सीकर । जिले के सरकारी विद्यालयों में कई सालों से फिक्स वेतन पर काम कर रहे शिक्षकों के लिए खुश खबर है। ऐसे 497 शिक्षकों को जिला परिषद की जिला स्थापना समिति की बैठक में शुक्रवार को स्थायी कर दिया गया है। अब अप्रेल माह का वेतन उनको लगभग दोगुने से भी ज्यादा मिलेगा।
जिला परिषद के माध्यम से वर्ष 2012 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों का चयन किया गया था। सीकर में ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 700 है। उनको वर्तमान में हर माह करीब 14 हजार रुपए दिए जा रहे हैं।
उनमें से कई द्वितीय श्रेणी के शिक्षक बन गए तो कई व्याख्याता व अन्य नौकरियों में चले गए। समिति के पास ब्लॉकों से 515 आवेदन प्राप्त हुए। उनमें से 497 को स्थायी कर दिया गया है। शेष की डिग्री दूसरे राज्य की होने के कारण उनकी पहले जांच करवाई जाएगी। उसके बाद उन पर आगे विचार किया जाएगा। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी विक्रम सिंह शेखावत ने बताया कि स्थायी हुए कर्मचारियों को अप्रेल से नया वेतन मिलना शुरू हो जायेगा।
एरियर पर निर्णय बाद में
वर्ष 2012 में शिक्षकों को नौकरी मिल गई थी। दो वर्ष का समय उनका परीविक्षाकाल रहा। इस दौरान फिक्स वेतन दिया जाता है। दो साल बाद जांच के बाद उनको स्थायी करने का प्रावधान है। शिक्षकों का कहना है कि नियमानुसार उनको वर्ष 2014 में ही स्थायी किया जाना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब वर्ष 2014 से मार्च 2017 का ऐरियर उन्हें कब व कितना मिलेगा, इसकी अधिकृत जानकारी अभी नहीं आई है।
जिला परिषद के माध्यम से वर्ष 2012 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों का चयन किया गया था। सीकर में ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 700 है। उनको वर्तमान में हर माह करीब 14 हजार रुपए दिए जा रहे हैं।
उनमें से कई द्वितीय श्रेणी के शिक्षक बन गए तो कई व्याख्याता व अन्य नौकरियों में चले गए। समिति के पास ब्लॉकों से 515 आवेदन प्राप्त हुए। उनमें से 497 को स्थायी कर दिया गया है। शेष की डिग्री दूसरे राज्य की होने के कारण उनकी पहले जांच करवाई जाएगी। उसके बाद उन पर आगे विचार किया जाएगा। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी विक्रम सिंह शेखावत ने बताया कि स्थायी हुए कर्मचारियों को अप्रेल से नया वेतन मिलना शुरू हो जायेगा।
एरियर पर निर्णय बाद में
वर्ष 2012 में शिक्षकों को नौकरी मिल गई थी। दो वर्ष का समय उनका परीविक्षाकाल रहा। इस दौरान फिक्स वेतन दिया जाता है। दो साल बाद जांच के बाद उनको स्थायी करने का प्रावधान है। शिक्षकों का कहना है कि नियमानुसार उनको वर्ष 2014 में ही स्थायी किया जाना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब वर्ष 2014 से मार्च 2017 का ऐरियर उन्हें कब व कितना मिलेगा, इसकी अधिकृत जानकारी अभी नहीं आई है।
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