राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट के प्रथम लेवल का परिणाम बुधवार
रात्रि जारी कर दिया गया है। परीक्षा में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक हासिल
करने वाले सभी अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। इस परीक्षा के
लिए 2 लाख 8 हजार 877 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान
ने रीट परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित की थी। राज्य में रीट के माध्यम से 54
हजार तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती की जानी है। कक्षा एक से पांचवी तक के
अध्यापकों की भर्ती के लिए रीट प्रथम लेवल परीक्षा का आयोजन किया गया था।
जबकि छह से आठवीं तक की कक्षा में पढ़ाने के लिए अध्यापको की भर्ती रीट
द्वितीय लेवल के माध्यम से की जाएगी।
64, 824 अभ्यर्थी पात्र
रीट परीक्षा में कुल 2 लाख 8
हजार 877 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 1 लाख 83 हजार 556 अभ्यर्थी
परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 64 हजार 824 परीक्षार्थी पात्र घोषित किए
गए हैं। इनका कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 35.31 रहा है। परीक्षा में कुल 84 हजार
913 पुरुष परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें से 32 हजार 191 पात्र घोषित किए।
इनका उत्तीर्ण प्रतिशत 37.91 प्रतिशत रहा। महिला परीक्षार्थी 98, 643 शामल
हुई। इनमें 32, 633 उत्तीर्ण रही। इनका उत्तीर्ण प्रतिशत 33.08 रहा। रीट का
परिणाम वेब पोर्टल पर उपलब्ध करा दिया गया है।
पहले होती थी आरटेट
केंद्र सरकार के शिक्षक पात्रता
परीक्षा लागू करने के बाद राजस्थान में आरटेट परीक्षा शुरू की गई थी।
तत्कालीन कांग्रेस राज में यह परीक्षा दो बार कराई गई। इसके प्रमाण पत्र की
अवधि छह साल थी। मौजूदा भाजपा सरकार ने आरटेट के स्थान पर रीट परीक्षा
प्रारंभ की। शिक्षक भर्ती के लिए यही परीक्षा जरूरी की गई है। इस परीक्षा
के माध्यम से 54 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भती होगी।
लम्बे अर्से बाद भर्ती
राज्य में तृतीय श्रेणी
शिक्षकों की भर्ती लम्बे अर्से बाद होगी। कांग्रेस राज में पंचायती राज
संस्थाओं के तहत जिला परिषदों को शिक्षक भर्ती के अधिकार दिए गए थे। भाजपा
सरकार ने जिला परिषद के बजाय रीट के माध्यम से शिक्षक भर्ती कराने की
शुरूआत की है। इसमें प्रथम लेवल में पहली से आठवीं कक्षा और द्वितीय लेवल
परीक्षा के माध्यम से नवीं-दसवीं कक्षा के लिए शिक्षकों की भर्ती होनी है।