कई स्कूल में नहीं हैं टीचर, यहां सिर्फ 103 छात्रों को पढ़ाते हैं 18 शिक्षक
नीमकाथाना. क्षेत्र के पुरानाबास राजकीय माध्यमिक विद्यालय के 103 छात्रों को 18 शिक्षक पढ़ा रहे हैं। बीते वर्ष चार स्कूलों का समानीकरण पुरानाबास के स्कूल में हुआ। इसके बाद यहां शिक्षक अधिक हो गए। मामले से शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया, मगर राजनीतिक पहुंच के चलते शिक्षकों को दूसरी जगह नहीं लगाया गया। अकेले नीमकाथाना में भी ऐसे कई स्कूल हैं, जहां शिक्षकों का टोटा है। दो दिन पहले ही डीईओ देवलता चांदवानी ने क्षेत्र के आधा दर्जन स्कूलों का निरीक्षण किया। उस दौरान स्कूलों में ज्यादा शिक्षक मिलने पर उन्हें इधर-उधर लगाया था।
सरकार की समानीकरण योजना में चार स्कूल पुरानाबास के रामावि में मर्ज कर दिए गए। स्कूल मर्ज होने पर उन स्कूलों के 13 शिक्षक भी पुरानाबास के स्कूल में आ गए। इससे यहां 18 शिक्षक हो गए।
स्कूल में 22 का है स्टाफ
पुरानाबास के स्कूल में भले ही नामांकन 103 हो मगर शिक्षा विभाग ने 22 लोगों का स्टाफ लगा रखा है। इनमें 18 शिक्षक, दो बाबू और दो ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल हैं।
एक साथ हुए थे चार स्कूल मर्ज
सरकार ने समानीकरण में चार स्कूलों को रामावि पुरानाबास के स्कूल में मर्ज किया। इसमें राउप्रावि केरवाली, राप्रावि पुरानाबास, राप्रावि कुंभाकाला व राप्रावि ढाबावाला स्कूल शामिल है। इधर, मर्ज हुए राप्रावि कुंभाकाला को विभाग के आदेश पर पुराने भवन में ही संचालित करने के आदेश हो गए। इससे दो शिक्षक वहीं सेवा दे रहे हैं। मर्ज हुए स्कूलों से केवल 15 छात्रों ने ही रामावि पुरानाबास में प्रवेश लिया है।
छात्रों को नहीं मिल रहा पोषाहार
कुभाकाला के राप्रावि पुरानाबास के स्कूल से पांच किमी दूर होने पर शिक्षा विभाग ने कुंभाकाला के भवन में ही स्कूल संचालित करने के आदेश दिए। वर्तमान में वहां 11 बच्चों का नामांकन है, लेकिन उन बच्चों को पोषाहार नहीं मिल रहा। मामले में प्रधानाध्यापक हरसाराम रैगर का कहना है कि कम बच्चों के नामांकन पर पोषाहार बनाना संभव नहीं है, जबकि उन बच्चों के लिए पोषाहार सामग्री आ रही है।
> चार स्कूलों के मर्ज होने पर पुरानाबास के स्कूल में शिक्षक अधिक हो गए। यहां 10 शिक्षक पर्याप्त हैं। नोडल अधिकारी को शिक्षक ज्यादा होने की जानकारी दी गई है। - हरसाराम रैगर, प्रधानाध्यापक, रामावि, पुरानाबास
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