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शिक्षक भर्ती में कम पद से टॉपर्स को भी जाना पड़ेगा 'बाड़मेर'

 सीकर. प्रदेश में 32 हजार पदों पर होने वाली तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए शिक्षा विभाग की ओर से जारी वर्गीकरण ने भी प्रदेश के बेरोजगारों की मुसीबत बढ़ा दी है। कई जिलों में रीट प्रथम व द्वितीय लेवल में भी काफी

कम पद अलॉट हुए हैं। ऐसे में शिक्षक भर्ती में चयनित होने वाले टॉपर्स को खुद के जिले में पद कम होने की वजह से दूसरे जिलों में नौकरी के लिए जाना पड़ेगा। बाड़मेर, भीलवाड़ा और जयपुर जिले में प्रथम लेवल में सबसे ज्यादा पद हैं। जबकि द्वितीय लेवल में बाड़मेर व जोधपुर जिलों को सबसे ज्यादा पद अलॉट हुए हैं। जबकि सबसे कम पद सिरोही, कोटा और उदयपुर जिले में हैं। रीट 2018 के मुकाबले प्रथम व द्वितीय लेवल सामान्य व विशेष शिक्षकों के पदों की कट ऑफ में सात से 13 अंकों का उछाल आने की उम्मीद है। तृतीय श्रेणी शिक्षक के लिए ऑनलाइन आवेदन दस जनवरी से शुरू होंगे। नौ फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। ऑफलाइन आवेदन नहीं लिए जाएंगे।

प्रथम लेवल में किस जिले में कितने पदों पर भर्ती
अजमेर: 470, अलवर: 665, बारां: 225, बाड़मेर: 1188, भरतपुर: 498, भीलवाड़ा: 583, बीकानेर: 355, बूंदी: 351, चित्तौडगढ़: 375, चूरू: 331, दौसा: 361, धौलपुर: 277, हनुमानगढ़: 344, जयपुर: 727, जैसलमेर: 299, जालौर: 411, झालावाड़: 321, झुंझुनूं: 212, जोधपुर: 675, करौली: 433, कोटा: 201,नागौर: 425, पाली: 397, राजसमंद: 341, सवाईमाधोपुर: 281, श्रीगंगानगर: 283, सीकर: 361, सिरोही: 159, टोंक: 230, उदयपुर: 161

द्वितीय लेवल में सर्वाधिक पदों वाले जिले

बाड़मेर: 1364

जोधपुर: 993
अलवर: 817

अजमेर: 488

द्वितीय लेवल में पदों के वर्गीकरण को ऐसे समझें...

अंग्रेजी: 4330
हिन्दी: 1930

संस्कृत: 976
उर्दु: 309

पंजाबी: 175
सिन्धी: 10


सामाजिक अध्ययन: 2515
विज्ञान-गणित: 3175

विशेष शिक्षा: 445
विशेष शिक्षक एमआर: 219

वीआइ: 77
एचआइ: 149


ऐसे हुआ पद विभाजन

शिक्षा विभाग ने 32 हजार पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। इसमें सामान्य शिक्षा के 31 हजार पद हैं। जबकि एक हजार पद विशेष शिक्षकों के हैं। लेवल प्रथम के लिए 15,500 पद हैं, जिसमें 500 पद विशेष शिक्षा के हैं। विज्ञप्ति के अनुसार 11,500 गैर अनुसूचित क्षेत्र के अभ्यर्थियों के लिए और अनुसूचित क्षेत्र के लिए तीन हजार पद तय गए हैं। लेवल द्वितीय में गैर अनुसूचित क्षेत्र के लिए 13,420 और अनुसूचित क्षेत्र के लिए 2,580 पद हैं। इसमें विशेष शिक्षा के लिए 500 रखे गए हैं।

ऐसे होगा चयन
लेवल प्रथम: रीट के नंबरों के हिसाब से सीधी मेरिट बनेगी। यानी 150 अंकों में से जितने अंक आए हैं। अन्य कोई नंबर नहीं जुड़ेंगे।

