30 दिनों में जंची 96616 उत्तर पुस्तिकाएं
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 के 24 हजार 154 अभ्यर्थियों की 96 हजार 616 उत्तर पुस्तिकाएं 30 दिनों में जांचने का दावा किया गया है। आयोग इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बता रहा है।
इस बार जिस तेज गति से उत्तर पुस्तिकाएं जांची गई हैं,उससे उत्तर पुस्तिकाओं की जांच गुणवत्ता तो भविष्य के गर्भ में ही छिपी है। हालांकि आयोग ने दावा किया है कि सक्षम फैकल्टी द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई गई है। आयोग ने पहली बार ऑन स्क्रीनिंग इन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई है। आयोग का दावा है कि इन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में 250 व्याख्याताओं को लगाया गया था। नए पैटर्न पर पहली बार हुई इस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रीयकृत व्यवस्था के आधार ऑन स्क्रीनिंग तौर पर जंचवाई गई हैं। इस तेजी से कार्य निबटाने का एक ही लक्ष्य बताया जा रहा है कि आयोग जल्द से जल्द आरएएस 2013 की परीक्षा प्रक्रिया पूरी कर ले और प्रदेश को भी नए आरएएस अफसर मिल सकें।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 के 24 हजार 154 अभ्यर्थियों की 96 हजार 616 उत्तर पुस्तिकाएं 30 दिनों में जांचने का दावा किया गया है। आयोग इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बता रहा है।
इस बार जिस तेज गति से उत्तर पुस्तिकाएं जांची गई हैं,उससे उत्तर पुस्तिकाओं की जांच गुणवत्ता तो भविष्य के गर्भ में ही छिपी है। हालांकि आयोग ने दावा किया है कि सक्षम फैकल्टी द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई गई है। आयोग ने पहली बार ऑन स्क्रीनिंग इन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई है। आयोग का दावा है कि इन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में 250 व्याख्याताओं को लगाया गया था। नए पैटर्न पर पहली बार हुई इस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रीयकृत व्यवस्था के आधार ऑन स्क्रीनिंग तौर पर जंचवाई गई हैं। इस तेजी से कार्य निबटाने का एक ही लक्ष्य बताया जा रहा है कि आयोग जल्द से जल्द आरएएस 2013 की परीक्षा प्रक्रिया पूरी कर ले और प्रदेश को भी नए आरएएस अफसर मिल सकें।
एेसे बना आंकड़ा
आयोगद्वारा आरएएस 2013 के 990 पदों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन इस वर्ष 9 से 12 अप्रैल तक किया गया था। इस परीक्षा में 24 हजार 154 अभ्यर्थी प्रविष्ट हुए थे। आरएएस मुख्य परीक्षा में नए पैटर्न के अनुसार कुल 4 प्रश्न पत्र थे। इस हिसाब से प्रत्येक अभ्यर्थी की चार-चार उत्तर पुस्तिकाएं हुईं। ये मिला कर आंकड़ा 96 हजार 616 तक पहुंचता है। पुराने पैटर्न में 36 विषय होते थे। इनकी जांच में समय भी लगता था।
केंद्रीयकृतव्यवस्था पर जंचवाई उत्तर पुस्तिकाएं:आयोगसूत्रों के मुताबिक आयोग ने आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 की उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रीयकृत व्यवस्था के आधार पर जंचवाई हैं। उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए अजमेर के साथ ही जयपुर और जोधपुर में सेंटर बनवाए गए थे। आयोग सूत्रों के मुताबिक औसतन प्रत्येक सेंटर पर 40 इनविजिलेटरों ने उत्तर पुस्तिकाओं के जांचने का कार्य किया। प्रत्येक सेंटर पर इनविजिलेटरों पर विषय विशेषज्ञ के रूप में एक से दो हैड एग्जामिनर्स को भी लगाया गया था।
^आयोग ने आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 के अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए केंद्रीयकृत ऑनलाइन स्क्रीनिंग व्यवस्था की थी। यह लेटेस्ट टेकनोलॉजी है और इसे आईआईएम और आईआईटी द्वारा उपयोग में लिया जाता है। सक्षम फैकल्टी द्वारा ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई है। डॉ.शिव सिंह राठौड़ को मेंबर इंचार्ज बनाया गया था।
