों पहले ही मिली हैं। भुगतान का विलंब गलत हुआ हैं। आवश्यक सभी कागजात भिजवाएं हुए हैं, शीघ्र ही बकाया भुगतान करवा दिया जाएगा।
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