Important Posts

Advertisement

रीट में नकल कराने के आरोप में जेल गया निलंबित शिक्षक पप्पू सिंह अब कॉलेज लेक्चरर में प्रदेश में सेकंड

पाली. पाली में गत 11 फरवरी  को रीट के दौरान नकल कराने की फिराक में पकड़े गए आरोपी पप्पूसिंह प्रजापत ने आरपीएससी की तरफ से हुई कॉलेज लेक्चरर परीक्षा में दूसरी बार प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया है।

सभी हैरत में



  1. कांकाणी के सरकारी स्कूल में सैकंड ग्रेड शिक्षक पप्पूसिंह ने दसवीं की परीक्षा सप्लीमेंटरी से पास की, जबकि 12 वीं में वह भले ही ग्रेस से उत्तीर्ण हुआ था, मगर उसके बाद से लगातार कई प्रतियोगी परीक्षाओं में वह प्रदेश में अव्वल रहा है। जानकारी के अनुसार जोधपुर के सालावास निवासी पप्पूसिंह प्रजापत ने लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित कॉलेज प्रोफेसर इतिहास की परीक्षा दी थी।


  2. सोमवार को जारी इस परीक्षा परिणाम से उसने सभी को एक बार फिर हैरत में डालते हुए प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल की है। आरोपी पप्पूसिंह ने प्राइवेट कॉलेज से बीए की। 2008 में शिक्षक भर्ती परीक्षा में वह प्रदेश में 7वें स्थान पर रहा। उसकी कामयाबी का सफर यहीं नहीं थमा, बल्कि वह पटवार भर्ती परीक्षा 2008 में राज्य में प्रथम रहा।


  3. इसके बाद द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2011 में भी वह प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा था। 2011 में ही वह स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा इतिहास विषय में द्वितीय स्थान और 2015 में कॉलेज सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में इतिहास विषय में साक्षात्कार के लिए चयन भी हुआ था। उसने इतिहास विषय से नेट जेआरएफ परीक्षा पास की है, जिसमें सरकार की ओर से स्कॉलरशिप मिलती है। अब वह कॉलेज लेक्चरर परीक्षा में भी अव्वल रहा है। पप्पूसिंह के प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल रहने का मामला मीडिया में काफी बार उछल चुका है।

  4. चौंकाने वाला है कामयाबी का रिकॉर्ड


    - जोधपुर के सालावास निवासी पप्पूसिंह ने  10वीं सप्लीमेंटरी तो 12वीं ग्रेस से पास की
    - पटवार भर्ती परीक्षा 2008 में राज्य में प्रथम रहा
    - शिक्षक भर्ती परीक्षा 2008 में राज्य में 7वां स्थान हासिल किया
    - द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2011 में प्रदेश में प्रथम
    - स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2011 में इतिहास विषय में द्वितीय स्थान
    - कॉलेज लेक्चरर भर्ती परीक्षा 2015 में इतिहास विषय में चयन
    - अब कॉलेज लेक्चरर इतिहास विषय में प्रदेश में दूसरे स्थान पर

  5. सरगना जगदीश विश्नोई अब तक फरार


    वर्ष 2015 में हुई जूनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा में सांचौर के दांता गांव निवासी जगदीश विश्नोई नकल करवाते पकड़ा गया था। इसके बाद वह 2016 में रानीवाड़ा में पुलिस की एक नाकाबंदी में पकड़ा गया। वह जेल में रहकर भी नकल गिरोह चलाता रहा। गिरोह के कई सदस्य बाड़मेर, जोधपुर, सांचौर सहित अन्य जिलों में सक्रिय हैं। औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने उसे पप्पूसिंह के साथ उसे भी नामजद किया था, मगर अभी तक वह फरार है।

UPTET news

Recent Posts Widget

Photography