-डॉ.ललित के.पंवार,
अध्यक्ष,राजस्थान लोक सेवा आयोग,अजमेर
आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 में ओबीसी की कट आॅफ अधिक जाएगी,यह आरएएस प्री 2013 के परिणाम से ही लगने लगा था। आरएएस प्री के परिणाम में ओबीसी की कट ऑफ सामान्य के बराबर रही थी। आरएएस प्री 2013 का परिणाम 29 नवंबर 2015 को घोषित किया था। उस समय सामान्य वर्ग के पुरुषों के साथ ही एसटी और अोबीसी के पुरुष वर्ग के अभ्यर्थियों का कट आॅफ समान 63.40 रहा था। कठिन पेपर को इसका जिम्मेदार बताया गया था।
ओबीसीऔर एसबीसी में बढ़ा है पढ़ाई का रुझान:विशेषज्ञोंका मानना है कि बढ़ी हुई कट आॅफ मार्क्स दर्शाती है कि ओबीसी और एसबीसी के अभ्यर्थियों में प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे बढ़ने का रुझान बढ़ रहा है। बदलते सामाजिक परिवेश और कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए इन वर्गों में भी पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ रही है। महिलाओं में भी रुचि बढ़ी है।
आयोगद्वारा आरएएस 2013 के 990 पदों के लिए मुख्य परीक्षा का आयोजन इस वर्ष 9 से 12 अप्रैल तक किया गया था। इस परीक्षा में 24 हजार 154 अभ्यर्थी प्रविष्ट हुए थे। आरएएस मुख्य परीक्षा में नए पैटर्न के अनुसार कुल 4 प्रश्न पत्र थे। इस हिसाब से प्रत्येक अभ्यर्थी की चार-चार उत्तर पुस्तिकाएं हुईं। ये मिला कर आंकड़ा 96 हजार 616 तक पहुंचता है। पुराने पैटर्न में 36 विषय होते थे। इनकी जांच में समय भी लगता था।
केंद्रीयकृतव्यवस्था पर जंचवाई उत्तर पुस्तिकाएं:आयोगसूत्रों के मुताबिक आयोग ने आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 की उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रीयकृत व्यवस्था के आधार पर जंचवाई हैं। उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए अजमेर के साथ ही जयपुर और जोधपुर में सेंटर बनवाए गए थे। आयोग सूत्रों के मुताबिक औसतन प्रत्येक सेंटर पर 40 इनविजिलेटरों ने उत्तर पुस्तिकाओं के जांचने का कार्य किया। प्रत्येक सेंटर पर इनविजिलेटरों पर विषय विशेषज्ञ के रूप में एक से दो हैड एग्जामिनर्स को भी लगाया गया था।
^आयोग ने आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 के अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए केंद्रीयकृत ऑनलाइन स्क्रीनिंग व्यवस्था की थी। यह लेटेस्ट टेकनोलॉजी है और इसे आईआईएम और आईआईटी द्वारा उपयोग में लिया जाता है। सक्षम फैकल्टी द्वारा ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई है। डॉ.शिव सिंह राठौड़ को मेंबर इंचार्ज बनाया गया था।
-डॉ.ललित के.पंवार,
अध्यक्ष,राजस्थान लोक सेवा आयोग,अजमेर
आरएएस मुख्य परीक्षा 2013 में ओबीसी की कट आॅफ अधिक जाएगी,यह आरएएस प्री 2013 के परिणाम से ही लगने लगा था। आरएएस प्री के परिणाम में ओबीसी की कट ऑफ सामान्य के बराबर रही थी। आरएएस प्री 2013 का परिणाम 29 नवंबर 2015 को घोषित किया था। उस समय सामान्य वर्ग के पुरुषों के साथ ही एसटी और अोबीसी के पुरुष वर्ग के अभ्यर्थियों का कट आॅफ समान 63.40 रहा था। कठिन पेपर को इसका जिम्मेदार बताया गया था।
ओबीसीऔर एसबीसी में बढ़ा है पढ़ाई का रुझान:विशेषज्ञोंका मानना है कि बढ़ी हुई कट आॅफ मार्क्स दर्शाती है कि ओबीसी और एसबीसी के अभ्यर्थियों में प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे बढ़ने का रुझान बढ़ रहा है। बदलते सामाजिक परिवेश और कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए इन वर्गों में भी पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ रही है। महिलाओं में भी रुचि बढ़ी है।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC