काउंसलिंग की चिंता में अध्ययन और अध्यापन कार्य दोनों ही ठप
पिछलेकुछ दिन से जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययन और अध्यापन दोनों ही ठप हैं। करीब एक हजार शिक्षकों का मन पढाई के बजाय काउंसलिंग में लगा है। इसके लिए आठ से 13 जुलाई तक काउंसलिंग की जाएगी। नए शिक्षा सत्र में गत शिक्षा सत्रों की भांति शिक्षकों के अभाव में तालाबंदी पर अंकुश लगेगा।
सभी सरकारी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को पर्याप्त संख्या में विषय बार शिक्षक मिल सकेंगे और उनमें अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक स्तर में गुणात्मक सुधार हो सकेगा। कोई भी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय शिक्षकों के अभाव में तालाबंदी का शिकार हो इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सेटअप परिवर्तन की कवायद तेज कर दी है। 8 से 13 जुलाई तक काउंसलिंग कर यह तय कर दिया जाएगा कि कौनसा शैक्षणिक कार्मिक जिले के किस विद्यालय में पदस्थापित होगा। इसी के चलते जिले में माध्यमिक शिक्षा से प्रारंभिक शिक्षा में आए 528 शिक्षकों सहित करीब 1000 शैक्षणिक कार्मिकों का मन फिलहाल बच्चों को पढ़ाने के बजाय काउंसलिंग में अटका पड़ा है। उन्हें अपने चहेते स्थान वाले स्कूल में पदस्थापन की चिंता सता रही है।
प्रत्येकस्कूल का रखा जाएगा ख्याल:जिलेमें प्रारंभिक शिक्षा विभाग के 629 प्राथमिक 571 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें करीब एक लाख 7 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। विभाग की मंशा है कि प्रत्येक विद्यालय में पर्याप्त मात्रा में शिक्षक तैनात हों,इस बात का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाएगा। पदस्थापन में विद्यालय की छात्र संख्या एवं स्तर दोनों पर ध्यान दिया जाएगा। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में कम से कम तीन शिक्षक-शिक्षिका एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में विषयाध्यापक सहित कम से कम सात शैक्षणिक कार्मिकों का पदस्थापन किया जाएगा।
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पिछलेकुछ दिन से जिले के सरकारी स्कूलों में अध्ययन और अध्यापन दोनों ही ठप हैं। करीब एक हजार शिक्षकों का मन पढाई के बजाय काउंसलिंग में लगा है। इसके लिए आठ से 13 जुलाई तक काउंसलिंग की जाएगी। नए शिक्षा सत्र में गत शिक्षा सत्रों की भांति शिक्षकों के अभाव में तालाबंदी पर अंकुश लगेगा।
सभी सरकारी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों को पर्याप्त संख्या में विषय बार शिक्षक मिल सकेंगे और उनमें अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक स्तर में गुणात्मक सुधार हो सकेगा। कोई भी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय शिक्षकों के अभाव में तालाबंदी का शिकार हो इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने सेटअप परिवर्तन की कवायद तेज कर दी है। 8 से 13 जुलाई तक काउंसलिंग कर यह तय कर दिया जाएगा कि कौनसा शैक्षणिक कार्मिक जिले के किस विद्यालय में पदस्थापित होगा। इसी के चलते जिले में माध्यमिक शिक्षा से प्रारंभिक शिक्षा में आए 528 शिक्षकों सहित करीब 1000 शैक्षणिक कार्मिकों का मन फिलहाल बच्चों को पढ़ाने के बजाय काउंसलिंग में अटका पड़ा है। उन्हें अपने चहेते स्थान वाले स्कूल में पदस्थापन की चिंता सता रही है।
प्रत्येकस्कूल का रखा जाएगा ख्याल:जिलेमें प्रारंभिक शिक्षा विभाग के 629 प्राथमिक 571 राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित हैं। इनमें करीब एक लाख 7 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। विभाग की मंशा है कि प्रत्येक विद्यालय में पर्याप्त मात्रा में शिक्षक तैनात हों,इस बात का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाएगा। पदस्थापन में विद्यालय की छात्र संख्या एवं स्तर दोनों पर ध्यान दिया जाएगा। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में कम से कम तीन शिक्षक-शिक्षिका एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में विषयाध्यापक सहित कम से कम सात शैक्षणिक कार्मिकों का पदस्थापन किया जाएगा।
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