7वें वेतनमान की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में शिक्षकों ने शनिवार को कुलपति कार्यालय पर धरना दिया। इसके अलावा शिक्षकों की मांग है कि मार्च 2017 मार्च के बाद रिटायर हुए लोगों को पेंशन व ग्रेच्युटी का भुगतान किया जाए और शिक्षक पदोन्नति योजना (सीएएस) का लाभ ज्वाइनिंग के टाइम से ही दिया जाए।
शिक्षकों के धरने में प्रोफेसर्स, विभागाध्यक्ष, डीन सहित शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हो रहे हैं।
ऑल राजस्थान यूनिवर्सिटीज टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा बीडी रावत के अनुसार सिंडिकेट ने 11 लोगों को पेंशन देने का निर्णय लिया, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया जा रहा है जबकि अन्य 73 लोगों को यह लाभ दे दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने 7वें पे कमिशन का लाभ अपने कर्मचारियों को दे दिया है, लेकिन स्टेट यूनिवर्सिटीज को नहीं दिया गया है। तीन बार ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया है। कुलपति बोले सोमवार को हमने एक रेगुलेशन किया है कि हम डबल बैंच के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं जाएंगे। शिक्षकों का कहना है कि यदि हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो सीएम हाउस और राजभवन तक रैली निकाल कर अपना रोष दर्ज कराएंगे। राजस्थान यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा जयंत सिंह का कहना है कि शिक्षकों की यह जायज मांगे हैं और इन्हें अविलंब पूरा किया जाना ही चाहिए।
सभी शिक्षक अपनी मांगों को लेकर 31 मार्च से लगातार 12 से 2 बजे तक धरना करेंगे। मांगे नहीं मानी गईं तो शिक्षक रैली निकाल कर सीएम और गवर्नर तक जाएंगे। रूटा ने कह दिया है कि परीक्षाओं का बहिष्कार करना पड़ा तो करेंगे। -डाॅ. बीडी रावत, (अध्यक्ष, ऑल राजस्थान यूनिवर्सिटीज टीचर्स एसोसिएशन)