लेवल द्वितीय : रीट के 150 नंबर का 90 फीसदी वेटेज और 10 फीसदी स्नातक के अंक मिलाकर मेरिट बनेगी।


कितने बेरोजगार दौड़ में
रीट के लिए इस बार 25 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से 11 लाख चार हजार 216 को रीट में पात्र घोषित किया गया। इनमें लेवल प्रथम के लिए 3 लाख तीन हजार 604 और लेवल द्वितीय के लिए 7 लाख 73 हजार 612 को पात्र घोषित किया गया। इनमें से मेरिट के आधार पर 32 हजार शिक्षकों को नियुक्ति दी जाएगी।


तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के हर पेच को समझिए...

इसलिए 50 हजार पदों पर भर्ती नहीं

तीन महीने से बेरोजगारों की ओर से पद बढ़ाने की मांग को लेकर जयपुर सहित अन्य जिलों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। लेकिन सरकार का तर्क है कि बजट में 31 हजार पदों की घोषणा की गई। यदि पदों में बढ़ोतरी करते हैं तो दुबारा से अनुमति लेनी पड़ेगी। सरकार चौथे साल में भर्ती कर माहौल को अपने पक्ष में करने के मूड में ज्यादा है।

20 हजार पदों की रीट, फिर 12 लाख से अधिक उतरेंगे मैदान में

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस साल 14 और 15 मई को 20 हजार पदों के लिए रीट परीक्षा कराने का ऐलान किया है। पिछले साल हुई रीट भर्ती में 14 लाख से अधिक आवेदन आए थे। अंक सुधार की वजह से इस साल होने वाली रीट में भी 12 लाख से अधिक आवेदन आने की आस रहेगी।

पद बढ़ोतरी के पीछे बेरोजगारों की मंशा

1. कट ऑफ : कम रहे तो मिले मौका
बेरोजगारों की ओर से पद बढ़ोतरी के आंदोलन के पीछे दो मुख्य वजह है। 31 हजार पद होने से प्रथम व द्वितीय लेवल में कट ऑफ काफी ऊंची जाने की उम्मीद है। इसलिए बेरोजगारों की मांग है कि 50 हजार पद होने पर कट ऑफ थोड़ी कम होगी। जिससे उनका नौकरी का सपना पूरा हो सकता है।

2. नई भर्ती से बढ़ेगी चुनौती: 1.50 लाख नए अभ्यर्थी आएंगे

बेरोजगार अलग से होने वाली 20 हजार पदों की रीट के ज्यादा पक्ष में भी नहीं है। क्योंकि जिन अभ्यर्थियों को मनपसंद का जिला नहीं मिलेगा वह फिर से आवेदन करेंगे। इसके अलावा 1.50 लाख से ज्यादा नए अभ्यर्थी भी टक्कर में आएंगे।

नई रीट से किसे सबसे ज्यादा फायदा-नुकसान
फायदा

1. रीट 2021 में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले अभ्यर्थियों के लिए रीट 2022 एक बेहतर मौका है। इसके लिए अभ्यर्थियों को अभी से तैयारी में जुटना होगा।
2. जिन अभ्यर्थियों की बीएड व बीएसटीसी की अंकतालिका नहीं आई लेकिन रीट 2021 में स्कोर बेहतर है। उनके लिए अलग से होने वाली रीट में फायदा है।

नुकसान
1. जिन अभ्यर्थियों का स्कोर काफी ठीक है। लेकिन प्रतीक्षा सूची में शामिल रहेंगे उनके लिए पदों में बढ़ोतरी नहीं होना नुकसानदायक रहेगा। उनको रीट 2021 के स्कोर को और सुधारकर 2022 में बने रहने के लिए नए सिरे से तैयारी होगी।

2. रीट 2021 में यदि पद 50 हजार होते तो विशेष शिक्षकों के तीन हजार पद आने की संभावना रहती। लेकिन अब एक हजार पद ही आने से टक्कर कड़ी रहेगी।

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