मालपुरा| शिक्षा विभाग टोंक में जिला अधिकारी के आदेशों के बावजूद कर्मचारी
अपनी मनमानी करने पर तुले है। ऐसा एक मामला उजागर हुआ है जो डिग्गी के
राउमा विघायलय से जुडा है।
जहां एक महिला शिक्षक शिमला शर्मा को अपने ही
विभाग के कर्मचारी परेशान व प्रताडित करने की जानकारी मिली है। महिला
शिक्षक की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी टोंक द्वारा डिग्गी राउमावि को
महिला शिक्षक का अन्यत्र स्थानांतरण होने के कारण उनकी सेवा पुस्तिका व
एपीसी सहित अन्य दस्तावेज तत्काल दिए जाने के आदेश दिए गए इसक ेके बावजूद
इस स्कूल के कर्मचारी की मनमानी इतनी परवान पर है कि जिला शिक्षा अधिकारी
के आदेश भी यहां हवा में उड गए।
मामले के अनुसार महिला शिक्षक शिमला शर्मा पहले राउमावि डिग्गी में
कार्यरत थी जहां से उन्हुं राउप्रावि ढोला का खेडा स्थानांतरित कर दिया
गया। जून 10 में नए स्कूल में कार्यभार ग्रहण करने के बाद इस महिला शिक्षक
ने पूर्व स्कूल डिग्गी से अपने सेवा कार्य के दस्तावेज मांगे । लेकिन किसी
ने ध्यान नहीं दिया। आखिर परेशान महिला शिक्षक ने जिला शिक्षा अधिकारी को
पत्र पेश कर अपनी सेवा पुस्तिका सहित अन्य दस्तावेज दिलाने की गुहार लगाई।
उक्त जानकारी देते हुए महिला शिक्षक ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी के
आदेश के बाद भी राउमावि डिग्गी के कर्मचारी द्वारा सेवा पुस्तिका व अन्य
दस्तावेज नहीं दिए जा रहें है।
शिमला शर्मा ने राउमावि की लिपिक महिला कर्मचारी पर अनावश्यक परेशान
करने का आरोप लगाते हुए बताया है कि मामले को लेकर कलेक्टर टोंक व शिक्षा
मंत्री व सचिव तक जाउंगी। हांलाकि उन्होंने राउमावि की लिपीकीय कार्य करने
वाले महिला कर्मचारी द्वारा दस्तावेज क्यों नहीं दिए जा रहे इसका कारण नहीं
बताया।
महिला शिक्षका शिमला शर्मा ने बताया कि बीते तीन माह से अपने ही सेवा
पुस्तिका व अन्य दस्तावेज लेने के लिए भटकना पड रहा है। डिग्गी स्कूल
प्रबंधन द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश की अनदेखी करने के मामले की
डिग्गी के आम लोगों में चर्चा है। शिमला शर्मा अब कलेक्टर व शिक्षा सचिव तक
का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है।