बीकानेर. प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी
जिला परिषदों को स्थापना समिति की बैठक में अनुमोदन के बाद २८ सितम्बर तक
नियुक्तियां देने के आदेश जारी किए हैं। राज्य में अधिकांश जिलों में
स्थापना समिति की बैठक में शिक्षकों की नियुक्तियों का अनुमोदन कर दिया गया
है।
शेष जिलों में बुधवार, गुरुवार को जिला स्थापना समिति की बैठक कर
अनुमोदन के बाद नियुक्ति आदेश जारी क र दिए जाएंगे।
तृतीय श्रेणी लेवल-२ के २८ हजार शिक्षकों की भर्ती की सभी प्रक्रिया
पूर्ण कर ली गई थी। इसके बाद स्थापना समिति में अनुमोदन एवं नियुक्ति आदेश
जारी किए जा रहे हैं। स्थापना समिति की बैठक में अनुमोदन के बाद बीईओ और
डीईओ की ओर से नियुक्ति आदेश जारी किए जाएंगे।
सभी चयनित शिक्षकों को जिला आवंटन के बाद दस्तावेजों की जांच, काउंसलिंग
२५ सितम्बर तक पूरी कर दी गई। अब २८ सितम्बर तक नियुक्ति आदेश जारी होने
हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने अदालती प्रक्रिया पूरी कर २८ हजार
शिक्षकों की भर्ती की समयबद्ध कार्य योजना बनाई है। इस योजना के मुताबिक २८
सितम्बर को भर्ती प्रक्रिया पूरी हो सकेगी।
इन नियुक्तियों से गणित, विज्ञान के शिक्षकों को बाहर रखा गया है। गणित,
विज्ञान के ५९०० शिक्षकों की नियुक्ति के बाद में अदालत का स्थगन है। इस
प्रकरण की सुनवाई २९ सितम्बर को होगी। सुनवाई के बाद अदालती निर्णय के आधार
पर आगे की कार्रवाई होनी है। गणित, विज्ञान के शिक्षकों की भी काउंसिलिंग
कर ली गई है।
प्रा.शि. निदेशालय ने राज्य के सभी जिला परिषदों को शिक्षकों के
पदस्थापन के आदेश जारी कर दिए हैं। विज्ञान, गणित के शिक्षकों को छोड़कर
बाकी सभी शिक्षकों की नियुक्तियां २८ सितम्बर तक कर दी जाएगी।
किसनदान चारण, शिक्षक भर्ती अनुभाग, प्रा.शि.नि. बीकानेर
शपथ पत्र के आधार पर करें निस्तारण
प्रारंभिक
शिक्षा निदेशक श्यामसिंह राजपुरोहित ने तृतीय श्रेणी लेवल-२ शिक्षकों की
भर्ती में काउंसलिंग के दौरान आई परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए सभी जिला
परिषद सीईओ को निर्देश दिए हैं कि भर्ती में पद, श्रेणी को छोड़कर अंकों
में भिन्नता, नामों में बदलाव जैसी परिवेदनाओं का अभ्यर्थी से शपथ-पत्र
लेकर निस्तारण करें।
भर्ती में मैरिट को लेकर कोई विसंगति नहीं है। गौरतलब है कि जिला परिषद
स्तर पर अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच, काउंसलिंग के दौरान इस तरह की
विसंगतियां आने पर सीईओ ने आपत्तियां जताई। अभ्यर्थियों ने सीईओ स्तर पर
संतोषकजनक जबाव नहीं मिलने पर प्रारंभिक शिक्षा निदेशक को परिवेदनाएं दी।
इनमें खेल प्रमाण-पत्र, अंक, नाम परिवर्तन, दस्तावेजों की सही जांच त्रुटि
होने जैसे परिवेदनाएं थी।