राजसमंद/देलवाड़ा । जिले में कई स्कूल ऐसे हैं जहां बारिश के समय छत टपकती है, कई तो क्षतिग्रस्त होकर दयनीय स्थिति में हैं, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते इन स्कूलों की मरम्मत तो दूर आधी बारिश गुजरने को है लेकिन अभीतक प्रस्ताव भी नहीं लिए गए। ऐसे में स्कूलों में बच्चों का पढऩा खासा जोखिम भरा है। ऐसा ही एक विद्यालय देलवाड़ा क्षेत्र की नेगडिय़ा पंचायत का प्राथमिक विद्यालय नेगडिया भीलवाड़ा है। तीन कक्षा कक्ष वाले इस विद्यालय में दो कमरे व बरामदा इस कदर जर्जर है कि छत से आरसीसी के सरिये लटक रहे हैं। बरसात में बारिश का पानी सीधा नीचे गिरता है।
छत का प्लास्टर गिर चुका है कुल मिलाकर छत इस हाल में है कि छत कभी भी गिर सकती है। जबकि यहां करीब 75 छात्रों का नामांकन है। सभी बच्चे आदिवासी समुदाय के हैं। जान जोखिम में डालकर ज्ञान का ककहरा पढऩे वाले छात्रों के अभिभावक भी हर समय किसी अनहोनी से सहमे रहते हैं।
एक कमरा सुरक्षित
सन 1999 में बने दो कमरे मय बरामदा व एक कार्यालय बना था जो अब पूर्ण जर्जर हालत में है विद्यालय में एकमात्र कमरा ऐसा है जो सही हालात में है। जो बाद में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बना हुआ है। पांच कक्षाएं होने से जर्जर हालत में पहुंच चुके कमरों में भी बालक बैठने को विवश हैं।
नहीं की बारिश से पूर्व तैयारी
शिक्षा विभाग की लापरवाही ऐसी है कि जुलाई पूरा गुजरने को है लेकिन विभाग ने ऐसे स्कूलों का चयन करके अभी तक मरम्मत कार्य शुरू ही नहीं करवाया। जिम्मेदारों को अभी तक यह नहीं मालूम है कि कौन से स्कूल में काम करवाना है। जबकि बारिश से पूर्व स्कूलों की मरम्मत हो जाती तो बच्चों को जान जोखिम में डालकर पढ़ाई नहीं करनी पड़ती।
आंतरी स्कूल को मिली स्वीकृति
क्षतिग्रस्त व नियमानुसार कमरे नहीं बने होंने के चलते कुंभलगढ़ के राउप्रावि आंतरी स्कूल का शीघ्र ही पून:निर्माण कार्य करवाया जाएगा। बताया जाता है कि यहां भी छत टपकने और पुराने कमरे बने होने के चलते शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजे थे। इस प्रस्ताव को विभागीय अनुमति मिल गई है अब इसका काम शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
हालात खतरनाक है...
इस बाबत विभाग को लिखित में विद्यालय की जर्जर हालत से अवगत करा रखा है उसके अलावा विद्यालय प्रबंधन समिति की तरफ से तत्काल मरम्मत कराने का प्रस्ताव भी ले रखा है।
मंजुला गोस्वामी, प्रधानाध्यापिका, प्रावि नेगडिय़ा भीलवाड़ा
खमनोर ब्लॉक में इस तरह के विद्यालयों की सूचना है, जल्द ही प्रस्ताव लेकर जिलाधिकारियों को प्रेषित करने की कार्रवाई की जाएगी। बंशीलाल पालीवाल, अतिरिक्त खण्ड शिक्षा अधिकारी खमनोर
अभी नहीं बता सकते...
कुछ ब्लॉकों से स्कूलों की मरम्मत के लिए सूचना आई है, इसके प्रस्ताव बनाकर जिला परिषद को भेजने के बाद ही हम बता सकते हैं कितने स्कूलों की मरम्मत होगी।
लोकेश आमेटा, जेईएन सर्वशिक्षा अभियान राजसमंद
No comments:
Post a Comment